सर्वाइकल कैंसर से होती है सबसे ज्यादा महिलाओं की मौत, जानें रोकथाम के 4 आसान तरीके

Cervical Cancer Awareness Month: ये 4 टिप्स किसी भी महिला को सर्वाइकल कैंसर से दूर रखने में कारगर हैं। 
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सर्वाइकल कैंसर से होती है सबसे ज्यादा महिलाओं की मौत, जानें रोकथाम के 4 आसान तरीके


सभी महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर (cervical cancer) होने का खतरा रहता है। सर्वाइकल कैंसर एक प्रकार का कैंसर है, जो सर्विक्स (यूटरस का निचला हिस्सा, जो वजाइना से जुड़ा होता है।) की कोशिकाओं में होता है। यह स्थिति आमतौर पर 30 की उम्र के बाद महिलाओं में होती है।  ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (human papillomavirus (HPV)के विभिन्न कारणों से सर्वाइकल कैंसर होता है। सर्वाइकल कैंसर को बड़ी आसानी से रोका जा सकता है और इसका उपचार काफी आसान है। नियमित रूप से पैप जांच करवाना, टीका लगवाना, सुरक्षित यौन संबंध और धूम्रपान छोड़ने जैसे स्वस्थ जीवन शैली के विकल्प सर्वाइकल कैंसर को रोकने में मदद कर सकते हैं।

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जर्नल लांसेट ग्लोबल हेल्थ में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, भारत में सर्वाइकल कैंसर से 2018 में सबसे ज्यादा महिलाओं की मौत हुई है। भारत में सर्वाइकल कैंसर के 97 हजार मामले दर्ज किए गए, जिसमें से 60 हजार महिलाओं की मौत हो गई। इस अध्ययन के सामने आने से सर्वाइकल कैंसर की तुरंत रोकथाम की जरूरत आन पड़ी है। हर साल जनवरी में सर्वाइकल कैंसर अवेयरनेस मंथ यानी की सर्वाइकल कैंसर जागरूकता महीना मनाया जाता है। इस सप्ताह में इस कैंसर से लोगों को जागरूक कराया जाता है ताकि 2018 की तरह आंकड़े सामने न आएं। इस लेख के जरिए हम आपको सर्वाइकल कैंसर को रोकने के कुछ आसान तरीके बता रहे हैं, जो आपका जीवन बदल सकते हैं। 

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धूम्रपान छोड़ें महिलाएं

यह कहने में दो राय नहीं कि धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है। धूम्रपान न केवल आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का शिकार बनाता है बल्कि ये सर्वाइकल कैंसर का भी कारण बनता है। जी हां, धूम्रपान सर्वाइकल कैंसर होने की संभावनाओं को बढ़ा देता है। विभिन्न अध्ययनों के मुताबिक, तंबाकू उत्पाद किसी के भी सर्विक्स कोशिकाओं के डीएनए को नुकसान पहुंचाते हैं, जिसके बदले में सर्वाइकल कैंसर होता है। इसलिए जरूरी है कि आप तुरंत किसी थेरेपी का इस्तेमाल करें और जितना जल्दी हो सके उतनी जल्दी धूम्रपान छोड़ें।

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नियमित रूप से पैप जांच कराएं

जब आप पैप जांच कराती हैं तो डॉक्टर गर्भाशय ग्रीवा में होने वाली असामान्यताओं का पता लगाने में सक्षम हो पाता है। इसलिए, जब आपके गर्भाशय ग्रीवा पर कोशिकाओं की बात आती है तो परिवर्तन समय पर हल किए जा सकते हैं, और आप गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के विकसित होने से पहले उचित कदम उठाने में सक्षम हो पाती हैं। अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करें कि आपको जांच कब और किस उम्र में करना चाहिए। डॉक्टर से मिलने वाली सलाह का पालन करें। इस महत्वपूर्ण जांच को न छोड़ें, जो कैंसर का पता लगाने में आपकी मदद कर सकती है।

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टीके को हां कहें

सर्वाइकल कैंसर का कारण बनने वाले कई प्रकार के एचपीवी के खिलाफ सुरक्षा देने के लिए एक टीका है। आपको इस टीके के बारे में अपने डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए। आपका डॉक्टर सही तरीके से बता पाएगा कि आप इसके योग्य है या नहीं। डॉक्टर आपको आपकी उम्र के मुताबिक एक सही शेड्यूल और अवधि बताएगा, जिसमें आप टीका लगा सकते हैं।

सुरक्षित संबंध बनाना बेहद जरूरी

कई अध्ययनों में इस बात का खुलासा हो चुका है कि वे महिलाएं, जो कई पुरुषों के साथ संबंध बनाती हैं उनमें सर्वाइकल कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए संबंध बनाते हुए सुरक्षा का पूर्ण ध्यान रखें। इसके साथ ही संबंध बनाते वक्त ब्लीडिंग आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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