Watery Eyes Causes in Hindi: क्या आपको भी आंखों से पानी आने की समस्या का सामना करना पड़ता है? हमारी आंखें बेहद नाजुक होती हैं। किसी भी समस्या का सामना करने के दौरान आंख कई तरह के संकेत देती हैं। ऐसा ही एक संकेत है आंखों से पानी आना (Watery Eye)। आंखों से पानी आने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। सामान्य कारण की बात करें, तो आंख में कचरा चले जाने के कारण, पानी आ सकता है। आंख में धूल या कोई अन्य कण चले जाने से इन्फेक्शन हो जाता है और आंखों से पानी निकलता है। वहीं आंखों से पानी आने के कुछ गंभीर कारण भी हो सकते हैं। जैसे- आंखों का झुलस जाना। हमारे त्वचा की तरह आंखें भी झुलस जाती हैं। यूवी रेज का बुरा असर आंखों पर पड़ता है। आंखें धुंधला जाती हैं और आंखों से कम दिखाई देता है, इस स्थिति में आंखों से पानी आ जाता है। आंखों से पानी आने का कारण- खराब आहार, तनाव, शराब का सेवन भी हो सकता है। वहीं ऐसी कुछ आई कंडीशन हैं जिनके नजर आने पर आंखों से पानी आ सकता है। इन कंडीशन्स के बारे में आगे विस्तार से जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. ड्राई आई- Dry Eye
आंखों में ड्राईनेस के कारण भी आंखों से पानी आ सकता है। सूखी हुई आंख के कारण अक्सर ऐसा होता है। जो लोग लैपटॉप पर घंटों तक काम करते हैं, उनमें यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। इससे बचने के लिए डॉक्टर की सलाह पर आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें। काम के बीच में ब्रेक जरूर लें। ब्रेक के दौरान गैजेट्स का इस्तेमाल न करें और आंखों को रिलेक्स होने दें।
2. ऑक्युलर रसिया- Ocular Rosacea
इस समस्या में आंखों से पानी निकलने लगता है। आंखों में सूजन आ जाती है। यह स्थिति एक या दोनों आंखों में हो सकती है। इस समस्या को दूर करने के लिए आंखों को ठंडे पानी से धोएं या बर्फ को कपड़े में लपेटकर उससे आंखों की सिंकाई करें। इस तरह आराम मिलेगा।
3. कंजक्टिवाइटिस- Conjunctivitis
कंजक्टिवाइटिस या पिंक आई का एक लक्षण आंखों से पानी निकलना भी है। कंजक्टिवाइटिस होने पर आई ड्रॉप्स और ठंडी सिंकाई से आराम मिलता है। लेकिन इसका इलाज घर पर न करें। पिंक आई का इलाज करने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। यह इन्फेक्शन हफ्ते भर तक रह सकता है। दवाएं लेने पर 2 से 3 दिन में ही फर्क दिखने लगता है।
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4. रूमेटाइड अर्थराइटिस- Rheumatoid Arthritis
यह एक ऑटोइम्यून कंडीशन है। इस बीमारी के कारण आंखों में लालिमा, पानी आना जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। अर्थराइटिस, ज्वॉइंट्स ही नहीं बल्कि आंखों की सेहत पर भी बुरा असर छोड़ता है। रूमेटाइड अर्थराइटिस में पानी निकलने के साथ, आंखों में जलन भी हो सकती है। आंखों से पानी आ रहा है, तो आंखों को बार-बार धोएं। इससे रिलेक्स महसूस होगा।
5. आंखों का कमजोर होना- Weak Eyesight
आंखों के कमजोर होने के कारण आंखों से पानी आ सकता है। आपको हर 6 महीने में कम से कम एक बार आंखों की जांच करानी चाहिए। इसके अलावा आंख और चश्मे को साफ रखें। गंदगी के कारण आंख में इन्फेक्शन हो सकता है। इन्फेक्शन के कारण आंखों से पानी आने लगता है। किसी भी दवा का सेवन, डॉक्टर से पूछे बगैर नहीं करना चाहिए। कई बार बीमारी को खत्म करने के लिए ली गई दवा का बुरा असर आंखों में नजर आता है।
आंखों से पानी आना और जलन महसूस होना सामान्य नहीं है। यह तकलीफ समय के साथ बढ़ सकती है। ऐसा कोई भी लक्षण नजर आने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। आंख के मामले में घरेलू उपायों की मदद न लें।