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World IVF Day 2024: मेल इनफर्टिलिटी की ये 4 समस्याएं बना सकती हैं आईवीएफ की राह मुश्किल, जानें ट्रीटमेंट ऑप्शन

World IVF Day 2024: आईवीएफ एक ऐसी तकनीक है, जो उन कपल्स के लिए मददगार होती है, जिन्हें नेचुरल तरीके से कंसीव करने में मुश्किल होती है। हालांकि, महिलाओं के साथ ही, पुरुषों की खराब प्रजनन क्षमता भी आईवीएफ के असफल होने का कारण बन सकती है।
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World IVF Day 2024: मेल इनफर्टिलिटी की ये 4 समस्याएं बना सकती हैं आईवीएफ की राह मुश्किल, जानें ट्रीटमेंट ऑप्शन


Male Infertility in Hindi:  आजकल कपल्स के लिए नेचुरल तरीके से कंसीव करना एक बड़ी समस्या बन गई है। दरअसल, अधिक उम्र तक प्रेग्नेंसी प्लान न करना, खराब खान-पान, तनाव और तमाम तरह की स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से प्रजनन क्षमता प्रभावित हो जाती है। यही वजह है कि कई कपल्स शादी के सालों बाद तक संतान सुख प्राप्त नहीं कर पाते हैं। ऐसे कपल्स के लिए आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) ट्रीटमेंट मददगार साबित हो सकता है। आईवीएफ (IVF) एक ऐसी तकनीक है, जो उन कपल्स के लिए फायदेमंद है, जिन्हें प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करने में कठिनाई होती हो रही है।

आईवीएफ प्रक्रिया में, अंडाणु और शुक्राणु को शरीर से बाहर निकाला जाता है। फिर अंडाणु और शुक्राणु को निषेचन के लिए प्रयोगशाला में मिलाया जाता है। फिर एम्ब्रयो ट्रांसफर किया जाता है। यानी इसमें अंडाणु और शुक्राणु के द्वारा निषेचित अंडे को महिला के गर्भाशय में ट्रांसफर किया जाता है। फिर कुछ दिनों बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट किया जाता है। हालांकि, सभी मामलों में आईवीएफ का पहली बार में सफल हो पाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिसमें मेल इनफर्टिलिटी (Male Infertility) भी शामिल है। यानी पुरुषों की खराब प्रजनन क्षमता की वजह से भी आईवीएफ असफल हो सकता है। आइए, आज विश्व आईवीएफ दिवस 2024 के मौके पर मेल इनफर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं और इसके इलाज के बारे में मदर लैप आईवीएफ सेंटर, नई दिल्ली और वृंदावन की मेडिकल डायरेक्टर और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से विस्तार में जानते हैं। आपको बता दें कि हर साल 25 जुलाई को विश्व आईवीएफ दिवस (World IVF Day 2024) मनाया जाता है। 

sperm quality

मेल इनफर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं- Male Infertility Issues Complicating IVF

1. शुक्राणुओं की कम संख्या 

जिस तरह नेचुरल प्रेग्नेंसी के लिए शुक्राणुओं की संख्या का अधिक होना जरूरी होता है। उसी तरह, आईवीएफ ट्रीटमेंट (IVF Treatment) में भी शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता बेहतर होनी बहुत जरूरी होती है। जब शुक्राणुओं की संख्या कम होती है, तो इस स्थिति को ओलिगोस्पर्मिया कहा जाता है। आपको बता दें कि वीर्य में प्रति मिलीलीटर 15 मिलियन से कम शुक्राणु होते हैं, तो यह ओलिगोस्पर्मिया की स्थिति होती है। 

2. शुक्राणुओं की गुणवत्ता कम होना

पुरुषों में शुक्राणुओं की गुणवत्ता का कम होना भी आईवीएफ ट्रीटमेंट प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है। आईवीएफ को सफल बनाने के लिए शुक्राणुओं की गुणवत्ता का बेहतर होना जरूरी होता है। 

3. शुक्राणुओं की गतिशीलता

शुक्राणुओं की कमजोर गतिशीलता, आईवीएफ की प्रक्रिया को बाधित कर सकती है। कमजोर गतिशीलता का मतलब है कि शुक्राणु अंडाणु की तरफ प्रभावी तरीके से नहीं तैर पा रहा है। ऐसे में पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।

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4. शुक्राणुओं का असामान्य आकार

शुक्राणुओं का आकार और संरचना भी होती है। असामान्य आकार के शुक्राणुओं को, अंडाणु में प्रवेश करने और निषेचन करने में मुश्किल हो सकती है। इससे नेचुरल प्रेग्नेंसी के साथ ही, आईवीएफ ट्रीटमेंट भी प्रभावित होता है।

male infertility treatment

आईवीएफ को सफल बनाने के लिए मेल इनफर्टिलिटी का इलाज

हार्मोनल थेरेपी

अगर कोई पुरुष हार्मोनल असंतुलिन से जूझ रहा है, तो उसे हार्मोनल थेरेपी दी जा सकती है। हार्मोन थेरेपी देने से, हार्मोन स्तर को सामान्य करने और शुक्राणु उत्पादन को उत्तेजित करने में मदद मिलती है।

एंटीबायोटिक्स

कई बार संक्रमण की वजह से भी आईवीएफ ट्रीटमेंट प्रभावित हो सकता है। ऐसे में संक्रमण को दूर करने के लिए एंटीबायोटिक्स दवाइयां दी जा सकती हैं। एंटीबायोटिक्स प्रजनन पथ में संक्रमण को साफ करने में मदद कर सकते हैं।

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सर्जरी

सर्जरी की वजह से पुरुषों की कुछ शारीरिक समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। अगर किसी पुरुष को अंडकोष में वेरिकोसेल की समस्या है, तो इस स्थिति में सर्जरी की मदद ली जा सकती है। वेरिकोसेल, शुक्राणु की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है।

सप्लीमेंट्स

अगर आप आईवीएफ ट्रीटमेंट ले रहे हैं, तो विटामिन सी, विटामिन ई, जिंक और फोलिक एसिड के सप्लीमेंट्स ले सकते हैं। इससे आपकी कमजोरी और थकान दूर होगी।

महिलाओं की ही नहीं, पुरुषों की खराब प्रजनन क्षमता भी आईवीएफ को प्रभावित कर सकती है। अगर आपको आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान भी मुश्किल हो रही है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करके जरूर टेस्ट जरूर करवाएं।

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