Does Toasting White Bread Make It Healthier: ज्यादातर घरों में सफेद ब्रेड नाश्ते का हिस्सा होती है। मेरे घर में, तो ब्रेड कुछ ज्यादा ही खाई जाती है। छोटी भूख के लिए ब्रेड, टिफिन में ब्रेड, सफर में ले जाने के लिए ब्रेड और यहां तक कि शाम के नाश्ते में भी सभी ब्रेड खाने के शौकीन हैं। लेकिन ब्रेड का ज्यादा सेवन सेहत को खराब कर देता है। जो लोग ब्रेड खाने के शौकीन हैं, उन्हें पता होगा कि यह एक लत की तरह है। जिन लोगों को ब्रेड खाने की आदत होती है, उन्हें ब्रेड खाए बिना तृप्ति नहीं होती। लेकिन सेहत के लिए हेल्दी खाना भी जरूरी है। इसलिए मन में यह सवाल उठता है कि सफेद ब्रेड को हेल्दी कैसे बनाया जाए? क्या ब्रेड को सेंककर खाने से वह हेल्दी बन जाती है? क्या टोस्टेड ब्रेड की कैलोरीज कम होती हैं? कच्ची ब्रेड खाएं या सिकी हुई ब्रेड? ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब आगे इस लेख में जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने दिल्ली के होली फैमिली हॉस्पिटल की डाइटिशियन सना गिल से बात की।
टोस्टेड या नॉर्मल सफेद ब्रेड: सेहत के लिए क्या है ज्यादा फायदेमंद?- Does Toasting White Bread Make it Healthier
सफेद ब्रेड, जो रिफाइंड आटे से बनी होती है, हमारे दैनिक आहार का एक जरूरी हिस्सा बन चुकी है। लेकिन जब बात आती है टोस्टेड ब्रेड और कच्ची ब्रेड की, तो क्या इनमें से एक स्वास्थ्य के लिए ज्यादा फायदेमंद है? इस सवाल का जवाब कई चीजों पर निर्भर करता है-
- टोस्टेड ब्रेड को गर्म करने की प्रक्रिया के दौरान कुछ पोषण तत्व प्रभावित हो सकते हैं। जब ब्रेड को टोस्ट किया जाता है, तो उसमें माइलार्ड रिएक्शन होता है जो कि एक केमिकल प्रोसेस है जो खाने को स्वादिष्ट और खुशबूदार बनाता है। लेकिन इस प्रक्रिया से पोषक तत्व कुछ हद तक नष्ट हो जाते हैं। दूसरी ओर, कच्ची ब्रेड में ज्यादा पोषण तत्व मौजूद होते हैं।
- फाइबर की कमी सफेद ब्रेड का एक बड़ा नुकसान है। कच्ची व्हाइट ब्रेड में फाइबर की मात्रा कम होती है, जो पाचन के लिए जरूरी होता है। हालांकि, अगर टोस्टेड ब्रेड साबुत अनाज से बनी हो, तो यह फाइबर को बनाए रख सकती है, जो पाचन में मदद करती है।
- टोस्टेड ब्रेड का ग्लाइसेमिक इंडेक्स, कच्ची ब्रेड की तुलना में थोड़ा कम होता है। ब्रेड को सेंकने से कार्ब्स की मात्रा थोड़ी कम हो जाती है।
- कई लोग टोस्टेड ब्रेड को कच्ची ब्रेड की तुलना में ज्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि टोस्टिंग से उसका कुरकुरापन और स्वाद बढ़ जाता है।
इसे भी पढ़ें- ब्रेड टोस्ट पर लगाकर खाएं घर का बना हेल्दी शहतूत जैम, जानें रेसिपी और फायदे
कच्ची और टोस्टेड ब्रेड की न्यूट्रिशनल वैल्यू समान रहती है
डाइटिशियन सना गिल ने बताया कि सिकी हुई व्हाइट ब्रेड और कच्ची व्हाइट ब्रेड के बीच स्वास्थ्य के नजरिए से कोई खास फर्क नहीं है। दोनों की अपनी विशेषताएं हैं। टोस्टेड ब्रेड ज्यादा कुरकुरी और स्वादिष्ट होती है, लेकिन इसकी कैलोरी उतनी ही होती हैं और कार्ब्स, ग्लाइसेमिक इंडेक्स थोड़ा कम हो सकता है। दूसरी ओर, कच्ची ब्रेड आमतौर पर ज्यादा फाइबर और पोषण तत्वों को बनाए रखती है। ब्रेड को सेंककर खाएं या कच्चा, उसके न्यूट्रिशनल वैल्यू पर ज्यादा असर नहीं होता। अगर आप स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं, तो साबुत अनाज से बनी ब्रेड का चुनाव करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
ब्रेड खाने का हेल्दी तरीका- Healthy Way To Eat Bread
- साबुत अनाज ब्रेड (जैसे कि ओट, बाजरा या रागी) से बनी ब्रेड का चयन करें। यह ज्यादा फाइबर, विटामिन और मिनरल्स देती है, जो पाचन में फायदेमंद होती है।
- ब्रेड पर हेल्दी टॉपिंग का इस्तेमाल करें। जैम या व्हाइट बटर की जगह, हुमस, ताजा पनीर, पीनट बटर का इस्तेमाल करें।
- ब्रेड को टोस्ट करें ताकि उसमें क्रंची टेक्सचर आ जाए। टोस्टिंग से कैलोरी में वृद्धि नहीं होती, लेकिन यह स्वाद को बेहतर बनाती है।
- ब्रेड का सेवन संयम में करें। एक बार में 1-2 स्लाइस एक स्वस्थ मात्रा होती है। जरूरत से ज्यादा ब्रेड खाने से कैलोरीज और वजन बढ़ सकता है।
- ब्रेड के साथ सलाद या ग्रिल्ड सब्जियां शामिल करें। यह आपके भोजन को और पौष्टिक बनाएगा।
- ब्रेड के साथ प्रोटीन (जैसे अंडा, चना या मूंगफली) और हेल्दी फैट्स (जैसे नट्स) का सेवन करें। यह आपके भोजन को संतुलित और हेल्दी बनाएगा।
- ब्रेड को हेल्दी सूप या दाल के साथ खाएं। यह आपके आहार को ज्यादा पौष्टिक बनाएगा और आपको संतुष्ट महसूस कराएगा।
- ब्रेड का सेवन को नाश्ते में करें। जैसे कि ओट्स के साथ ब्रेड या पीनट बटर के साथ ब्रेड। यह आपके दिन की शुरुआत को ऊर्जा से भरा देगा।
इन तरीकों की मदद से आप ब्रेड का सेवन हेल्दी तरीके से कर सकते हैं और इसे अपने आहार में संतुलित रूप से शामिल कर सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।