24 घंटे में आए 14506 केस, बढ़ते कोरोना मामलों के बीच देश की पहली स्वदेशी mRNA COVID वैक्सीन को DCGI की मंजूरी

देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच DGCI ने देश की पहली mRNA Covid Vaccine और बच्चों के लिए कोवोवैक्स वैक्सीन को मंजूरी दी है।
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24 घंटे में आए 14506 केस, बढ़ते कोरोना मामलों के बीच देश की पहली स्वदेशी mRNA COVID वैक्सीन को DCGI की मंजूरी

भारत में कोरोना के मामले लगातार चिंता का विषय बने हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के मामलों में 23 फीसदी उछाल देखने को मिला है। बीते 24 घंटे में भारत में कोरोना वायरस के 14,506 नए मामले दर्ज किये गए हैं। इस दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के चलते 30 लोगों की मौत भी हुई है। बीते दिन देश में कोरोना के मामलों में कमी देखने को मिली थी, वहीं 23 फीसदी बढ़े मामले चिंता बढाने वाले हैं। आंकड़ों के मुताबिक देश में बीते 24 घंटे के दौरान 11,574 लोग संक्रमण से ठीक हुए हैं। इसके अलावा देश में कोरोना के एक्टिव मामले 99,602 हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच देश में दो नई कोविड वैक्सीन को मंजूरी भी दी गयी है। भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने बच्चों के लिए सीरम इंस्टिट्यूट के टीके कोवोवैक्स को मंजूरी दी है और देश में बनी पहली mRNA कोरोना वैक्सीन GEMCOVAC-19 को भी आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। आइए जानते हैं पूरी खबर।

भारत में बनी पहली mRNA वैक्सीन को मिली मंजूरी (DCGI approves indigenous mRNA Covid Vaccine in Hindi)

DGCI यानी भारत के औषधि महानियंत्रक ने देश में बनी पहली mRNA Covid वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी दी है। इस वैक्सीन को पुणे की फार्म कंपनी जेनोवा बायोफार्मा ने विकसित किया है। mRNA कोविड वैक्सीन का इस्तेमाल 18 साल से अधिक उम्र वाले लोगों के लिए किया जाएगा। वैज्ञानिक और एक्सपर्ट्स देश में बनी पहली mRNA वैक्सीन GEMCOVAC-19 को कोरोना वायरस के खिलाफ गेमचेंजर मानते हैं। इस वैक्सीन की खासियत यह है कि इसे आसानी से कहीं भी लाया ले जाया सकता है और इसके लिए किसी भी तरह के विशेष इंतजाम की जरूरत नहीं है। जेनेवा बायोफार्मा द्वारा विकसित देश की पहली mRNA Covid Vaccine को आसानी से 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर स्टोर किया जा सकता है। 

DCGI approves indigenous mRNA Covid Vaccine

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क्या है mRNA कोविड वैक्सीन?

जानकारी के मुताबिक mRNA कोविड वैक्सीन एक ऐसी वैक्सीन हैं जिसमें मैसेंजर RNA (mRNA) का इस्तेमाल किया गया है। यह एक तरह का आरएनए ही है जो शरीर में प्रोटीन के निर्माण के लिए जरूरी होता है। शरीर में कोशिकाओं के भीतर प्रोटीन का निर्माण करने के लिए सबसे पहले mRNA एक खाका यानी ब्लूप्रिंट तैयार करता है जिसके बाद प्रोटीन का निर्माण होता है। जैसे ही कोशिकाएं प्रोटीन बना लेती हैं वह mRNA को ब्रेक कर देती हैं। जिससे यह mRNA शरीर में कोशिकाओं के डीएनए को नहीं बदलता है। जेनोवा बायोफार्मा के सीईओ डॉ. संजय सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि DGCI ने इस कोविड वैक्सीन की दो डोज 18 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों को दी जाएगी और दोनों डोज के बीच का गैप 28 दिन का होगा।

बच्चों के लिए नई Covid Vaccine को मंजूरी (Corona Vaccine for Children)

देश में बनी पहली mRNA वैक्सीन के अलावा DGCI ने छोटे बच्चों के लिए एक नई कोविड वैक्सीन को मंजूरी दी है। जानकारी के मुताबिक भारत के औषधि महानियंत्रक ने 7 साल से 11 साल के बच्चों के लिए सीरम इंस्टिट्यूट द्वारा विकसित नए टीके कोवोवैक्स को मंजूरी दी है। हालांकि इस नई वैक्सीन को DGCI ने कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दी है और इसका इस्तेमाल सिर्फ सीमित आपातकालीन समय के लिए किया जाएगा। इससे पहले DGCI ने 28 दिसंबर को वयस्क लोगों में कोवोवैक्स के सीमित इस्तेमाल की मंजूरी दी थी।

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गौरतलब हो कि देश में कोरोना महामारी के खिलाफ सरकार की तरफ से लगातार टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन की 13,44788 नई डोज दी गयी है। देश में अब तक कुल 197 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज लोगों को लगाई गयी है।

(All Image Source- Freepik.com)

 

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