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आज के समय में महिला और पुरुष दोनों में फर्टिलिटी से जुड़ी कई समस्याएं बढ़ गई हैं। इनफर्टिलिटी एक ऐसी स्थिति है, जिसमें एक साल के नियमित और असुरक्षित यौन संबंध बनाने के बाद भी कंसीव करने में मुश्किल होती है। इनफर्टिलिटी होने पर महिलाओं में अनियमित पीरियड्स, ओव्यूलेशन से जुड़ी समस्याएं और पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या में कमी जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। इनफर्टिलिटी की समस्या से राहत पाने के लिए कपल दवा, सर्जरी और अन्य कई ट्रीटमेंट्स को अपनाते हैं। वर्तमान में महिला और पुरुषों में स्मोकिंग का चलन भी काफी बढ़ गया है, जो न सिर्फ सेहत पर बुरा प्रभाव डालता है, बल्कि फर्टिलिटी पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में आइए दिल्ली के मैकरी अस्पताल और आस्था अस्पताल की को-फाउंडर, विभागाध्यक्ष- प्रसूति, स्त्री रोग और आईवीएफ, डॉ. गीता जैन से जानते हैं कि स्मोकिंग छोड़ने से प्रजनन स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है?
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क्या स्मोकिंग छोड़ने से फर्टिलिटी बढ़ती है? - Does quitting smoking improve fertility in hindi?
डॉ. गीता जैन का कहना है कि, “बहुत से लोग मानते हैं कि स्मोकिंग सिर्फ फेफड़ों को नुकसान पहुंचाती है, लेकिन सच तो यह है कि सिगरेट पीने से महिला और पुरुष दोनों की फर्टिलिटी पर गहरा प्रभाव पड़ता है। स्मोकिंग महिलाओं में ओवेरियन रिजर्व, एग क्वालिटी और हार्मोनल बैलेंस को बिगाड़ देती है, जिससे अंडों की उम्र बढ़ जाती है और पीरियड साइकिल प्रभावित हो सकती है। इसलिए, जब महिला स्मोकिंग छोड़ती है, तो 3 से 6 महीनों के अंदर अंडों की क्वालिटी, ओवेरियन ब्लड फ्लो और IVF-IUI जैसी फर्टिलिटी ट्रीटमेंट्स की सफलता दर में सुधार होने लगता है।"
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आगे जानकारी देते हुए डॉ. गीता जैन ने बताया कि "महिलाओं की ही तरह पुरुषों में भी स्मोकिंग करने से स्पर्म काउंट, स्पर्म की गतिशीलता और डीएनए की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचता है, लेकिन जैसे ही पुरुष स्मोकिंग करना छोड़ देते हैं, शरीर खुद को रिपेयर करना शुरू कर देता है। स्मोकिंग छोड़ने के लगभग 2 से 3 महीने में पुरुषों में नई स्पर्म जेनरेशन बनने लगती है, जिससे काउंट, क्वालिटी और गति में सकारात्मक बदलाव नजर आने लगते हैं और नेचुरल कंसीव करने की संभावना बढ़ जाती है।"
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फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए क्या करें? - What to do to increase fertility naturally in hindi?
डॉ. गीता जैन के मुताबिक, फर्टिलिटी को बढ़ाने और नेचुरल तरीके से कंसीव करने के लिए जरूरी है कि आप सिर्फ स्मोकिंग करना न छोड़ें, बल्कि अपने लाइफस्टाइल में भी कुछ हेल्दी बदलाव करें, जिसमें-
- ज्यादा और कम वजन दोनों ही प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है, इसलिए हेल्दी वजन बनाए रखें।
- खुद को एक्टिव रखने की कोशिश करें और नियमित शारीरिक गतिविधियां करें, लेकिन ज्यादा एक्सरसाइज करने से बचें।
- योग, ध्यान या अन्य रिलैक्स तकनीकों की मदद से तनाव कम करने की कोशिश करें।
- रोजाना 7 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लेने की कोशिश करें, क्योंकि नींद हार्मोन को कंट्रोल करने में मदद करती है।
- स्मोकिंग के साथ-साथ शराब के सेवन से भी परहेज करें, ताकि शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सके।
- अपनी डाइट में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट जैसे फूड्स को शामिल करें।
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निष्कर्ष
स्मोकिंग करने की आदत छोड़ने से महिला और पुरुष दोनों की प्रजनन क्षमता में सुधार हो सकता है। इसलिए, अगर आप कंसीव करने की कोशिश कर रहे हैं या बेबी प्लान कर रहे हैं तो सबसे पहले जरूरी हैै कि स्मोकिंग करना छोड़ें और अपने जीवनशैली में हेल्दी बदलाव करें।
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FAQ
ज्यादा स्मोकिंग करने से क्या होता है?
ज्यादा सिगरेट पीने से कैंसर, दिल से जुड़ी बीमारियां, स्ट्रोक और फेफड़ों से जुड़ी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इतना ही नहीं, यह आपके प्रजनन स्वास्थ्य, आंखों और स्किन पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है।प्रजनन स्वास्थ्य क्या है?
प्रजनन स्वास्थ्य यौन और प्रजनन प्रणाली के सभी पहलुओं में शारीरिक और मानसिक स्थिति शामिल है। एक हेल्दी प्रजनन स्वास्थ्य का मतलब है कि व्यक्ति सुरक्षित यौन संबंध बना सकते हैं और उन्हें प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़े निर्णय लेने की क्षमता और स्वतंत्रता है।प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए क्या करें?
प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए हेल्दी डाइट लें, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फल और सब्जियां शामिल हो। इसके साथ ही ज्यादा प्रोसेस्ड फूड्स के सेवन से बचें। साथ ही, नियमित एक्सरसाइज, पर्याप्त नींद लें और तनाव कम करें।
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Nov 19, 2025 18:07 IST
Published By : Katyayani Tiwari