Fitkari and Suhaga: एक-दूसरे से अलग होते हैं फिटकरी और सुहागा, जानें अंतर

फिटकरी और सुहागा में अंतर: फिटकरी और सुहागा एक जैसे दिखाई देते है, लेकिन ये दोनों एक-दूसरे से बिल्कुल अलग होते हैं। जानें अंतर-
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Fitkari and Suhaga: एक-दूसरे से अलग होते हैं फिटकरी और सुहागा, जानें अंतर


फिटकरी और सुहागा में अंतर: हर कोई फिटकरी और सुहागा में आसानी से अंतर नहीं कर पाता है। क्योंकि फिटकरी और सुहागा दिखने में काफी हद तक एक जैसे लगते हैं। लेकिन ये दोनों एक-दूसरे से बिल्कुल अलग होते हैं। अधिकतर घरों में फिटकरी और सुहागा दोनों का घरेलू उपाय के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। ये दोनों ही औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं और कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने में मदद कर सकते हैं। आइए, फिटकरी और सुहागा के अंतर (Fitkari aur Suhaga me Antar) को विस्तार से जानते हैं।

फिटकरी और सुहागा में अंतर- Difference Between Fitkari and Suhaga in Hindi

फिटकरी और सुहागा दिखने में एक ही जैसे होते हैं। लेकिन गुणों और स्वाद के आधार पर इन दोनों में अंतर किया जा सकता है। सुहागा रंग में सफेद और गंधरहित होता है, वहीं फिटकरी ही सफेद होती है। लेकिन कुछ फिटकरी हल्के गुलाबी रंग में भी आती है। सुहागा का स्वाद खारा होता है और फिटकरी स्वाद में कसैला और अम्लीय होती है।

फिटकरी क्या है?

फिटकरी का रासायनिक नाम पोटेशियम एल्यूमीनियम सल्फेट है। यह क्रिस्टल की तरह होती है। फिटकरी को अंग्रेजी में एलम कहा जाता है। फिटकरी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसमें एंटीबायोटिक, एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीइंफ्लेमेटरी और एस्ट्रिंजेंट गुण होते हैं। इन सभी गुणों की वजह से फिटकरी का उपयोग कई रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है।

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fitkari

फिटकरी के फायदे

  • फिटकरी दांतों और मसूड़ों से जुड़ी समस्या को ठीक करने में मदद करती है। यह कैविटी को नष्ट करने में मदद कर सकती है।
  • फिटकरी का उपयोग शरीर की बदबू दूर करने के लिए भी किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को नष्ट कर सकते हैं।
  • दांतों पर जमे प्लाक को हटाने के लिए फिटकरी के पानी से कुल्ला करना फायदेमंद हो सकता है।
  • फिटकरी बुखार, खांसी और अस्थमा जैसी समस्याओं का इलाज करने में भी कारगर हो सकती है।
  • यूटीआई का इलाज करने के लिए फिटकरी को रामबाण माना गया है। 
  • मुहांसों, दाग-धब्बों को ठीक करने के लिए भी फिटकरी का उपयोग किया जा सकता है।

सुहागा क्या है?

सुहागा को बोरेक्स के नाम से भी जाना जाता है। इसका रासायनिक नाम सोडियम टेट्राबोरेट है। सुहागा औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसमें कसैले, रोगाणुरोधी और बलगम निकालने वाले गुण होते हैं। सुहागा का उपयोग कई तरह की आयुर्वेदिक दवाइयों में भी किया जाता है। इतना ही नहीं सुहागा का इस्तेमाल टेथपेस्ट और साबुन में भी किया जाता है।

सुहागा के फायदे

सुहागा स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होता है। सुहागा का उपयोग कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। यह मुंह, आंखों और दांतों के लिए भी अच्छा साबित होता है। सुहागा के फायदे-

  • सुहागा मुंह के छालों को ठीक करने में असरदार हो सकता है.
  • सुहागा का उपयोग आंखों के संक्रमण को ठीक करने के लिए भी किया जा सकता है.
  • सुहागा पेशाब में होने वाली जलन, खुजली आदि की समस्या से राहत दिलाता है.
  • यह पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याओं से भी बचाता है. इससे मासिक धर्म रेगुलर हो सकते हैं.
  • सुहागा गठिया की सूजन और दर्द को कम करने में भी असरदार साबित हो सकता है. 
  • सुहागा में बलगम निकालने के गुण पाए जाते हैं। इसलिए यह खांसी, जुकाम के इलाज में भी उपयोगी होता है।
  • डैंड्रफ हटाने के लिए भी सुहागा को नारियल के तेल में मिक्स करके लगाया जा सकता है.
  • पेट में होने वाले दर्द को ठीक करने में भी सुहागा फायदेमंद हो सकता है।

सुहागा का नुकसान

  • सुहागा को कभी भी प्रेगनेंसी में नहीं लेना चाहिए।
  • सुहागा का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। अन्यथा खट्टी डकार, भूख में कमी और बाल झड़ने जैसे साइड इफेक्ट देखने को मिल सकते हैं।
  • लंबे समय तक सुहागा लेने से हड्डियां प्रभावित हो सकती हैं। 
  • इतना ही नहीं सुहागा महिलाओं की प्रजनना क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है।

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