Does Bone Density Reduce With Age In Hindi: बोन डेंसिटी को बोन मिनरल डेंसिटी भी कहा जाता है। बोन डेंसिटी से ही हड्डियों को मजबूती मिलती है। बोन डेंसिटी का सही होना बहुत जरूरी है। जब बोन डेंसिटी सही होती है, तो इसकी वजह से बैलेंसिंग की दिक्कत नहीं होती है, पोस्चर में सुधार होता है और स्पोर्ट्स से जुड़े लोगों के लिए यह और भी फायदेमंद होता है, क्योंकि इसकी वजह से उनकी परफॉर्मेंस बेहतर होती है। बहरहाल, कई ऐसे कारण होते हैं, जिसकी वजह से बोन डेंसिटी घ्कम होने लगती है। जैसे हार्मोनल बदलाव, जेनेटिक्स और कुछ मेडिकेशन। बोन डेंसिटी के कम होने के पीछे एक कारण बढ़ती उम्र को भी माना जाता है। यहां सवाल उठता है कि क्या वाकई बढ़ती उम्र की वजह से बोन डेंसिटी में कमी आती है? इस बात में क्या सच्चाई है? आइए, जानते हैं इस बारे में इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल और हिलिंग टच क्लीनिक के ऑर्थोपेडिक सर्जन और स्पोर्ट्स इंजरी स्पेशलिस्ट डॉक्टर अभिषेक वैश से।
क्या वाकई उम्र बढ़ने के साथ बोन डेंसिटी कम होती जाती है?- Does Bone Density Reduce With Age In Hindi
बोन डेंसिटी का बढ़ती उम्र के साथ गहरा संबंध है। जैसे वयस्क लोगों की बोन डेंसिटी बहुत अच्छी होती है। बोन डेंसिटी को हड्डियों में मौजूद मिनरल्स के जरिए मापा जाता है। जब हड्डियां हेल्दी होती हैं, तो उनके फ्रेक्चर होने या हड्डियों से जुड़ी परेशानी होने का रिस्क बहुत कम होता है। लेकिन, जैसे-जैस उम्र बढ़ती जाती है, बोन डेंसिटी में कमी नजर आने लगती है। जैसे 30 साल की उम्र के बाद से ही बोन डेंसिटी में गिरावट महसूस की जा सकती है। आपको बता दें कि यह एक नेचुरल प्रक्रिया है, इसे रोका नहीं जा सकता है और न ही इसमें कोई बदलाव किए जा सकते हैं। हालांकि, यह भी सच है कि ऑस्टियोपोरोसिस जैसी कंडीशन में भी बोन डेंसिटी में कमी आने लगती है। इसके अलावा, जब महिलाओं को मेनोपॉज हो जाता है, तब भी बोन डेंसिटी में कमी देखने को मिलती है।
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बढ़ती उम्र में बोन डेंसिटी कम होने के कारण- Bone Density Kam Hone Ke Karan
हार्मोनल बदलाव
महिलाओं में हार्मोनल बदलाव काफी ज्याद होते हैं। खासकर, मेनोपॉज के बाद उनके शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर तेजी से कम होने लगता है। इसका बुरा उनकी हड्डियों पर पड़ता है। वहीं, पुरुषों की बात करें, तो उनके शरीर में भी बढ़ती उम्र के साथ टेस्टेस्टेरोन में कमी आने लगती है। पुरुषों के लिए यह हार्मोन बहुत जरूरी होता है। इसकी वजह से बाल झड़ने लगते हैं, स्किन लटकने लगती है और हड्डियां भी प्रभावित होती हैं।
हड्डियों का पुनर्निमाण
हड्डियों के पुनर्निमाण प्रक्रिया को बोन रिमॉडलिंग का जाता है। हमारी नई हड्डियों पुरानी हड्डियों को रिप्लेस करती हैं। यह एक प्रक्रिया है, जो लगातार चलती रहती है। लेकिन, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है वैसे-वैसे यह प्रक्रिया धीमी हो जाती है। इसका भी बुरा प्रभाव बोन डेंसिटी पर नजर आने लगता है।
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बोन डेंसिटी को कैसे मैनेज करें- How To Improve Bone Density In Hindi
नियमित रूप से एक्सरसाइज करेंः खासकर, वॉकिंग, रनिंग, वेटलिफ्टिंग जैसे हड्डियों की बोन डेंसिटी और पुननिर्मण प्रक्रिया में सुधार किया जा सकता है। हर उम्र के लोगों को एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। यह हड्डियों को मजबूती भी देता है और पोस्चर में भी सुधार करता है।
विटामिन-डी लेंः बोन डेंसिटी में सुधार करने के लिए आवश्यक है कि आप नियमित रूप से विटामिन-डी लें। अगर आपके शरीर में विटामिन-डी की कमी है, तो ऐसे में जरूरी है कि आप डॉक्टर से कंसल्ट करें और विटामिन-डी सप्लीमेंट लें।
बोन डेंसिटी स्क्रीनिंग करेंः महिलाओं को 65 साल के बाद और पुरुषों को 70 साल की उम्र के बाद बोन डेंसिटी स्क्रीनिंग की जांच करवानी चाहिए। इससे यह अंदाजा लगता रहता है कि बोन डेंसिटी की क्या सिचुएशन और इसमें सुधार की आवश्यक है या नहीं।
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FAQ
60 के बाद बोन डेंसिटी कैसे बढ़ाएं?
60 की उम्र के बाद बोन डेंसिटी बढ़ाने के लिए आप रेगुलर एक्सरसाइज करें। इसमें जॉगिंग, डांसिंग, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग आदि शामिल हैं।क्या बोन डेंसिटी टेस्ट कैंसर दिखाता है?
बोन डेंसिटी टेस्ट से सिर्फ बोन की डेंसिटी का ही पता चलता है। इसकी मदद से कैंसर को डिटेक्ट नहीं करता है। यहां तक कि बोन डेंसिटी टेस्ट से फ्रैक्चर के बारे में भी जानकारी हासिल नहीं होती है।किस उम्र में आपको बोन डेंसिटी होना बंद कर देना चाहिए?
आमतौर पर बोन डेंसिटी 20-30 की उम्र तक बेहतर होती रहती है। इसके बाद धीरे-धीरे बोन डेंसिटी घटने लगती है। 30 साल की उम्र के बाद 50 साल की उम्र तक बोन डेंसिटी में धीरे-धीरे गिरावट आती रहती है।