21 मई को दिल्ली के वसंत कुंज विहार में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया जिसमें 50 साल की एक महिला मंजू श्रीवास्तव और उनकी दो बेटियों अंशिका व अंकू का शव उनके फ्लैट में मिला। मां और बेटियों से सुसाइड करने के इरादे से घर को गैस चेंबर में बदल दिया और प्लान्ड तरीके से सुसाइड को अंजाम दिया। दक्षिण दिल्ली में घटे इस ट्रिपस सुसाइड केस के बारे में सुनकर हर कोई हैरान है कि आखिर इतने दर्दनाक मौत के रास्ते को चुनने के पीछे क्या कारण हो सकता है। क्या डिप्रेशन किसी को सुसाइड की ओर ले जाने पर मजबूर कर सकता है और अगर हां तो आपको इसके लक्षण और बचाव के उपाय जान लेने चाहिए क्योंकि आज के समय में हर 5 में से 3 व्यक्ति डिप्रेशन की गिरफ्त में नजर आते हैं।
क्या मां-बेटी ने डिप्रेशन में आकर किया सुसाइड?
डीसीपी साउथ वेस्ट की मानें तो "8 बजकर 22 मिनट पर वसंत विहार थाने की पुलिस को पीसीआर कॉल से जानकारी मिली कि वसंत अपार्टमेंट सोसायटी में फ्लैट नंबर-207 में कमरा अंदर से बंद है और घर के लोग अंदर हैं। दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची और फ्लैट का दरवाजा तोड़कर देखा तो तीन लाश मिलीं", पुलिस की दी जानकारी पर गौर करें तो महिला के पति की मौत कोविड के चलते पिछले साल हुई जिसके चलते परिवार परेशान था और महिला भी अस्वस्थ थी तो ऐसा हो सकता है कि इस सुसाइड के पीछे छुपा कारण डिप्रेशन ही हो। पुलिस के मुताबिक सटीक प्लानिंग के साथ आत्महत्या को अंजाम दिया गया था। घर को गैस चेंबर बनाकर मां और दोनों बेटियों से आत्महत्या की। जानकारी में बताया गया है कि रसोई घर की गैस चालू थी, और अंगीठी जल रही थी जिसके कारण जहरीली गैस कार्बन मोनोऑक्साइड बनी और तीनों की मौत हो गई।
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कैसे पहचानें व्यक्ति में आत्महत्या करने के विचार के लक्षण? (Symptoms of suicidal tendency)
1. जो लोग सुसाइड का विचार बनाते हैं वो अपने घर या परिजनों से मिलना कम कर देते हैं। अगर आपका कोई दोस्त या रिश्तेदार ऐसा है जिसने अचानक से बातचीत बंद कर दी है और वो उसकी मानसिक स्थिति अच्छी नहीं है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और जरूरी कदम उठाने चाहिए।
2. अगर कोई दोस्त या रिश्तेदार लगातार ऐसे पोस्ट शेयर कर रहा है जो डिप्रेशन या अवसाद से जुड़े हुए हैं तो आपको उस पर गौर करना चाहिए आजकल लोग डिप्रेस महसूस करने में सोशल मीडिया पर अपनी बात रखते हैं अगर कोई लंबे अरसे से परेशान है तो उसकी पोस्ट के जरिए आप इसका पता लगा सकते हैं।
3. जिन लोगों में सुसाइड के विचार के लक्षण बन सकते हैं वो खुद को बोझ समझने लगते हैं। ऐसे लोगों को लगता है कि सब उनके कारण परेशान हैं और आत्महत्या करने का विचार बार-बार उनके मन में आता है।
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सुसाइड के पीछे छुपे डिप्रेशन को कैसे हराएं? (How to fight against depression)
आत्महत्या के पीछे डिप्रेशन होने का अहम रोल है। अगर आप निराशा से भरे हैं तो आपके मन में सुसाइड करने का ख्याल नजर आ सकता है। आपको डिप्रेशन के लक्षण से बचने के लिए ये कदम उठाने चाहिए-
- डिप्रेशन से बचने के लिए आप हेल्दी डाइट लें, अपनी डाइट में फल सब्जियां एड करें।
- सबसे अहम स्टेप, अगर आपको डिप्रेशन का सही इलाज चाहिए तो आप डॉक्टर से मिलने में देरी न करें।
- डिप्रेशन से बचने के लिए आपको रोजाना मेडिटेशन और एक्सरसाइज का भी सहारा लेना चाहिए।
आत्महत्या के ज्यादातर केसों के पीछे का कारण डिप्रेशन होता है। इस मामले में भी पुलिस की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि इस बात की आशंका हो सकती है कि महिला और बेटियां डिप्रेशन का शिकार रहीं हों। अगर आपके आसपास कोई ऐसा व्यक्ति है जिसे मदद की जरूरत है तो उससे बात करें और उसे चिकित्सा सलाह लेने के बारे में जानकारी दें।
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