अगर आपको प्यास लगती है तो आप पानी (Water) या सॉफ्ट ड्रिंक्स (Soft Drinks) में क्या पीना पसंद करते हैं? इसमें कुछ का जवाब पानी होगा तो ज्यादातर लोग सॉफ्ट ड्रिंक्स पर अपनी सहमती जताएंगे। लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि, 1 कैन सॉफ्ट ड्रिंक में 10 छोटे चम्मच चीनी हो सकती है! ये हम नहीं, बल्कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट कहती है। अगर आप सॉफ्ट ड्रिंक्स के शौकीन हैं तो ये रिपोर्ट आपको हैरान करने वाली है। जी हां, डब्यूएचओ के मुताबिक, 'सॉफ्ट ड्रिंक्स' का अत्यधिक सेवन एक समय बाद व्यक्ति में डायबिटीज (Diabetes), मोटापा (Obesity) और दांतों में सड़न (Tooth Decay) का कारण बन सकती है।
सेहत के लिए क्यों हानिकारक हैं सॉफ्ट डिंक्स?
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉरमेशन के मुताबिक, दुनियाभर में सॉफ्ट ड्रिंक्स की खपत 1997 में सालाना प्रति व्यक्ति औसतन 9.5 गैलेन थी जो 2010 में बढ़कर 11.4 गैलेन हो गई। महज 1 प्रतिशत खपत बढ़ने के साथ ही 100 व्यक्तियों में से 4.8 वयस्क अधिक वजन, 2.3 वयस्क मोटापा और 0.3 वयस्क डायबिटीज से ग्रसित पाए गए। ये निष्कर्ष निम्न और मध्यम आय वाले देशों में किए गए थे।
विशेषज्ञ भी अत्यधिक चीनी के सेवन को सही नहीं मानते हैं, क्यों ज्यादा शुगर ओवरवेट या मोटापा, डायबिटीज और दांतों की सड़न का कारण बन सकता है। इसलिए मीठे पेय पदार्थों को कम करें और मिनरल युक्त पानी का सेवन करें। यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहतर हो सकता है।
कितनी मात्रा में शुगर का सेवन करना चाहिए?
आजकल के खानपान के वातावरण में अत्यधिक शुगर का सेवन बहुत नॉर्मल है। खासकर सॉफ्ट ड्रिंक्स। मीठा पेय आपके आहार का ऐसा सोर्स है जो आपके शरीर में शुगर या चीनी की मात्रा को बढ़ाने में योगदान करता है। खासकर बच्चों और किशोरों। औसतन एक सॉफ्ट ड्रिंक में लगभग 40 ग्राम चीनी होती है, जो लगभग 10 छोटे चम्मच के बराबर है।
डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों में कहा गया है कि मोटापे और दांतों की सड़न रोकने के लिए, बच्चों और वयस्कों को अपने रोजाना के चीनी सेवन की खपत को 10 फीसदी तक कम करना चाहिए, जो लगभग 12 चम्मच के बराबर है। जबकि अतिरिक्त लाभ के लिए कुल खपत में लगभग 5 प्रतिशत और कम कर देना चाहिए, जो औसतन 6 चम्मच के बराबर है।
इसे भी पढ़ें: पैकेट बंद लो-फैट फूड से ज्यादा फायदेमंद होते हैं ये 3 कम वसा वाले फूड, वजन घटाने में हैं मददगार
चीनी लगभग किसी भी भोजन में नैचुरली मौजूद होती है, यह फल, कई सब्जियां और यहां तक कि दूध भी है। वहीं दूसरी तरफ हम कृत्रिम तरीके से भी चीनी को अपने आहार में शामिल करते हैं जैसे- कैंडी, सॉफ्ट ड्रिंक्स, मिठाईयां, जैम आदि। निष्कर्षों से पता चलता है कि मेट्रो शहरों में अतिरिक्त चीनी का दैनिक सेवन 19.5 ग्राम / दिन था। जबकि, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रीसर्च (आईसीएमआर) 30 ग्राम / दिन की सिफारिश करता है।
इसे भी पढ़ें: क्या आप रोजाना ब्रेकफास्ट करते हैं? अगर नहीं, तो जानें इसके फायदे और नाश्ते का विकल्प
चीनी के सेवन को लेकर विभिन्न संस्थाओं के अलग-अलग मत हैं। लेकिन महत्वपूर्ण बात ये है कि यदि आप भी सॉफ्ट ड्रिंक्स या अन्य रूपों शुगर का सेवन ज्यादा करते हैं तो यह आपके लिए हानिकारक है। प्राकृतिक रूप (फल, सब्जियां और डेरी प्रोडक्ट) से शुगर प्राप्त करना हानिकारक नहीं है।
1 कैन सॉफ्ट ड्रिंक में 10 छोटे चम्मच चीनी हो सकती है!
— UNHindi (@UNinHindi) February 17, 2020
जब प्यास लगे तो मीठे पेय पदार्थ����नहीं, पानी पीएं����
v @WHO pic.twitter.com/2czMwegBB9
Read More Articles On Healthy Diet In Hindi