कोरोना वायरस की जांच हुई और भी आसान, CSIR ने किया 'फेलूदा' टेस्टिंग किट का इजात

कोरोना वायरस से जल्द निपटने के लिए भारत ने नई तकनीक की जांच का किया इजात, अब आसान तरीके से हो सकेगी कोरोना वायरस की जांच।
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कोरोना वायरस की जांच हुई और भी आसान, CSIR ने किया 'फेलूदा' टेस्टिंग किट का इजात


दुनियाभर के करीब 190 से ज्यादा देशों में कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी तरह अपने पैर पसार चुका है, ऐसे में कई देश कोरोना वायरस से निपटने के लिए वैक्सीन तैयार करने में लगे हुए हैं। लेकिन अब तक कोविड-19 की दवा नहीं बन पाई है जो सीधे कोविड-19 पर असर करें। कोरोना वायरस की चपेट में आने से विश्व में अब तक लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। भारत में भी तेजी से कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है, जिसके कारण भारत के लिए ये एक संकट बना हुआ है। कोरोना वायरस की टेस्टिंग को लेकर भी भारत में लगातार विवाद बना हुआ है। इस बीच भारत सरकार ने टेस्टिंग को लेकर नया दावा किया है। 

भारत सरकार के नए दावे के मुताबिक, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) ने एक नए तरह के टेस्टिंग किट को इजाद किया है। इस टेस्टिंग किट में एक पतली सी स्ट्रीप होगी, जिस पर दो काली धारी दिखने पर आपको तुरंत इस बात की जानकारी होगी कि आप कोरोना (Coronavirus) पॉजिटिव हैं। नई किट का इजात करने वाले सीएसआईआर (CSIR) के दो वैज्ञानिक है। केंद्र सरकार ने इस टेस्टिंग किट को लेकर मंजूरी भी दे दी है। 

आसान तरीके से हो सकेगी टेस्टिंग

सीएसआईआर के इस नई टेस्टिंग किट को बनाने के लिए टाटा के साथ काम भी शुरू हो गया है। वहीं, केंद्र सरकार ने टेस्टिंग किट को लेकर अपने प्रेस नोट में लिखा है कि ये टेस्टिंग किट पूरी तरह से भारतीय है, जिसके तहत कोरोना वायरस(Covid-19) की टेस्टिंग काफी आसान हो सकेगी। आइए जानते हैं कि कैसे ये तकनीक दुनिया के बीच हड़कंप मचा सकती है और इसे इस्तेमाल कैसे किया जाएगा। 

इस तरह होगी जांच

भारत में इजात हुए इस नए टेस्टिंग किट को लेकर सभी उत्साहित है कि जल्द से जल्द ये लोगों की जांच के लिए इस्तेमाल की जाए। सीएसआईआर(CSIR) के डायरेक्टर, जनरल डॉ. शेखर मांडे ने बीबीसी से बातचीत में बताया कि "ये एक पेपर बेस्ड डायग्नॉस्टिक टेस्टिंग हैं, जिसमें एक सोलियुशन लगा होता है। कोरोना वायरस के आरएनए (RNA) को निकालने के बाद, इस पेपर पर रखते ही एक खास तरह का बैंड देखने को मिलता है, जिससे तुरंत ये जानकारी मिल जाती है कि ये मरीज कोरोना पॉजिटिव है या नहीं।" 

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टेस्टिंग को दिया 'फेलूदा'

जानकारी के मुताबिक, इंस्टिट्यूट ऑफ जिनोमिक्स एंड इंटिग्रेटिव बॉयोलॉजी के दो साइंटिस्ट ने इसे इजात किया है। देबज्योति चक्रवर्ती और सौविक मैती ने साथ में काम करते हुए इस नई तकनीक की टेस्टिं को तैयार किया है। दोनों ही वैज्ञानिक बंगाल के रहने वाले हैं और इस टेस्टिंग किट को 'फेलूदा' का नाम दिया है। आपको बता दें कि सत्यजीत रे की फिल्मों के जासूसी कैरेक्टर  का नाम फेलूदा दिया गया है। सौविक बताते हैं कि सत्यजीत रे की फिल्मों की तरह ही ये 'फेलूदा" भी कोरोना (Coronavirus) के मरीज को जासूस की तरह ढूंढ लेगा, जिससे काफी मदद मिल सकेगी। 

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जल्द शुरू होगी 'फेलूदा' किट से टेस्टिंग

डॉ. शेखर मांडे के मुताबिक़, "दुनिया के दूसरे देशों में भी इस तरह के पेपर टेस्टिंग को लेकर काम हुआ है। लेकिन हमारा काम बाकी देशों के मुकाबले थोड़ा अलग है, क्योंकि हम इस टेस्ट में दूसरा एंजाइम का इस्तेमाल कर रहे हैं।"मांडे ने इस टेस्टिंग की शुरूआत को लेकर बताया कि ये टेस्टिग मई के आखिरी तक शुरू हो सकती है। वहीं, किट तैयार करने वाले वैज्ञानिक सौविक ने बताया कि इस किट को बनाने का काम 4 अप्रैल के आस-पास शुरू कर लिया गया था। लेकिन इसकी मंजूरी की प्रक्रिया को पूरा करने में महीने भर का समय लग गया। 

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