Symptoms Of A Healthy Pregnancy In Hindi: मां बनना हर महिला के लिए दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास होता है। पहली प्रेग्नेंसी को लेकर गर्भवती महिला के मन में जितनी खुशी होती है, उतने ही डर भी उसे सताते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान महिला की खास देखभाल की जाती है, ताकि वो और उसके गर्भ में पल रहा बच्चा एकदम सुरक्षित रहें। गर्भावस्था के दौरान एक छोटी सी भूल भी बहुत खतरनाक साबित हो सकती है। वैसे तो डॉक्टर्स गर्भस्थ शिशु की पोजीशन और ग्रोथ का पता लगाने के लिए अल्ट्रासाउंड और अन्य टेस्ट करवाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ संकेतों और लक्षणों से भी यह पता किया जा सकता है कि गर्भ में पल रहा बच्चा स्वस्थ है या नहीं। हेल्दी प्रेग्नेंसी के लक्षण क्या होते हैं?, इसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने झलकारीबाई अस्पताल, लखनऊ की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की। आज इस लेख में हम आपको हेल्दी प्रेग्नेंसी के 5 संकेत और लक्षण बता रहे हैं। अगर आप प्रेग्नेंट हैं और आपको ये संकेत मिल रहे हैं, तो समझ जाइए कि आपके गर्भ में पल रहा शिशु स्वस्थ है। वहीं, अगर आपको ये संकेत नजर नहीं आ रहे हैं, तो इसका मतलब यह हो सकता है कि आपका शिशु स्वस्थ नहीं है या कोई परेशानी है। ऐसी स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
हेल्दी प्रेग्नेंसी के लक्षण - Healthy Pregnancy Symptoms In Hindi
शिशु की मूवमेंट महसूस होना
गर्भ में पल रहे बच्चे की मूवमेंट महसूस होना हेल्दी प्रेग्नेंसी का एक अहम संकेत है। प्रेग्नेंसी के पांचवे महीने के आसपास बच्चा गर्भ में मूव करना शुरू कर देता है। छठे महीने में भ्रूण आवाज सुनने पर मूवमेंट करता है। सातवें महीने में शिशु दर्द, आवाज और रोशनी पर भी प्रतिक्रिया देना शुरू कर सकता है। वहीं, आठवें महीने के बाद शिशु अपनी पोजीशन बदलना शुरू कर देता है और बार-बार लात मारता है। ये सभी संकेत इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आपका बेबी स्वस्थ है।
पेट का आकार बढ़ना
जब गर्भ में शिशु का विकास होता है, तब गर्भाशय का साइज भी बढ़ने लगता है। इसकी वजह से गर्भवती महिला का पेट बाहर की ओर निकलने लगता है। अगर महिला का पेट प्रेग्नेंसी के साथ बढ़ रहा है, तो यह हेल्दी प्रेग्नेंसी का संकेत है। वहीं, अगर गर्भधारण के 4-5 महीने बाद भी पेट का आकार नहीं बढ़ रहा है, तो इसका मतलब यह हो सकता है कि भ्रूण का विकास सही से नहीं हो रहा है। ऐसी स्थिति में आपको आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
ब्रेस्ट के बदलाव
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं की ब्रेस्ट में कई तरह के बदलाव आते हैं। ऐसा शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलावों के कारण होता है। प्रेग्नेंसी में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स के स्तर में वृद्धि के कारण स्तनों का आकार बढ़ जाता है और उनमें दर्द भी हो सकता है। ब्रेस्ट में हो रहे ये सभी परिवर्तन इस बात का संकेत है कि आपका शरीर शिशु के जन्म के लिए तैयारी कर रहा है और आपकी प्रेग्नेंसी हेल्दी है।
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प्रेग्नेंसी में वेट गेन
गर्भावस्था के दौरान महिला का वजन बढ़ना भी हेल्दी प्रेग्नेंसी का एक संकेत है। प्रेग्नेंसी में महिला का 8 से 10 किलो वजन बढ़ सकता है। हालांकि, इससे ज्यादा वजन बढ़ना प्रेग्नेंसी में कॉप्लिकेशन्स पैदा कर सकता है। प्रेग्नेंसी में वजन हेल्दी तरीके से बढ़ रहा है या नहीं, इसे जांचने के लिए डॉक्टर अन्य पैरामीटर को भी देखते हैं। प्रेग्नेंसी में हेल्दी वेट गेन इस बात का संकेत है कि गर्भ में पल रहा शिशु स्वस्थ है।
डिलीवरी से पहले शिशु की स्थिति
प्रेग्नेंसी के नौवें महीने तक शिशु पूरी तरह से विकसित हो चुका होता है। इसकी वजह से उसके पास गर्भ के अंदर मूव करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होती है। ऐसे में बच्चे की मूवमेंट समाप्त हो जाती है या कम हो जाती है, जो कि चिंता का विषय नहीं है। इस समय शिशु बर्थ कैनाल की तरह बढ़ना शुरू कर सकता है, क्योंकि वह खुद को डिलीवरी के लिए तैयार कर रहा होता है।
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ये सभी संकेत और लक्षण इस बात की ओर इशारा करते हैं कि गर्भ में बच्चा स्वस्थ है और आप एक हेल्दी प्रेग्नेंसी की ओर हैं। हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि आप लापरवाही बरतें या अपनी सेहत पर ध्यान न दें। ये सभी लक्षण दिखने के बावजूद प्रेग्नेंसी में कॉम्प्लीकेशन्स आ सकती हैं। इनसे बचने के लिए आप हेल्दी लें और ख्याल रखें। वहीं, कई महिलाओं को इनमें से कुछ लक्षण नहीं भी महसूस हो सकते हैं। हालांकि, ऐसी स्थिति में घबराएं नहीं और बेहतर जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।