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क्या लीची खाने से एसिडिटी हो सकती है? एक्सपर्ट से जानें

गर्मियों में लीची खाना ज्यादातर लोग पसंद करते हैं, इसे खाने के अनेक फायदे होते हैं। यहां जानिए, क्या लीची खाने से एसिडिटी होती है?
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क्या लीची खाने से एसिडिटी हो सकती है? एक्सपर्ट से जानें


गर्मी के मौसम में जब तेज धूप और उमस से शरीर थकने लगता है, तब इस मौसम में मिलने वाले फलों का सेवन न सिर्फ स्वादिष्ट लगता है बल्कि शरीर को ठंडक भी देते हैं। उन्हीं फलों में से एक है लीची। गुलाबी-लाल रंग की यह रसीली और मीठी लीची न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होती है, बल्कि इसमें छिपे पोषक तत्व इसे हेल्थ के लिए भी फायदेमंद बनाते हैं। लीची में भरपूर मात्रा में विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने से लेकर स्किन और पाचन स्वास्थ्य तक को बेहतर करने में मदद करते हैं। लेकिन कहते हैं न कि हर चीज की एक सीमा होती है और वही लीची पर भी लागू होती है।

कई लोग ऐसे हैं जो लीची खाने के तुरंत बाद पेट में जलन, भारीपन या गैस जैसी समस्या महसूस करते हैं। इसीलिए यह सवाल अक्सर उठता है कि क्या लीची खाने से एसिडिटी होती है? इस लेख में हम डाइटिशियन गीतांजलि सिंह (M.sc Food and Nutrition) से जानेंगे कि लीची के सेवन से एसिडिटी होने की संभावना कितनी है और किन बातों का ध्यान रखने से आप लीची का आनंद बिना किसी साइड इफेक्ट के उठा सकते हैं।

क्या लीची खाने से एसिडिटी होती है? - Does Lychee Cause Acidity

डाइटिशियन गीतांजलि सिंह के अनुसार, लीची एक मौसमी फल है जो शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है। इसमें 80 प्रतिशत से ज्यादा पानी होता है, जिससे शरीर में ठंडक बनी रहती है। इसके अलावा, इसमें नेचुरल शुगर, विटामिन C, पॉलिफिनॉल्स और फाइबर मौजूद होते हैं जो इम्यूनिटी बढ़ाने, स्किन हेल्थ सुधारने और पाचन तंत्र को मजबूत करने में सहायक होते हैं। डाइटिशियन गीतांजलि बताती हैं कि लीची से सीधे तौर पर एसिडिटी नहीं होती, लेकिन कुछ परिस्थितियों में यह समस्या बढ़ सकती है। 'अगर किसी की पाचन क्रिया कमजोर है, या वह पहले से ही एसिडिटी, गैस या पेट की जलन जैसी समस्या से जूझ रहा है, तो ज्यादा मात्रा में लीची खाना उसकी तकलीफ को बढ़ा सकता है। लीची में मौजूद फ्रक्टोज और नेचुरल एसिड कुछ लोगों के लिए पेट में एसिड को ट्रिगर कर सकते हैं।' इसका मतलब है कि सामान्य व्यक्ति के लिए लीची नुकसानदायक नहीं है, लेकिन जिन लोगों को एसिड रिफ्लक्स, गैस्ट्राइटिस या पेट की सेंसिटिविटी है, उन्हें इसे सीमित मात्रा में और सही समय पर खाना चाहिए।

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  • सुबह-सुबह खाली पेट खट्टे या मीठे फल खाना पेट में एसिड की मात्रा बढ़ा सकता है। लीची को खाली पेट खाने से कुछ लोगों को जलन महसूस हो सकती है।
  • कोई भी फल अगर एक बार में ज्यादा मात्रा में खाया जाए, तो वह पाचन पर दबाव डाल सकता है। लीची में नेचुरल शुगर ज्यादा होती है, जिससे ज्यादा खाने पर गैस और भारीपन की समस्या हो सकती है।
  • अगर लीची खाने के तुरंत बाद नींबू पानी, कोल्ड ड्रिंक या टमाटर आधारित भोजन किया जाए, तो पेट में एसिड का लेवल बढ़ सकता है।

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Does Lychee Cause Acidity

लीची खाने का सही तरीका - How to eat a lychee properly

  • लीची को दोपहर के भोजन के 30-45 मिनट बाद खाएं।
  • एक दिन में 5-7 लीचियों से ज्यादा न खाएं।
  • खाली पेट लीची खाने से बचें।
  • लीची खाने के बाद ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक तुरंत न लें।
  • अगर आपको पहले से एसिडिटी की समस्या है, तो लीची खाने के बाद सौंफ या त्रिफला लेना लाभकारी हो सकता है।

निष्कर्ष

लीची एक पोषक और ठंडी तासीर वाला फल है जो आमतौर पर फायदेमंद होता है, लेकिन कुछ लोगों में यह पाचन संबंधी समस्या को ट्रिगर कर सकता है। डाइटिशियन के अनुसार, यदि इसे सही मात्रा में और सही समय पर खाया जाए, तो यह सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं है। अगर आपको बार-बार लीची खाने के बाद पेट में जलन, भारीपन या गैस महसूस होती है, तो बेहतर होगा कि आप किसी डाइटिशियन या आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • लीची कब नहीं खानी चाहिए?

    लीची सेहत के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसे कुछ परिस्थितियों में खाने से बचना चाहिए। खाली पेट लीची खाना कुछ समस्याओं का कारण बन सकता है, खासकर बच्चों में। ज्यादा मात्रा में कच्ची लीची खाना भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि इसमें एक तत्व पाया जाता है, जो शरीर में शुगर की मात्रा को तेजी से घटा सकता है। बासी या सड़ी लीची खाने से फूड पॉइजनिंग हो सकती है। इसलिए लीची हमेशा ताजा, सीमित मात्रा में और भोजन के बाद ही खानी चाहिए।
  • लीची कब खाना चाहिए? 

    लीची गर्मियों का मौसमी फल है, जिसे दिन में खाना सबसे अच्छा माना जाता है। इसे दोपहर या शाम के समय, खाने के कुछ समय बाद स्नैक की तरह खाना फायदेमंद होता है। लीची में नेचुरल शुगर होती है, जो शरीर को ताजगी और एनर्जी देती है, इसलिए इसे थकान या कमजोरी महसूस होने पर भी खाया जा सकता है। खाली पेट या रात को देर से लीची खाने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि इससे पेट दर्द या ब्लड शुगर असंतुलन हो सकता है। ताजगी बनाए रखने के लिए लीची को फ्रिज में रखकर ठंडा खाया जा सकता है।
  • क्या हम खाली पेट लीची खा सकते हैं?

    खाली पेट लीची खाना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है, खासकर बच्चों के लिए। लीची में ऐसे यौगिक पाए जाते हैं, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को तेजी से घटा सकते हैं। यदि लीची खाली पेट खाई जाए, तो इससे अचानक शुगर लेवल गिर सकता है, जिससे कमजोरी, चक्कर या यहां तक कि बेहोशी भी हो सकती है। इसलिए लीची हमेशा खाने के बाद या किसी हल्के नाश्ते के बाद ही खानी चाहिए।

 

 

 

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