Does Malaria Affect Fertility In Hindi: मलेरिया होने पर आपने नोटिस किया होगा कि लोगों को बुखार, सिरदर्द, थकान, कमजोरी, कंपकंपी, ठंड लगने जैसी कई समस्याएं हो जाती हैं। मलेरया एक गंभीर बीमारी है, जो कि मच्छरों के काटने से होती है। यही कारण है कि तमाम विशेषज्ञ यह सलाह देते हैं कि अपने आसपास मच्छर न होने दें। रात को मच्छरदानी में ही सोएं और मस्कीटो रेप्लेंट का इस्तेमाल करें। ध्यान रखें कि मलेरिया किसी को भी हो सकता है और यह जानलेवा स्थिति पैदा कर सकती है। बहरहाल, यह भी माना जाता है कि मलेरिया का प्रजनन क्षमता पर भी बुरा असर पड़ता है। क्या वाकई ऐसा होता है? इस बारे में Gr. Noida West स्थित सर्वोदय अस्पताल में Consultant - Internal Medicine डॉ. पंकज रेलन से बात की।
क्या मलेरिया प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है?- Can Malaria Affect Fertility In Hindi
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि मलेरिया न सिर्फ स्वास्थ्य खराब करता है, बल्कि यह प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करता है। मलेरिया का पुरुष और महिला दोनों की प्रजनन क्षमता पर पड़ता है। ऐसा कैसे होता है? जानते हैं विस्तार से-
पुरुषों में
सीमन क्वालिटी पर असरः मलेरिया के कारण ओवर ऑल हेल्थ प्रभावित होती है। इसकी वजह से शरीर में कमजोरी और थकान भर जाती है। शरीर में एनर्जी की कमी हो जाती है और बुखार भी बना रहता है। ये सभी ऐसे कारक हैं, जिसकी सीमन क्वालिटी पर बुरा असर पड़ता है। यही नहीं, इसकी वजह से स्पर्म काउंट कम होता है और मोटिलिटी में भी कमजारी आती है।
सबफर्टिलिटी पर असरः मलेरिया की वजह से कई तरह की अन्य बीमारियां होने लगती हैं। ट्रीटमेंट के दौरान सभी लक्षणों को कम करने और पूरी तरह रिकवरी पर काम किया जाता है। मगर, मलेरिया की वजह से पुरुषां में सबफर्टिलिटी की समस्या भी हो सकती है। आपको बता दें कि सबफर्टिलिटी का मतलब होता है कि प्रेग्नेंसी में सामान्य अधिक समय लगता है। पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी प्रभावित होने की वजह से यह समस्या हो सकती है। कभी-कभी यह अस्थाई होती है और कुछ मामलों में यह स्थाई भी हो सकती है।
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महिलाओं में
वैसे मलेरिया महिलाओं की फर्टिलिटी को सीधे-सीधे तौर पर प्रभावित नहीं करता है। लेकिन, प्रेग्नेंसी के दौरान अगर किसी महिला को मलेरिया हो जाता है, तो इसकी वजह से महिला को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। यही नहीं, इसकी वजह से प्रेग्नेंसी से संबंधित जटिलताएं भी बढ़ जाती है। ध्यान रखें मलेरिया की वजह से पूरा शरीर कमजोर हो जाता है। बुखार भी बढ़ने लगता है, जिससे ठंड लगना और कंपकंपी छूट सकती है। वहीं, अगर प्रेग्नेंसी के दौरान किसी को मलेरिया हो जाता है, तो अगर वे अपनी केयर प्रॉपर तरीके से न करें, तो इसकी वजह से मिसकैरेज का रिस्क बढ़ सकता है। दरअसल, जब संक्रमण बढ़ जाता है, तो इसका गर्भस्था शिशु पर बुरा असर पड़ता है।
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