Energy Drinks Affecting your Fertility: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में थकावट, तनाव और नींद की कमी आम समस्या बन चुकी है। शारीरिक थकान को दूर के लिए ज्यादातर युवा एनर्जी ड्रिंक्स का सहारा लेते हैं। एनर्जी ड्रिंक पीने से न सिर्फ युवाओं को तुरंत ताजगी (Benefits of Energy Drink) मिलती है, बल्कि ये कुछ पल के लिए दिमाग को भी सुकून दिलाती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद कैफीन, टॉरिन, शुगर, आर्टिफिशियल फ्लेवर और विभिन्न प्रकार के केमिकल्स हमारे स्वास्थ्य और फर्टिलिटी को चुपके से नुकसान पहुंचा रहे हैं।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफोर्मेशन (NCBI) द्वारा की गई एक रिसर्च बताती है कि एनर्जी ड्रिंक में कुछ खास तरह के सिंथेटिक कंपाउंड होते हैं, जो शरीर के अंदर जाकर हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकते हैं। एनर्जी ड्रिंक में मौजूद इन हानिकारक तत्वों का सीधा असर स्पर्म काउंट, ओवुलेशन साइकिल और पीरियड्स पर पड़ता है। समय के साथ एनर्जी ड्रिंक का सेवन करना बंद न किया जाए, तो ये फर्टिलिटी को प्रभावित करके प्रेग्नेंसी कंसीव करने में परेशानी का कारण बन सकते हैं। एनसीबीआई द्वारा की गई रिसर्च के आधार और डॉक्टर के साथ बातचीत के आधार हम आपको बताने जा रहे हैं एनर्जी ड्रिंक्स के सेवन से पुरुषों और महिलाओं की फर्टिलिटी कैसे प्रभावित होती है।
एनर्जी ड्रिंक्स में क्या होता है
फरीदाबाद स्थित क्लाउडनाइन अस्पताल में एसोसिएट निदेशक और वरिष्ठ स्त्री रोग सलाहकार डॉ. शैली शर्मा (Dr. Shailly Sharma, Senior Consultant Gynaecology and Associate Director at Cloudnine Hospital, Faridabad) का कहना है कि बाजार में मौजूद विभिन्न प्रकार के एनर्जी ड्रिंक्समें कई प्रकार के ऐसे केमिकल्स होते हैं, जो शरीर को तुरंत तो एनर्जी देते हैं, लेकिन लंबे समय में नुकसान पहुंचाते हैं। 10 में से 9 एनर्जी ड्रिंक्स में हाई शुगर, कैफीन, आर्टिफिशियल फ्लेवर और कलर्स का इस्तेमाल किया जाता है। जो स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह से नुकसानदायक (Side Effects of Energy Drink) हैं।
इसे भी पढ़ेंः क्या वाकई स्किन लाइटनिंग सोप का इस्तेमाल करने से त्वचा की रंगत निखरती है? एक्सपर्ट से जानें सच्चाई
एनर्जी ड्रिंक का पुरुषों की फर्टिलिटी पर प्रभाव- Effect of energy drinks on male fertility
डॉ. शैली शर्मा के अनुसार, पुरुषों की फर्टिलिटी स्पर्म काउंट, स्पर्म की गति (motility), गुणवत्ता (morphology) और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन पर निर्भर करती है। रिसर्च के अनुसार, एनर्जी ड्रिंक पीने से पुरुषों से जुड़ी इन तमाम फर्टिलिटी की परेशानियां होती हैं।
इसे भी पढ़ेंः इन 5 चीजों को मिलाकर घर पर बनाएं हर्बल शैंपू, बालों को मिलेंगे कई फायदे
1. स्पर्म काउंट में कमी
एनर्जी ड्रिंक्स में अत्यधिक कैफीन होता है जो शरीर में कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) को बढ़ाता है। पुरुषों में हाई कोर्टिसोल लेवल से टेस्टोस्टेरोन घटता है, जिससे स्पर्म की संख्या कम होने लगती है।
2. स्पर्म की क्वालिटी खराब होना
डॉक्टर के अनुसार, एनर्जी ड्रिंक में हाई शुगर और केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। इससे स्पर्म की क्वालिटी और गतिशीलता कम हो जाती है। इससे स्पर्म अंडाणु तक पहुंचने में असक्षम हो सकता है।
3. टेस्टोस्टेरोन लेवल में गिरावट
एनर्जी ड्रिंक्स में टॉरिन और अन्य केमिकल्स टेस्टोस्टेरोन को अस्थायी रूप से बढ़ा सकते हैं, लेकिन लंबे समय में इसका विपरीत असर होता है। लगातार एनर्जी ड्रिंक को पानी से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन लेवल गिरने लगता है, जिससे पुरुषों की सेक्स पावर कम होती है।
