आंखें हमारे शरीर के सबसे संवेदनशील अंगों में से एक है। कई बार आंखों में धूल, मिट्टी और प्रदूषण की वजह से कई तरह की समस्याएं होने लगती है। ऐसे में आंखों में जलन, बार-बार पानी आना और आंखे में लालिमा होना भी शामिल हैं। आखोें में होने वाली एलर्जी, इंफेक्शन और सूजन आंसू नली में रुकावट हो सकती है। आंखों से बार-बार पानी आना या आंसू निकलना एपिफोरा का संकेत हो सकता है। यह समस्या ज्यादातर बच्चों और 50 से अधिक आयु के लोगों में देखने को मिलती है। आमतौर पर, आंसू आपकी आंखों को चिकनाई देते हैं और उनकी रक्षा करते हैं। लेकिन जब कोई चीज आपको बहुत अधिक आंसू बनाने का कारण बनती है तो यह एपिफोरा स्थिति को उत्पन्न कर सकती है। यह कई कारणों से हो सकता है। कुछ कारणों को इलाज की आवश्यकता नहीं होती है। यह एक अस्थायी समस्या है जो समय के साथ अपने आप ही ठीक हो जाती है। इस स्थिति में व्यक्ति को आंखों से लगातार पानी आने की समस्या होती है। आगे जगत फार्मा के आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर मंदीप बासु से जानते हैं कि एपिफोरा के क्या कारण होते हैं?
एपिफोरा के क्या कारण होते हैं? - Common Causes Of Epiphora In Hindi
बाहरी चीज आंखों में जाना
जब आपकी आंख में कोई चीज जाती है, तो उससे होने वाली जलन के कारण अचानक पलकें झपकाना और पानी आना शुरु हो सकता है। बाहरी धूल, गंदगी और अन्य चीज के कण आंखों में घर्षण की वजह बन सकता है। वहीं, जो लोग गंदा या स्क्रैच कॉन्टैक्ट लेंस लगाते हैं, उनको भी आंखों में खरोंच और चोट हो सकती है। इससे आंखों में किरकिरापन, दर्द और बैचेनी भी महसूस हो सकती है।
एलर्जी
हे फीवर या एलर्जिक राइनाइटिस एपिफोरा का एक आम कारण माना जाता है। यह तब होता है जब आपका शरीर धूल और पालतू जानवरों की रूसी से प्रतिक्रिया करता है। आपकी इम्यून सिस्टम इन एलर्जी के लिए एंटीबॉडी बनाती है, जिससे एक इंफ्लेमेटरी रिएक्शन शुरू होती है जो आंखों में लालिमा, सूजन और पानी आने का कारण बनती है।
पलकों में बदलाव होना
पलकें झपकाने से आपकी आंखों से बहने में मदद मिलती है। यदि, व्यक्ति की पलकों की बनावट और कार्य में कोई भी बदलाव होता है, तो यह एपिफोरा का कारण बन सकता है। यह बदलाव चोट की वजह से भी हो सकता है। उम्र बढ़ने के साथ पलकों का पतलापन और झुर्रियां आंखों में लालिमा और लगातार पानी आने की वजह हो सकती हैं।
इंफेक्शन और सूजन होना
आंखों और पलकों के इंफेक्शन की वजह से एपिफोरा की समस्या हो सकती है। आंख आना (कंजक्टिवाइटिस) एक आम स्थिति है। यह एक या दोनों ही आंखों में बैक्टीरिया व वायरल इंफेक्शन का कारण बन सकती है। इस स्थिति में आंखों की नसों में सूजन आ जाती है। साथ ही, आंखे लाल हो जाती हैं। इसके अलावा, इसमें कॉर्निया लेंस सूजन से प्रभावित होती हैं। इसे केराइटिस कहा जाता है।
आंसू की नली में रुकावट
आंखों के अंदुरुनी कोनों में आंसू की नलिकाएं होती हैं। यह आंखों में पानी के निर्माण को रोकने के लिए आंसू बहाती हैं। जब इन नलिकाओं में रुकावट होती है या यह संकुचित हो जाती हैं, तो इसकी वजह से भी एपिफोरा हो सकता है। यह स्थिति दोनों आंखों को प्रभावित कर सकती है।
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आंखों में लालिमा, सूजन या बाहरी वस्तु जाने से आंखों से बार-बार पानी आने लगता है। दरअसल, आंखों की समस्या होने पर आपको एक विशेष तरह की प्रतिक्रिया के चलते ऐसा देखने को मिलता है। आंखों में किसी भी तरह की समस्या या लक्षण दिखाई देने पर आप तुरंत आई स्पेशिलिस्ट से संपर्क कर सकते हैं।