
Diseases Caused Due To Mosquito Bite In Hindi: मानसून का सीजन है। हर तरफ बेतहाशा बारिश हो रही है। जगह-जगह पर गलियों और नालियों में पानी भर रहा है। रिहायशी इलाके भी इससे अछूते नहीं हैं। ये बात हम सभी जानते हैं कि जहां-जहां पानी भरता है, वहां मच्छरों के होने की आशंका काफी ज्यादा होती है। यह बात तो आप सभी जानते होंगे कि जिन जगहों पर मच्छर बढ़ जाते हैं, वहां कई तरह की बीमारियों के होने का रिस्क भी बढ़ जाता है। आज इस लेख में हम यही जानेंगे कि मच्छरों के कारण किस तरह की बीमारियां हो सकती हैं और उनसे कैसे बचें। इस संबंध में हमने नवी मुंबई स्थित मेडिकवर अस्पताल में कंसलटेंट इंटरनल मेडिसिन के डॉ. निखिल वर्गे से बातचीत की।
डेंगू - Dengue

बरसात के दिनों में लोगों को सबसे ज्यादा खतरा डेंगू का ही रहता है। डेंगू एक खरतनाक बीमारी है और अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो व्यक्ति की मृत्यु तक हो सकती है। डेंगू मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है। माना जाता है कि जिन जगहों पर पानी इकट्ठा हो जाता है, वहीं डेंगू के मच्छर पनपने लगते हैं। डेंगू मादा एडीज एजिप्टी मच्छरों के काटने से होता है। डेंगू होने पर शुरुआती दिनों में मरीज को तेज बुखार, आंखों में दर्द, मांसपेशियों में तकलीफ और जोड़ों में अकड़न की समस्या होने लगती है।
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मलेरिया - Malaria

मच्छरों के काटने से मलेरिया जैसी घातक बीमारी भी होती है। एनोफेलीज नामक मच्छर इस बीमारी के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। बारिश के दिनों में यह बीमारी भी काफी लोगों को अपनी चपेट में ले लेती है। मलेरिया होने पर मरीज को बहुत ज्यादा ठंड लगने लगती है, बुखार होने लगता है, सिरदर्द के साथ-साथ कई अन्य लक्षण भी दिखाई देते हैं।
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चिकनगुनिया - Chikungunya

चिकनगुनिया होने पर व्यक्ति के जोड़ों में दर्द होने लगता है, जो कि कई हफ्तों रहता है। इसके अलावा, मरीज काफी ज्यादा कमजोर भी हो जाता है। चिकगुनिया भी मच्छरों के द्वारा होने वाली बीमारी है। चिकनगुनिया वायरस संक्रमित मादा ‘एडिस एजिप्टी’ मच्छर के काटने से फैलता है। चिकनगुनिया वायरस एडीज एल्बोपिक्टस और एडीज एजिप्टी मच्छरों द्वारा लोगों में फैलता है। आमतौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के 4-7 दिनों बाद इसके लक्षण उभरने लगते हैं। शुरुआती दो दिनों तक व्यक्ति को बुखार होता है, इसके बाद हाथ-पैरों में रैशेज नजर आने लगते हैं और धीरे-धीरे शरीर के अलग-अलग जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है।
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जिका वायरस - Zika Virus
डेंगू और चिकनगुनिया, जिन मच्छरों के काटने से फैलता है, उसी मच्छर के काटने से जिका वायरस भी फैलता है। हालांकि, यह बीमारी विश्व के ट्रॉपिकल और सब-ट्रॉपिकल क्षेत्रों में ज्यादा फैलता है। परेशानी की बात यह भी है कि जिका वायरस के लक्षण तुरंत नजर नहीं आते हैं। इसके लक्षण धीरे-धीरे उभरते हैं और संक्रमित मच्छर के काटने के 2-7 दिनों के बाद नजर आने लगते हैं। जिका वायरस का संक्रमण होने पर मरीज को हल्का बुखार, स्किन में रैशेज, ज्वाइंट पेन और मांसपेशियों में तकलीफ होने लगती है।
कैसे बचें
मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए, आसपास मच्छर न पैदा होने दें और घर के अंदर साफ-सफाई रखें। बाथरूम में बाल्टियां भरने के बाद ढककर रखें, ताकि उसमें मच्छर न पनप सके। इसके अलावा, घर में मस्कीटो कॉयल लगाएं और शाम के समय जब भी घर से बाहर निकलें, मच्छर भगाने वाले ऑइंटमेंट स्किन पर अप्लाई करें।
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