4. डीएनए डैमेज
एनर्जी ड्रिंक्स शरीर में Reactive Oxygen Species (ROS) बढ़ाते हैं, जिससे स्पर्म के DNA को नुकसान पहुंच सकता है।
एनर्जी ड्रिंक का महिलाओं की फर्टिलिटी पर असर- Effect of energy drinks on women's fertility
महिलाओं की फर्टिलिटी ओवुलेशन, हार्मोनल संतुलन, अंडाणुओं की गुणवत्ता और यूटेरस के स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। आइए डॉ. शैली शर्मा से आगे समझते हैं एनर्जी ड्रिंक कैसे महिलाओं की फर्टिलिटी को प्रभावित करती है।
1. ओवुलेशन में गड़बड़ी
एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद कैफीन और टॉरिन को बढ़ाकर ओवुलेशन से जुड़ी परेशानियों का कारण बन सकता है। स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेशज्ञ का कहना है कि एनर्जी ड्रिंक पीने से पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं, इससे प्रेग्नेंसी कंसीव करने की संभावना कम हो जाती है।
इसे भी पढ़ेंः योनि में ड्राईनेस से प्रभावित होते हैं सेक्सुअल रिलेशन, एक्सपर्ट बता रहे हैं इस स्थिति में क्या करें और क्या नहीं
2. हार्मोनल असंतुलन
प्रेग्नेंसी कंसीव करने के लिए महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का संतुलन जरूरी होता है। एनर्जी ड्रिंक्स के अधिक सेवन से यह संतुलन बिगड़ता है जिससे PCOS, थायराइड जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
3. भ्रूण के विकास पर असर
रिसर्च में ये बात सामने आई है कि अगर यदि कोई महिला प्रेग्नेंसी के दौरान एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन करती है, तो यह भ्रूण के विकास, मस्तिष्क विकास और न्यूरोलॉजिकल हेल्थ को प्रभावित कर सकता है। इससे शिशु में जन्म दोष और जन्मजात बीमारियों का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है।
इसे भी पढ़ेंः प्रेग्नेंसी में पिंपल्स होने पर मैंने ट्राई किया ये घरेलू नुस्खा, 2 हफ्तों में मुझे मिला बेदाग चेहरा
निष्कर्ष
एनर्जी ड्रिंक चाहे जितनी भी आकर्षक और एनर्जी से भरपूर लगें, वे हमारे शरीर विशेषकर फर्टिलिटी के लिए धीमा जहर बन सकते हैं। एनर्जी ड्रिंक पुरुषों में स्पर्म काउंट और क्वालिटी को घटाते हैं। वहीं, महिलाओं में एनर्जी ड्रिंक हार्मोनल असंतुलन और ओवुलेशन में रुकावट पैदा कर सकते हैं। अगर आप भविष्य में पेरेंट्स बनना चाहते हैं तो आज ही एनर्जी ड्रिंक पीना छोड़ दें।
FAQ
एनर्जी ड्रिंक क्या होते हैं और इनमें क्या-क्या होता है?
एनर्जी ड्रिंक एक प्रकार का पेय होता है। एनर्जी ड्रिंक्स में हाई शुगर, कैफीन, रंग और केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। एनर्जी ड्रिंक को पीने से शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है। लेकिन लंबे समय तक एनर्जी ड्रिंक का सेवन किया जाए, तो ये स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं।क्या एनर्जी ड्रिंक दिल की बीमारी का कारण बन सकते हैं?
कुछ रिसर्च में ये बात सामने आई है कि एनर्जी ड्रिंक में अधिक मात्रा में कैफीन और शुगर होती है। एनर्जी ड्रिंक को पानी से हार्ट बीट्स तेज होती हैं और ये ब्लड प्रेशर को बढ़ाकर हार्ट अरेस्ट और कार्डियक अरेस्ट जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बनती है।क्या एनर्जी ड्रिंक से नींद पर असर पड़ता है?
एनर्जी ड्रिंक मुख्य रूप से नींद को प्रभावित करती है। एनर्जी ड्रिंक में हाई लेवल कैफीन स्लीप साइकल को डिस्टर्ब करता है जिससे अनिद्रा (Insomnia), बेचैनी और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।