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किडनी हेल्थ को खराब कर सकते हैं ये 5 Disorders, लक्षणों को न करें नजरअंदाज

रीनल साइनस किडनी का एक मुख्य हिस्सा होता है। इस हिस्से में किडनी के द्वारा निर्मित पेशाब एकत्रित होती है। इस लेख में जानते हैं कि कौन से डिसऑर्डर रीनल साइनस को प्रभावित कर सकते हैं।
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किडनी हेल्थ को खराब कर सकते हैं ये 5 Disorders, लक्षणों को न करें नजरअंदाज


किडनी हमारे शरीर के अन्य हिस्सों की तरह ही एक मुख्य हिस्सा है। किडनी शरीर के टॉक्सिन (विषाक्त पदार्थ) को यूरिन के जरिए बाहर निकालने में मदद करती है। सेहतमंद रहने के लिए आपकी किडनी स्वस्थ होनी बेहद आवश्यक है। किडनी कई हिस्सों में मिलकर बनी होती है। इसमें रीनल साइनस (Renal Sinus) को भी शामिल किया जाता है। इस हिस्से से कई मुख्य से और लिम्फेटिक चैनल गुजरते हैं। इसे किडनी का सेंटर पार्ट भी कहा जाता है, जो फैट से कवर होता है। लेकिन, कुछ डिसऑर्डर और स्वास्थ्य स्थितियों में रिनल साइनस प्रभावित हो सकता है। इसकी वजह से किडनी के कार्य भी प्रभावित हो सकते हैं। इससे आपको यूरिन से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। साथ ही, किडनी के कार्य पर असर पड़ने की वजह से शरीर के टॉक्सिन पदार्थ भी बढ़ सकते हैं। फिलहाल, इस लेख में अपोलो स्पेक्ट्रा के  सीनियर कंसल्टेंट यूरोलॉजी डॉक्टर जीतेन्द्र सखरानी से जानते हैं कि कौन से डिसऑर्डर रिनल साइनस को प्रभावित कर सकते हैं।  

रीनल साइनस को प्रभावित करने के वाले डिसऑर्डर और समस्याएं - Common Disorders That Affect Kidney Renal Sinus in Hindi

रीनल साइनस सिस्ट - Renal Sinus Cysts

रीनल साइनस सिस्ट (Renal Sinus Cysts) किडनी को प्रभावित करने वाली सबसे आम समस्या है। इसमें किडनी के रीनल साइनस हिस्से में तरल पदार्थ से भरी थैली बनने लगती है। इनका आकार अलग-अलग हो सकता है। इस समस्या में व्यक्ति को यूरिन पास करते समय दर्द महसूस हो सकता है। साथ ही, यह यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की वजह बन सकता है। 

रीनल साइनस लिपोमैटोसिस - Renal Sinus Lipomatosis

रीनल साइनस लिपोमैटोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें रीनल साइनस में फैट टिश्यू बढ़ने लगते हैं। यह स्थिति अक्सर मोटापे, उम्र बढ़ने और लंबे समय से सूजन संबंधी बीमारियों से जुड़ी होती है। इसके शुरुआती दौर में व्यक्ति को किसी तरह के लक्षण नहीं महसूस होते हैं। लेकिन, गंभीरता बढ़ने पर व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर (high blood pressure), हेमट्यूरिया (पेशाब में रक्त) और पेट दर्द जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। 

renal sinus disorder in hindi

रीनल साइनस ट्यूमर - Renal Sinus Tumor 

किडनी के रीनल साइनस में होने वाले ट्यूमर दुर्लभ होते हैं, लेकिन कुछ लोगों को यह समस्या हो सकती है। इनमें किडनी के पेल्विक कार्सिनोमा, लिम्फोमा और अन्य कैंसर शामिल हैं। किडनी के इस हिस्से की जटिल शारीरिक रचना के कारण, इन ट्यूमर का उपचार करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसमें व्यक्ति को वजन कम होना, पेट में दर्द और बुखार आदि लक्षण महसूस होते हैं। 

कैलीएक्टेसिस - Caliectasis

कुछ मामलों में कैलीस (calyces -जहां मूत्र एकत्रित होना शुरू होता है) अतिरिक्त तरल पदार्थ से सूज जाते हैं। यदि उपचार न किया जाए तो कैलीएक्टेसिस के चलते किडनी फेल हो सकती है। इस समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। 

किडनी स्टोन - Renal Sinus Calculi (Kidney Stones)

किडनी स्टोन, किडनी के साइनस में बन सकती है और काफी दर्द और यूरिन में अवरोध पैदा कर सकती है। ये पत्थर कैल्शियम ऑक्सालेट जैसे मिनरल्स से बने होते हैं और इनका आकार और संख्या अलग-अलग हो सकती है। इस दौरान व्यक्ति को किडनी में तेज दर्द महसूस होता है। इस समस्या में कुछ लोगों को उल्टी भी हो सकती है।

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किडनी से जुड़े रोगों की समय रहते पहचान करने से इलाज में कम समय लगता है। यूरिन से जुड़ी किसी भी समस्या को आप नजरअंदाज न करें। यह समस्या आपके लिए गंभीर परेशानी का कारण बन सकती है। किडनी से जुड़े किसी भी तरह के लक्षण महसूस होने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।  

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