
कुछ लोगों को स्किन पर मस्से होने की समस्या होती हैं। मस्से की समस्या किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। मेडिकल जगत में इसे स्किन टैग्स के रूप में जाना जाता है। यह समस्या किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। मस्से गर्दन, बगल, आंखों के आस-पास, स्तनों के नीचे और कमर के क्षेत्रों में होते हैं। वैसे तो यह हेल्थ के लिए हानिकारक नहीं होते हैं, लेकिन मस्सों से आपकी खूबसरती को नुकसान हो सकता है। मस्से दाने की तरह होते हैं। इसे खुद से हटाने पर यह दोबारा निकल आते हैं। ज्यादातर मस्से नॉन कैंसरस होते हैं। इनको दूर करने के कई उपाय होते हैं। वहीं, कॉस्मैटिक ट्रीटमेंट से भी इन्हें दूर किया जा सकता है। इस लेख में श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी डॉ विजय सिंघल से जानते हैं कि मस्से होने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं (Causes Of Skin Tags)?
मस्से होने के क्या कारण होते हैं?
अनुवांशिकता (Genetics)
अनुवांशिकता, स्किन टैग्स होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यदि आपके परिवार में किसी को मस्से होते हैं, तो संभावना है कि आपको भी यह समस्या हो सकती है। कुछ जीन्स मस्से होने की प्रक्रिया के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं, ऐसे में मस्सों को समस्या एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हो सकती है।
हार्मोन में बदलाव होना (Hormonal Changes)
हार्मोन में बदलाव होने के कारण त्वचा पर मस्से उभर सकते हैं। दरअसल, प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जो मस्से होने का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा, प्यूबर्टी और मेनोपॉज जैसे कुछ चरणों में भी हार्मोनल असंतुलन के कारण महिलाओं को मस्से की समस्या हो सकती है।
मोटापा (Obesity)
मोटापा की वजह से स्किन से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। इसमें लोगों को मस्से होने लगते हैं। मोटे लोगों की स्किन के परत में घर्षण होती है, जो स्किन टैग्स यानी मस्से होने की वजह बन सकती है। इसके अलावा, इंसुलिन रेजिस्टेंस और डायबिटीज से जुड़ा होता है, जो स्किन पर मस्से होने की संभावना को बढ़ा सकता है।
डायबिटीज (Diabetes)
डायबिटीज से पीड़ित कुछ लोगों को स्किन पर मस्से बनने की समस्या हो सकती है। दरअसल, हाई ब्लड शुगर लेवल स्किन में मस्से होने की संभावना को बढ़ा देता है। डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन रेजिस्टेंस और मोटापा दोनों होते हैं, जिससे मस्से होने का जोखिम बढ़ जाता है।
एचपीवी संक्रमण (HPV Infection)
ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) इंफेक्शन मस्से होने का एक मुख्य कारण माना जा सकता है। स्किन टैग्स यानी मस्से होने पर एचवीवी व्यक्ति के डीएनए में मोजूद हो सकता है, जिससे वायरस की वजह से स्किन पर मस्से होने की संभावना बढ़ जाती है।
इसे भी पढ़ें: गर्दन पर मस्से क्यों होते हैं? जानें मस्सों को दूर करने के उपाय
इसके अलावा, अन्य कारक भी मस्से होने की संभावना को बढ़ा सकते हैं। यदि, आप चेहरे, गर्दन या शरीर के किसी भी अंग में मस्से देखते हैं तो ऐसे में आप तुंरत किसी डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। आजकल कई कॉस्मैटिक क्लीनिक स्किन से जुड़ी कई समस्याओं को इलाज करते हैं, जिसमें मस्सों की समस्या को भी शामिल किया जाता है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version