Does Chemotherapy Affect The Immune System In Hindi: कीमोथेरेपी एक तरह का कैंसर ट्रीटमेंट है। कैंसर सेल्स तेजी से बढ़ते और ग्रो करते हैं। कीमोथेरेपी कैंसर सेल्स को ग्रो होने से रोकता है और उसे फैलने नहीं देता है। इसके लिए कुछ खास किस्म की मेडिसिन का यूज होता है। इसकी मदद से कैंसर सेल्स को नष्ट करने की कोशिश की जाती है। जब कैंसर के मरीजों में सामान्य दवाईयां काम करना बंद कर देती हैं, तब कीमोथेरेपी करवाई जाती है। कीमोथेरेपी की मदद से कैंसर का ट्रीटमेंट किया जाता है, कैंसर के दोबारा होने के संभावना कम होती है और यह ट्यूमर के आकार को संकुचित करने में भी मदद करती है। बहरहाल, कीमोथेरेपी के कई तरह के साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिलते हैं। जैसे कीमोथेरेपी (Chemotherapy Se Hone Wale Nuksan) की वजह से बालों का झड़ना, थकान, कमजोरी और मुंह में छाले जैसी समस्या हो सकती है। तो क्या कीमोथेरेपी का इम्यूनिटी पर भी असर पड़ता है? आइए, जूपिटर अस्पताल के ऑन्को सर्जन कंसल्टेंट डॉ. चिराग भीरुड़ से जानते हैं इसकी सच्चाई।
क्या कीमोथेरेपी से इम्यूनिटी पर असर पड़ता है?- Does Chemo Affect Immune System Long Term In Hindi
कीमोथेरेपी कैंसर का इलाज है। इस प्रक्रिया में कैंसर सेल्स को मारा जाता है, ताकि वे ग्रो न कर सकें और उन्हें एक जगह से दूसरे जगह तक फैलने से भी रोका जा सके। विशेषज्ञों की मानें, तो कीमोथेरेपी के दौरान कैंसर सेल्स के साथ-साथ बॉडी के हेल्दी सेल्स भी इफेक्टेड होते हैं। यहां तक कीमोथेरेपी बोन मैरो में मौजूद व्हाइट ब्लड सेल्स को भी प्रभावित करते हैं। आपको बता दें कि व्हाइट ब्लड सेल्स हमारी बॉडी के लिए बहुत जरूरी है। यह हमारे इम्यून सिस्टम को बेहतर करता है और संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर को सक्षम बनाता है। यही नहीं, व्हाइट ब्लड सेल्स शरीर में मौजूद फॉरेन इंवेडर जैसे बैक्टीरिया और वायरस से लड़कर उन्हें शरीर से बाहर निकालने में अहम भूमिका अदा करते हैं। ऐसे में अगर शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स काउंट कम हो जाता है, तो इससे इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। ऐसे में संक्रमण के खिलाफ लड़ने की क्षमता भी शरीर की कम हो जाती है।
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कीमोथेरेपी के बाद इम्यून सिस्टम को कैसे बेहतर बनाएं
कीमोथेरेपी के बाद अक्सर इसके साइड इफेक्ट के तौर पर मरीज को काफी दर्द और तकलीफ का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद, कैंसर के मरीजों को चाहिए कि वे खुद को मानसिक तौर पर मजबूत बनाए रखें। तभी वे कीमोथेरेपी के बाद अपनी इम्यूनिटी में सुधार कर सकते हैं। कैंसर के मरीज कीमोथेरेपी के बाद इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए यहां दिए गए टिप्स जरूर अपनाएं-
बेहतर डाइट लें
कैंसर के मरीजों को चाहिए कि वे कीमोथेरेपी के बाद बेहतर डाइट जरूर लें। अपनी डाइट में सभी तरह के पोषक तत्वों को शामिल करें। इसमें सभी तरह की फल और सब्जियां शामिल होनी चाहिए। खासकर, एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त फूड लें। इसमें ब्रोकली, बेरीज और रंग-बिरंगी सब्जियां आती हैं। अगर कीमोथेरेपी की वजह से भूख कमी कमी हो गई है या कुछ भी खाने का मन नहीं करता है, तो इस स्थिति में दिन में बार-बार कम मात्रा में डाइट लें। इससे भी इम्यूनिटी को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।
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एक्सरसाइज जरूर करें
कैंसर के मरीजों में कीमोथेरेपी के बाद काफी कमजोरी आ जाती है। इसके बावजूद, कैंसर के मरीजों के लिए जरूरी है कि वे हल्की-फुल्की एक्सरसाइज जरूर करें। वे इस संबंध में एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। साइक्लिंग, वॉकिंग जैसी एक्सरसाइज फायदेमंद हो सकती है। इससे इम्यूनिटी में भी सुधार होता है।
अच्छी नींद लें
कैंसर के मरीजों में कीमोथेरेपी के बाद नींद की क्वालिटी इफेक्ट हो सकती है। खासकर, कीमोथेरेपी के बाद लोगों में इंसोमनिया हो सकता है। यही नहीं, कुछ मरीजों में कीमोथेरेपी के बाद तनाव बढ़ जाता है, जिससे उनकी नींद बाधित होने लगती है। अगर आप चाहते हैं कि इस तरह की परेशानी न हो, तो केशिश करें कि पर्याप्त नींद लें। इससे इम्यूनिटी में सुधार हो सकता है।
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