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बेल्स पाल्सी और फेशियल पाल्सी (चेहरे का लकवा) में क्या अंतर होता है? जानें इनके लक्षण, कारण और इलाज

bell’s palsy and facial palsy: चेहरे की मांसपेशियों का कमजोर होना बेल्स पाल्सी या फेशियल पाल्सी का कारण बन सकता है। जानें बेल्स पाल्सी और फेशियल पाल्सी में अंतर-
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बेल्स पाल्सी और फेशियल पाल्सी (चेहरे का लकवा) में क्या अंतर होता है? जानें इनके लक्षण, कारण और इलाज


Bell’s Palsy and Facial Palsy: सर्दियों में लोग कई तरह की सामान्य से लेकर गंभीर बीमारियों का सामना करते हैं। इन्हीं में शामिल हैं बेल्स पाल्सी (Bell’s Palsy) और फेशियल पाल्सी (Facial P,alsy)। बेल्स पाल्सी तब होता है, जब चेहरे की मांसपेशियों को नियंत्रित करने वाली नसों में सूजन आती है। यह एक ऐसी स्थिति है, जो चेहरे की मांसपेशियों की कमजोरी या पैरालिसिस का कारण बनती है। इसे चेहरे का लकवा भी कहा जाता है। बेल्स पाल्सी में चेहरे का आधा हिस्सा पूरी तरह से प्रभावित होता है। जबकि फेशियल पाल्सी में सिर्फ मुंह प्रभावित होता है। बेल्स पाल्सी और फेशियल पाल्सी के बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने कामिनेनी स्ट्रोक सेंटर, कामिनेनी अस्पताल, हैदराबाद के  बिलाल वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर  मोहम्मद शुजाउज्जमां (Dr Mohammad Shujauzzaman bilal Senior Neurologist, Kamineni stroke centre, Kamineni hospitals, Hyderabad)

(image source : wikipedia)

बेल्स पाल्सी के लक्षण (bell’s palsy symptoms)

बेल्स पाल्सी आधे चेहरे की कमजोरी का कारण बनती है। बेल्स पाल्सी में चेहरे का एक तरफ का हिस्सा मुरझाया या लटका हुआ रहता है। इसमें रोगी एक ही तरफ से हंस पाता है। बेल्स पाल्सी की बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है। ये हैं बेल्स पाल्सी के लक्षण-

  • आधे चेहरे का कमजोर होना
  • आंख बंद करने में असमर्थता 
  • मुस्कुराने पर मुंह का विचलन
  • खाने-पानी में कठिनाई
  • चेहरे के भाव बनाने में कठिनाई
  • मुस्कुराने में मुश्किल होना
  • सिरदर्द
  • आंखों में जलन
  • मुंह में सूखापन

बेल्स पाल्सी क्यों होता है? (bell’s palsy causes)

बेल्स पाल्सी (bell’s palsy) अचानक से होने वाली एक समस्या है। यह चेहरे के एक तरफ के हिस्से को पूरी तरह से प्रभावित करती है। वैसे तो इसका कोई मुख्य कारण नहीं होता है, यानी इसका कारण अज्ञात होता है। यह वायरल संक्रमण के कारण तंत्रिका की सूजन के कारण होता है। वायरल इंफेक्शन (viral infection) बेल्स पाल्सी का कारण बन सकता है। मधुमेह (diabetes), गर्भावस्था (pregnancy) और लाइम रोग (lyme disease) बेल्स पाल्सी के जोखिम कारक हैं।

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बेल्स पाल्सी का इलाज (Bell’s Palsy Treatment)

बेल्स पाल्सी का पता लगाने के लिए एमआरआई, इलेक्ट्रोमोग्राफी आदि करवाई जाती है। फिजियोथेरेपी उपचार का मुख्य आधार है। स्टेरॉयड, एंटीवायरल और एंटी इंफ्लामेटेरी (Anti viral and Anti Inflammatory) मेडिसन डॉक्टर द्वारा बताए जाते हैं। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा का सेवन न करें। यह समस्या 3-6 महीने के अंदर ठीक हो सकती है।

(image source : parkview.com)

फेशियल पाल्सी के लक्षण (facial palsy symptoms)

फेशियल पाल्सी पूरे चेहरे को प्रभावित न करके सिर्फ मुंह को ही प्रभावित करता है। जानें फेशियल पाल्सी के लक्षण-

  • मुंह का प्रभावित होना
  • मस्तिष्क में क्षति का संकेत
  • मुंह के विचलन
  • आंखें बद करने में असमर्थता

फेशियल पाल्सी के कारण (Facial Palsy Causes)

फेशियल पाल्सी के कारण चेहरे की तंत्रिका जैसे ट्यूमर, स्ट्रोक, आघात आदि को नुकसान पहुंचता है।

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फेशियल पाल्सी का इलाज (Facial Palsy Treatment)

फेशियल पाल्सी का पता लगाने के लिए एमआरआई करवाई जाती है। जब एमआरआई जांच न्यूरॉन को स्पस्ट नुकसान दिखाती है, तभी इसके सटीक कारण का पता चल पाता है। स्टोक थ्रोम्बोलिसिस, तंत्रिका पुनर्निर्माण, ट्यूमर के उच्छेदन आदि जैसे कारणों के आधार पर उपचार की आवश्यकता होती है। डॉक्टर की सलाह पर इसका इलाज करवाया जा सकता है। कई बार मुंह के विचलन और आंखें बंद करने में असमर्थता के रूप में स्थायी कमी होती है। कई बार रोगी चेहरे और मुस्कान के लिए प्लास्टिक सर्जरी भी करवाते हैं।

बेल्स पाल्सी और फेशियल पाल्सी (bell’s palsy and facial palsy) एक-दूसरे से काफी अलग होते हैं। इनकी जांच के लिए एमआरआई (MRI) करवाई जाती है। इसके बाद ही बीमारी का पता चलता है और सटीक इलाज होता है। बेल्स पाल्सी और फेशियल पाल्सी का इलाज डॉक्टर की सलाह पर ही करें।

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