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ज्यादा निगेटिव सोचते हैं तो जरूर दें ध्यान, बढ़ता है इन 6 बीमारियों का खतरा

Do Negative Thoughts Cause Disease: सोच हमारे स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है। जानें ज्यादा निगेटिव सोचने से बॉडी पर क्या असर पड़ता है।    
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ज्यादा निगेटिव सोचते हैं तो जरूर दें ध्यान, बढ़ता है इन 6 बीमारियों का खतरा


How Negative Thoughts Affects Health: हमारी मेंटल और फिजिकल हेल्थ में सीधा संबंध है। आपने ध्यान दिया होगा ज्यादा तनाव में होने पर आप ज्यादा थकावट महसूस करते हैं। वहीं अगर आप शारीरिक रूप से बीमार है, तो आपके लिए फोकस करना भी मुश्किल होगा। इसी तरह हमारी सोच भी हमारी सेहत पर सीधा असर डालती है। अगर आप पॉजिटिव बातें सोचते हैं तो आप ज्यादा एक्टिव रहेंगे। वहीं ज्यादा निगेटिव सोचने पर आपकी बॉडी भी गलत प्रतिक्रिया देने लगती है। ज्यादा निगेटिव सोचने से आपको कई बीमारियों का खतरा हो सकता है। इस बारे में जानकारी देते हुए आयुर्वेदिक डॉक्टर और न्यूट्रिशन व डाइट कंसल्टेंट डॉ ईशा नेगी ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है।  आइये इस लेख के माध्यम से समझें इन बीमारियों के बारे में। 

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निगेटिव सोचने के कारण बढ़ सकता है इन बीमारियों का खतरा- How Negative Thoughts Affect Your Life

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर- Gastrointestinal Disorders

ज्यादा निगेटिव सोचने के कारण हमें तनाव होने लगता है। ज्यादा तनाव लेने से आंतों में मौजूद गुड़ बैक्टीरिया को नुकसान होता है। इससे व्यक्ति को इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस), अल्सर, अपच, दस्त और पेट से जुड़ी समस्याओं का खतरा हो सकता है। 

दिल से जुड़ी बीमारियां- Cardiovascular Disease

अगर आप ज्यादा निगेटिव सोचने हैं, तो इससे आपको तनाव और बैचेनी रहने लगेगी। ऐसे में बॉडी में स्ट्रेस हार्मोन यानी कोर्टिसोल असंतुलित हो सकता है। कोर्टिसोल असंतुलित होने से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा होता है। ऐसे में हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और हार्ट बीट तेज या ज्यादा रहने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए अपने इमोशंस को हमेशा कंट्रोल में रखें। 

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शरीर में दर्द रहना- Body Pain

अगर आप खुद के लिए ही निगेटिव सोचते हैं, तो आपको कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आपको ज्यादा तनाव हो सकता है।तनाव के कारण आपको मांसपेशियों में दर्द और अकड़न हो सकती है। खासकर पीठ और गर्दन में आपको दर्द रहने की परेशानी हो सकती है। इस समस्या पर अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो भविष्य में बड़ी बीमारियां हो सकती हैं। 

एंग्जाइटी और डिप्रेशन- Anxiety and Depression

निगेटिव सोचने के कारण आप एंग्जाइटी और डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में आपको उदासी, निराशा और काम में फोकस की कमी महसूस हो सकती है। ऐसे में आपके लिए किसी भी काम में मन लगाना मुश्किल हो सकता है। लंबे समय में ये परेशानियां दिमागी बीमारियों की वजह बन सकती हैं। 

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थायराइड और पीसीओएस- Thyroid and PCOS

ज्यादा सोचने के कारण आपको तनाव हो सकता है। इसके कारण कॉर्टिसोल लेवल बिगड़ सकता है। ऐसे में शरीर में कई हार्मोन्स असंतुलित हो सकते हैं। ऐसे में आपको थायरॉयड डिसऑर्डर, डायबिटीज और पीसीओएस जैसी बीमारियों का खतरा हो सकता है।

इम्यूनिटी कमजोर होना- Weak Immunity

लगातार निगेटिव सोचने के कारण आपकी इम्यूनिटी भी कमजोर हो सकती है। इससे आपको इंफेक्शन और गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता है। इसलिए अपने इमोशंस पर कंट्रोल रखना जरूरी है।  

 

 

 

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A post shared by Dr. Isha Negi | Ayurveda Doctor | Diet and Nutrition Consultant (@dr.isha.negi)

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