
दांतों का स्वस्थ होना बेहद आवश्यक होता है। आपने नोटिस किया होगा कि जो लोग दांतों की देखभाल सही तरह से नहीं करते हैं उनके दांतों में कैविटी, सड़न और मसूड़ों से जुड़ी कई समस्याएं होने लगती है। ऐसे ही कुछ लोगों के दांतों के बीच गैप होता है। समाज में दांतों के बीच में गैप होने से जुड़ी कई मान्यताएं है। आपको बता दें कि दांतों के बीच गैप को डायस्टेमा (diastema) कहा जाता है, यह दांतों से जुड़ी आम समस्या है। यह गैप किसी भी दो दांतों के बीच हो सकता है, लेकिन यह अधिकतर सामने के दो ऊपरी दांतों के बीच देखने को मिलता है। इस लेख में आगे डेंटल केयर सेंटर के सीनियर डेंटिस्ट डॉ. डीएस यादव से जानते हैं कि दांतों के बीच में गैप होने के क्या कारण हो सकते हैं?
दांतों के बीच में गैप होने के कारण - Causes Of Gap Between Teeth In Hindi
1. आनुवंशिकता
कुछ लोगों को आनुवंशिक तौर पर दांतों के बीच गैप हो सकता है। यदि आपके माता-पिता या पूर्वजों के दांतों में गैप है, तो आपके दांतों में भी गैप होने की संभावना बढ़ जाती है। दांतों का आकार, जबड़े का आकार, और दांतों की एलाइनमेंट (alignment) में भी आनुवंशिक कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
2. दांतों का आकार और जबड़े का आकार
यदि आपके दांत छोटे हैं और जबड़ा बड़ा है, तो दांतों के बीच गैप होना स्वाभाविक है। दांतों और जबड़े के आकार में भिन्नता होने से दांतों के बीच की जगह में गैप बन जाता है। छोटे बच्चों को यह समस्या हो सकती है। इसके लिए आप समय रहते इलाज करवा सकते हैं।
3. अंगूठा चूसना या अन्य आदतें
बचपन में कुछ गलत आदतें, जैसे अंगूठा चूसना या जीभ को दांतों के बीच में धकेलना, भी दांतों के बीच गैप का कारण बन सकती हैं। ये आदतें दांतों पर दबाव डालती हैं और उन्हें अपनी सामान्य स्थिति से हटा देती हैं, जिससे गैप उत्पन्न होता है।
4. मसूड़ों की समस्याएं
मसूड़ों की समस्याएं, विशेष रूप से पेरिओडॉन्टल डिजीज (periodontal disease), दांतों के बीच गैप का कारण बन सकती हैं। यह बीमारी मसूड़ों में इंफेक्शन और सूजन का कारण हो सकती है, जिससे दांतों की पकड़ कमजोर हो जाती है और वे अपनी जगह से हट सकते हैं। इससे दांतों के बीच गैप हो सकता है।
5. दांतों की ग्रोथ से जुड़ी समस्या
कुछ लोगों में दांतों की ग्रोथ सही तरह से नहीं हो पाती है, जिससे दांतों के बीच गैप हो जाता है। जब दांतों की ग्रोथ धीमी या तेज होने से दांतों के बीच अतिरिक्त स्थान रह जाता है। यह समस्या अधिकतर बचपन में ही नजर आती है, लेकिन समय पर इलाज न कराने पर यह स्थायी हो सकती है।
दांतों के बीच गैप का इलाज कैसे किया जाता है?
- दांतों के बीच के गैप को कम करने के लिए ब्रेसिज का इस्तेमाल करना
- दांतों के बीच के गैप को कम करने के लिए बॉन्डिंग की जा सकती है।
- विनीयर भी दांतों के गैप को कम कर, एलाइनमेंट को ठीक करती है।
- डेंटल इंप्लांट से दांतों के गैप को कवर किया जा सकता है।
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दांतों के बीच में गैप होने से ज्यादातर लोगों को किसी तरह की समस्या नहीं होती है। लेकिन यदि आपको इससे परेशानी हो रही है तो ऐसे में ऊपर बताए कुछ विकल्पों को डॉक्टर की सलाह पर चुन सकते हैं।
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