Home Remedies For Watery Eyes Due to Pollution: प्रदूषण के चलते आंखों से पानी आना एक आम समस्या बन गई है, खासकर बड़े शहरों में जहां हवा में धूल, धुआं और हानिकारक केमिकल्स हमारे करीब रहते हैं। हमारे आसपास, लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण से न केवल सांस की समस्याएं बढ़ रही हैं, बल्कि आंखों की सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है। हवा में मौजूद धूल के कण, कार्बन और अन्य विषैले तत्व आंखों में जलन, खुजली, रेडनेस और पानी आने जैसी समस्याओं का कारण बनते हैं। प्रदूषण भरी जगह में जाने पर ये कण आंखों की नाजुक सतह पर चिपक जाते हैं, जिससे आंखों में जलन और असुविधा का अनुभव होता है। अगर इस समस्या का समय पर इलाज न किया जाए, तो यह आंखों में इंफेक्शन या अन्य गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। इसलिए, प्रदूषण के कारण होने वाली इस परेशानी को कम करने के लिए कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो न केवल आंखों को राहत देंगे बल्कि उन्हें प्रदूषण के असर से सेफ भी रखेंगे। आइए जानें ऐसे कुछ आसान और असरदार घरेलू उपाय जो इस समस्या में मदद कर सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
1. ठंडे पानी से आंखों को साफ करें- Clean Eyes With Cold Water
प्रदूषण के कॉन्टेक्ट में आने के बाद सबसे पहला और आसान उपाय है ठंडे पानी से आंखों को धोना। ठंडा पानी आंखों की जलन को कम करता है और गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है। सुबह उठने के बाद और बाहर से घर लौटने पर अपनी आंखों को 2-3 बार ठंडे पानी से धोएं। इससे तुरंत राहत मिलती है और आंखों में फ्रेशनेस महसूस होती है।
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2. गुलाब जल का इस्तेमाल करें- Use Rose Water For Watery Eyes Treatment
गुलाब जल एक नेचुरल कूलिंग एजेंट है और आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसे आंखों के ऊपर या आसपास लगाएं। कॉटन पैड पर गुलाब जल लगाकर 10-15 मिनट तक आंखों पर रखने से जलन और पानी आने की समस्या में आराम मिलता है। गुलाब जल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो प्रदूषण के कारण होने वाली आंखों में सूजन और जलन को कम करने में मदद करते हैं।
3. खीरे का इस्तेमाल करें- Use Cucumber For Watery Eyes
खीरा आंखों को नेचुरल ठंडक देता है क्योंकि खीरे की तासीर ठंडी होती है। खीरे को पतले स्लाइस में काटकर कुछ देर के लिए फ्रिज में रख दें, फिर ठंडे खीरे के स्लाइस को आंखों पर 10-15 मिनट तक रखें। खीरे में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो आंखों की जलन, सूजन और आंखों से पानी आने की समस्या को कम करते हैं। यह आंखों की थकान दूर कर उन्हें राहत भी देता है।
4. ग्रीन टी बैग का इस्तेमाल करें- Use Green Tea Bag
ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स आंखों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। ग्रीन टी बैग को गर्म पानी में भिगोकर ठंडा कर लें और फिर इसे 10-15 मिनट के लिए आंखों पर रखें। ग्रीन टी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो आंखों की जलन और आंखों की रेडनेस को कम करते हैं। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल आंखों को प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं।
5. ठंडे दूध का इस्तेमाल करें- Use Cold Milk For Watery Eyes Treatment
ठंडा दूध आंखों की जलन को कम करने में मदद करता है। कॉटन बॉल को ठंडे दूध में भिगोएं और इसे हल्के से आंखों पर 10 मिनट के लिए रखें। ठंडा दूध जलन को शांत करता है और पानी आने की समस्या से राहत दिलाता है। इसके नियमित इस्तेमाल से आंखों में ताजगी महसूस होती है और प्रदूषण के कारण हुए नुकसान को कम किया जा सकता है।
ये सभी घरेलू उपाय प्रदूषण के कारण होने वाले आंखों से पानी आने की समस्या को कम करने में मदद करते हैं। इनका नियमित इस्तेमाल करने से आंखों को राहत मिलेगी और प्रदूषण से आंखों को सुरक्षित रखा जा सकेगा।
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