Does Sleeping On One Side Cause Facial Asymmetry: हम सभी जानते हैं कि ओवरऑल हेल्थ के लिए इंसान का अच्छी और सुकून भरी नींद लेना बहुत जरूरी होता है। इसके साथ ही, व्यक्ति के सोने की पोजीशन का भी सेहत पर असर होता है। उदाहरण के लिए अगर आप पेट के बल सोते हैं, तो रीढ़ की हड्डी पर दबाव और गर्दन में अकड़न जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। क्या आप जानते हैं कि सोने की पोजीशन का असर व्यक्ति के चेहरे पर भी पड़ सकता है? अगर नहीं, तो आइए इस बारे में डॉ. चांदनी जैन गुप्ता, एमबीबीएस और एमडी- त्वचा विशेषज्ञ और सौंदर्य चिकित्सक एलांटिस हेल्थकेयर नई दिल्ली (Dr. Chandani Jain Gupta, MBBS & MD- Dermatologist & Aesthetic Physician Elantis Healthcare New Delhi) से जान लेते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि सोने की पोजीशन का चेहरे की सिमेट्री पर कैसा असर होता है?
क्या सोने की स्थिति चेहरे की सिमेट्री यानी आकार पर असर डालती है?- Does Sleeping Position Affect the Symmetry of the Face
जी हां, सोने की पोजीशन समय के साथ आपके चेहरे के आकार और आपके चेहरे के ओवरऑल अपीयरेंस पर बुरा असर डाल सकती है। बता दें कि लगातार एक तरफ सोने से चेहरे की सिमेट्री बिगड़ सकती है। दरअसल, एक तरह सोने की वजह से आपके चेहरे का वह हिस्सा, जो तकिए से दबा हुआ है, उस पर ज्यादा दबाव पड़ सकता है। इससे चेहरे की संरचना में असमानता आ सकती है। आइए अब इससे चेहरे पर होने वाली अन्य समस्याओं के बारे में जानते हैं:
- चेहरे पर दबाव: बता दें कि पेट या बाजू के बल सोने से आपके चेहरे के एक तरफ ज्यादा दबाव बन सकता है। ऐसे में चेहरे पर झुर्रियां और महीन रेखाएं बनने लगती हैं। वहीं, समय के साथ यह दबाव स्किन पर सिलवटें पैदा कर सकता है। खासकर, आंखों, मुंह और गालों के आसपास ये रिंकल्स नजर आते हैं।
- सूजन: कुछ खास तरह की स्लीपिंग पोजीशन, जैसे पेट के बल सोने से रात भर आपके चेहरे के निचले हिस्से में फ्लूइड जमा हो सकता है। इससे चेहरे पर सूजन आ सकती है। खासतौर पर, यह सूजन आंखों के आस-पास देखने को मिलती है।
- मसल्स में असंतुलन: सोते समय एक ही मांसपेशियों (जैसे चेहरे के भावों में शामिल) का बार-बार उपयोग करने से चेहरे की सिमेट्री में बदलाव हो सकता है। इसके साथ ही, तकिए से चेहरा दबाकर सोने से आपकी जॉ लाइन भी प्रभावित हो सकती है। इससे संभावित रूप से टेम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट (TMJ) डिसऑर्डर या कम परिभाषित जॉ लाइन (Less Defined Jawline) जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
ध्यान रखें कि चेहरे की सिमेट्री पर असर जेनेटिक, एजिंग या मेडिकल कंडीशन के कारण होता है। ऐसे में केवल सोने की स्थिति को इस समस्या की वजह नहीं माना जा सकता है। ज्यादातर लोगों में एक प्रकार की नेचुरल विषमता होती है, जो पूरी तरह सामान्य है।
इसे भी पढ़ें- गलत ढ़ंग से सोने का आपकी स्किन पर भी पड़ता है बुरा प्रभाव, जानें हेल्दी त्वचा के लिए सही स्लीपिंग पोजीशन
फेस सिमेट्री को कैसे रखें ठीक?- How to Maintain Proper Face Symmetry
बता दें कि एक करवट पर सोने की वजह से चेहरे पर दिखने वाले इन प्रभावों को कम करने के लिए आपको सही स्लीपिंग पोजीशन से सोना चाहिए। ऐसे में व्यक्ति को करवट पर नहीं, बल्कि पीठ के बल सोने की सलाह दी जाती है। इससे वजन समान रूप से बट जाता है और चेहरे पर दबाव कम पड़ता है। आइए पीठ के बल सोने से होने वाले अन्य फायदों के बारे में जानते हैं।
- दबाव और झुर्रियां कम होती हैं: पीठ के बल सोने से आपके चेहरे पर सीधा दबाव नहीं पड़ता है। इससे स्लीप लाइन्स और रिंकल्स विकसित होने की संभावना कम हो जाती है। ऐसे में करवट या पेट के बल सोने के विपरीत, जहां चेहरे का एक हिस्सा तकिये से दब जाता है, आपको पीठ के बल सोना चाहिए।
- फ्लूइड का समान बंटवारा: पीठ के बल सोने से आपके चेहरे पर फ्लूइड का बटवारा ज्यादा समान रूप से होता है। ऐसे में सूजन का जोखिम कम होता है।
इसे भी पढ़ें- क्या सोते समय घट या बढ़ जाता है ब्लड प्रेशर? जानें नींद और बीपी के बारे में जरूरी बातें
बता दें कि अपने चेहरे को तकिए से दूर रखना कई अन्य कारणों से भी फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, पीठ के बल सोने से चेहरे के तकिये पर जमा होने वाले बैक्टीरिया, तेल और गंदगी के संपर्क में आने की संभावना कम हो जाती है। ऐसे में मुंहासे और अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version