कई लोग आज के समय में बवासीर से पीड़ित है और वह इसका कोई ऐसा इलाज चाहते हैं, जिससे यह समस्या आसानी से ठीक हो जाए। बवासीर एक गंभीर बीमारी है , जो मलाशय और गुदा में मौजूद रक्त वाहिकाओं में सूजन के कारण होता है। इस दौरान मल त्याग करने में काफी कठिनाई होती है। कभी-कभी तो मल के साथ खून भी आता है। पाइल्स या बवासीर दो प्रकार के होते हैं। आंतरिक बवासीर में मल के साथ खून आने लगता है। वहीं बाहरी बवासीर में गुदा के आसापास वाले हिस्से में सूजन आ जाती है, जिससे काफी दर्द और जलन जैसी समस्याएं होती है। लेकिन इससे छुटकारा पाने के लिए कई घरेलू उपाय भी हैं। इसमें आप कपूर की मदद से तेज दर्द और जलन में आसानी से आराम मिल सकता है। दरअसल कपूर में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीसेप्टिक, एंटीऑक्सीडेंट, पिनेन, कैम्फेन और बी-पिनेन जैसे तत्व पाए जाते हैं। कपूर के इस्तेमाल से जलन, घाव को भरने और गैस की समस्या में काफी आराम मिलता है। इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं आयुर्वेदाचार्य डॉ राहुल चतुर्वेदी ।
बवासीर में कपूर के फायदे (Camphor benefits in Piles)
1. सूजन कम करता है
कपूर में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में कारगर है। यह बवासीर में गुदों की नसों में आए सूजन को कम करके राहत पहुंचाता है।
2. जलन को कम करे
बवासीर में कपूर के इस्तेमाल से जलन को कम किया जा सकता है। कपूर में एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। यह घाव में जलन और इंफेक्शन को दूर करता है।
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3. घाव को जल्दी भरता है
कपूर के इस्तेमाल से बवासीर के घाव जल्दी भरने में मदद मिलती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो घाव को जल्दी ठीक कर सकते हैं।
4. खुजली से छुटकारा
कपूर में एंटी-इचिंग गुण होते हैं। इसका खुजली वाली जगह पर इस्तेमाल करने से त्वचा को काफी आराम मिलता है।
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बवासीर में कपूर का कैसे करें इस्तेमाल
1. कपूर का तेल
कपूर के तेल को आप रूई या सूती कपड़े की मदद से मल मार्ग पर मौजूद मस्सों में लगा सकते हैं। इससे मस्सों के खत्म करने में मदद मिलेगी।
2. कपूर और नारियल का तेल
कपूर और नारियल का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर बवासीर के मस्सों पर लगाएं। हालांकि पहले लगाने पर आपको थोड़ी जलन महसूस हो सकती है लेकिन फिर आपको काफी आराम मिलेगा। इससे जलन और खुजली कम हो सकती है।
3. कपूर और सरसों का तेल
100 ग्राम सरसों तेल में 10 ग्राम कपूर मिलाकर लगाने से दर्द में राहत मिलती है। इससे बवासीर के दर्द और सूजन में आराम मिलता है।
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4. गुनगुना पानी और कपूर
250 ग्राम पानी में 10 ग्राम कपूर मिलाकर गर्म कर लें और थोड़ी देर ठंडा होने के लिए छोड़ दें। फिर दर्द और सूजन वाली जगह को सेंक सकते हैं। इससे भी दर्द और जलन में आराम मिलता है। साथ ही संक्रमण का खतरा भी नहीं रहता है।
5. कपूर और नीम का लेप
कपूर में नीम का लेप को मिलाकर मस्से वाली जगह पर लगा सकते हैं। इससे इंफेक्शन की परेशानी नहीं होती है।
सावधानियां
कपूर का इस्तेमाल करते वक्त आपको कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए। मिर्गी और पार्किंसंस के रोगियों को कपूर के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इसके अलावा लिवर की परेशानी में कपूर का सेवन नहीं करना चाहिए। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के बाद इसका इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो कपूर का उपयोग न करें।