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हाई बीपी को कंट्रोल न करने से बुजुर्गों को हो सकती हैं ये 5 गंभीर समस्याएं, जानें इनके बारे में

हाई ब्‍लड प्रेशर में ब्‍लड प्रेशर 90/140 या उससे ऊपर पहुंच जाता है। ऐसे में बुजुर्गों को हार्ट और अन्‍य अंगों से जुड़े कई नुकसान हो सकते हैं। 
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हाई बीपी को कंट्रोल न करने से बुजुर्गों को हो सकती हैं ये 5 गंभीर समस्याएं, जानें इनके बारे में


High Blood Pressure In Old Age: ब्‍लड प्रेशर को साइलेंट क‍िलर के रूप में भी जाना जाता है। हाई बीपी में शरीर की धम‍न‍ियों पर रक्‍त का दबाव बढ़ जाता है। वैसे तो द‍िन में कई बार ब्‍लड प्रेशर ऊपर या नीचे होता रहता है। लेक‍िन लंबे समय तक हाई बीपी का इलाज न करना सेहत के ल‍िए हान‍िकारक हो सकता है। खासकर बुजुर्गों के ल‍िए हाई बीपी की स्‍थ‍ित‍ि जानलेवा हो सकती है। बढ़ती उम्र के साथ नसें और मांसपेश‍ियां कमजोर हो जाती हैं, इम्‍यून‍िटी भी मजबूत नहीं होती। ऐसे में शरीर हाई बीपी की स्‍थ‍ित‍ि को झेल नहीं पाता। हाई बीपी में स‍िर दर्द, चक्‍कर आना या द‍िमागी कमजोरी जैसी गंभीर समस्‍या भी हो सकती है। बुजुर्गों में हाई बीपी के और भी कई नुकसान हैं ज‍िनके बारे में व‍िस्‍तार से आगे बात करेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।      

side effects of high BP

हाई बीपी का इलाज न करवाने के नुकसान- Side Effects of Untreated High BP in Old Age 

बुजुर्गों में हाई बीपी को कंट्रोल न करने के कई नुकसान हो सकते हैं। जैसे-  

1. हार्ट की बीमार‍ियां- Heart Diseases 

हाई ब्लड प्रेशर दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाता है जैसे कि हार्ट अटैक, हार्ट स्‍ट्रोक आद‍ि। इस वजह से जान को भी खतरा हो सकता है। अगर व्‍यक्‍त‍ि को डायब‍िटीज है, तो कोरोनरी आर्टरी डिजीज का खतरा भी बढ़ सकता है। हाई बीपी के कारण आर्टेरियल स्टेनोसिस (Arterial Stenosis) हो सकता है। इस बीमारी में हाई ब्लड प्रेशर के कारण धमनियों में ब्‍लॉकेज आ जाता है।

2. क‍िडनी की बीमार‍ियां- Kidney Diseases

अगर बुजुर्गों में हाई बीपी का इलाज न क‍िए जाए, तो क‍िडनी की बीमार‍ियां हो सकती हैं। हाई बीपी के कारण डायबिटिक नेफ्रोपैथी की समस्‍या हो सकती है। यह बीमारी किडनी के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है और किडनी की कार्यक्षमता को कम कर सकती है।

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3. डायब‍िटीज- Diabetes 

बुजुर्गों में हाई बीपी के कारण डायब‍िटीज की समस्‍या हो सकती है। इसका प्रबंधन उम्र बढ़ने के साथ मुश्‍क‍िल हो सकता है। डायबिटिक न्यूरोपैथी और हाई ब्लड प्रेशर की मौजूदगी न्यूरोपैथी को बढ़ा सकता है, जिससे चलने, बोलने, और अन्य गतिविधियों पर बुरा असर पड़ता है।

4. मानसि‍क ड‍िसआर्डर- Mental Disorders 

शारीर‍िक ही नहीं, बल्‍की मानस‍िक स्‍वास्‍थ्‍य के ल‍िए भी हाई बीपी की स्‍थ‍िति अच्‍छी नहीं होती। हाई बीपी के कारण तनाव और च‍िंता की स्‍थि‍त‍ि बढ़ सकती है। हाई बीपी के कारण द‍िमाग की कोशिकाओं को कम ऑक्सीजन म‍िलने के कारण कॉग्निटिव डि‍स्फंक्शन की समस्‍या हो सकती है।

5. आंखों की बीमार‍ियां- Eye Diseases 

अगर क‍िसी व्‍यक्‍त‍ि की उम्र ज्‍यादा है और उसे हाई बीपी की समस्‍या है, तो आंखों पर प्रेशर बढ़ सकता है ज‍िसके कारण आंखों में कमजोरी और आंखों से जुड़ी अन्‍य बीमार‍ियां हो सकती हैं। अगर आपको लंबे समय से हाई बीपी की समस्‍या है, तो आंखों में दर्द, मैकुलर डिजीज, ग्लूकोमा और रेटिनोपैथी जैसी समस्‍याएं हो सकती हैं।       

अगर किसी बुजुर्ग व्यक्ति में हाई ब्लड प्रेशर के संकेत नजर आते हैं, तो उन्‍हें तुरंत डॉक्‍टर के पास ले जाना चाह‍िए। ऐसी स्‍थ‍िति‍ में व्‍यक्‍त‍ि को सही इलाज और दवाओं की जरूरत होगी।

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