Does Stress Affect Sexual Health In Hindi: सामान्य स्तर का स्ट्रेस हमारे स्वास्थ्य के लाभकारी होता है। असल में, स्ट्रेस हमारे शरीर का फाइट और फ्लाइट मोड को ऑन करता है। इससे हम चुनौतीपूर्ण परिस्थिति से निपटने में सक्षम हो पाते हैं। हालांकि, सामान्य से अधिक तनाव लेना हमारे स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा तनाव में रहता है, तो इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। जैसे हार्ट से जुड़ी बीमारी, किडनी पर बुरा प्रभाव और इम्यूनिटी कमजोर होना। ध्यान रखें कि अगर इम्यूनिटी कमजोर होती है, तो इसकी वजह से कई तरह की बीमारी होने का जोखिम भी बढ़ जाता है। यहां सवाल उठता है कि क्या स्ट्रेस के कारण सेक्सुअल हेल्थ भी प्रभावित होती है? आइए, जानते हैं इस बारे में मेडिकवर हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले का क्या कहना है।
क्या स्ट्रेस के कारण सेक्सुअल हेल्थ भी प्रभावित होती है?- Does Stress Affect Sexual Health In Hindi
जैसा कि आप यह जानते हैं कि स्ट्रेस का हमारी ओवर ऑल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। इसकी वजह से शरीर के कई ऑर्गन पर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है, जिससे उनकी कार्यप्रणाली बाधित होती है। जाहिर है, जब शरीर के मुख्य ऑर्गन जैसे लिवर, किडनी या हार्ट सही तरह से काम नहीं करेंगे, तो ऐसे में व्यक्ति का ओवर ऑल हेल्थ सही नहीं रहेगा। इससे कई तरह के रोग का जोखिम भी बढ़ जाता है। जहां तक सवाल इस बाता है कि क्या स्ट्रेस के कारण सेक्सुअल हेल्थ प्रभावित होती है? इस बारे में डॉक्टर का कहना है, "यह सच है कि स्ट्रेस का सेक्सुअल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। असल में, स्ट्रेस के कारण व्यक्ति का लिबिडो प्रभावित होता है, पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन हो सकता है, अराउजल और ऑर्गेज्म में भी परेशानी हो सकती है।" इसका मतलब है कि क्रॉनिक स्ट्रेस होने पर सेक्सुअल हेल्थ भी प्रभावित होता है।
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स्ट्रेस के कारण किस तरह सेक्सुअल लाइफ प्रभावित होती है- How Does Stress Affect Sexual Health In Hindi
सेक्सुअल परफॉर्मेंस पर असर
जब कोई व्यक्ति क्रॉनिक स्ट्रेस में है, तो वह अपनी फीलिंग को मैनेज नहीं कर पाता है। कई बार क्रॉनिक स्ट्रेस के कारण व्यक्ति दूसरों से कटने लगता है, अपनी बातों को साझा करने से बचता है। यहां तक कि पार्टनर के साथ समय बिताना भी पसंद नहीं आता है। ऐसे में सेक्सुअल परफॉर्मेंस भी गिरने लगती है। खासकर, पुरुषों में इस तरह की परेशानी अधिक देखने को मिलती है।
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सेक्स ड्राइव का कम होना
जब हम तनाव में यानी स्ट्रेस में होते हैं, तो शरीर कोर्टिसोल नाम का हार्मोन रिलीज करता है। यह हार्मोन सेक्स हार्मोन जैसे टेस्टेस्टेरोन की कार्यप्रणाली में बाधा डाल सकती है। टेस्टेस्टेरोन वह हार्मोन है, जो व्यक्ति में सेक्स के प्रति रुचि बनाए रखती है और सेक्स ड्राइव में बढ़ावा करती है। वहीं, महिलाओं की बात करें, तो स्ट्रेस के कारण उनमें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के स्तर में बदलाव होने लगता है। इन हार्मोनों का संतुलित न होने के कारण महिला के मासिक धर्म प्रभावित हो सकते हैं। ध्यान रखें कि जब महिलाओं को पीरियड्स सही से न हों, तो उन्हें कई परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। जैसे वजाइनल लुब्रिकेशन में कमी, लिबिडो में गिरावट आदि। कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि स्ट्रेस के कारण महिला और पुरुष, दोनों में सेक्स ड्राइव की कमी हो सकती है।
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