प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं को कई तरह परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान अधिकतर महिलाओं को यूरिन संबंधी समस्या हो सकती है। प्रेग्नेंसी में गर्भाशय बढ़ने से महिलाओं के ब्लेडर पर दबाव पड़ता है। जिसकी वजह से कुछ महिलाओं को बार-बार यूरिन आने लगी है। जबकि, कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में यूरिन के रंग में बदलाव महसूस हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान किसी भी तरह की समस्या के लक्षण सबसे पहले यूरिन में ही दिखाई देते हैं। अगर, आप भी प्रेग्नेंट हैं और पिछले कुछ दिनों से लगातार यूरिन के रंग में बदलाव महसूस कर रही हैं, तो ऐसे में आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। साईं पॉलीक्लीनिक की वरिष्ठ स्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल ने बताया कि प्रेग्नेंसी में महिलाओं के यूरिन के रंग में बदलाव के पीछे क्या कारण होते हैं।
प्रेग्नेंसी में यूरिन के रंग से क्या पता चलता है?
यूरिन का रंग यूरोक्रोम पर निर्भर करता है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आपकी यूरिन का रंग नॉर्मल रहता है। लेकिन, जब आप आवश्यकता के अनुसार पानी नहीं पीते हैं, तो इससे यूरिक्रोम आपके यूरिन को पीला करता है। यूरिन का सामान्य रंग आहार, दवाएं, हाइड्रेशन, हीमोग्लोबिन का लेवल और अन्य कारणों पर निर्भर करता हैे। प्रेग्नेंसी में यूरिन का रंग गहरे पीले रंग, हल्का नारंगी रंग का हो सकता है। ऐसे में महिलाओं को टेंशन होने लगती है। प्रेग्नेंसी में यूरिन के रंग से महिलाओं की प्रेग्नेंसी के जोखिमों का पता लगाया जा सकता है। यूरिन के रंग का बदलना किसी समस्या का संकेत हो सकता है।
प्रेग्नेंसी में यूरिन का रंग बदलने के पीछे क्या कारण होते हैं?- Causes Of Change In Urine Colour During Pregnancy In Hindi
विटामिन और दवाओं का सेवन
प्रेग्नेंसी के दौरान पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को प्री-विटामिन्स दिए जा सकते हैं। प्रेग्नेंसी में महिलाओं को अतिरिक्त विटामिन की आवश्यकता होती है। ऐसे में डॉक्टर विटामिन के सप्लीमेंट्स दवाएं देते हैं। महिलाओं का शरीर विटामिन को पूरी तरह से अवशोषित नहीं कर पाता है, ऐसे में बचे हुए विटामिन यूरिन के रास्ते शरीर से बाहर हो जाते हैं। इसकी वजह से भी महिलाओं की यूरिन के रंग में बदलाव हो सकता है।
प्रेग्नेंसी डाइट
प्रेग्नेंसी में महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। इस समय डॉक्टर महिलाओं की डाइट में कुछ आवश्यक बदलाव करते हैं। प्रेग्नेंसी में महिलाओं की डाइट में फल, सब्जियां, डेयरी प्रोडक्ट को शामिल किया जाता है। इस दौरान किडनी का कार्य प्रभावित होता है, जिससे यूरिन के रंग में बदलाव हो सकता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई)
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन प्रेग्नेंसी में यूरिन के रंग में बदलाव करने की एक मुख्य वजह हो सकती है। प्रेग्नेंसी के समय यूटीआई की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इस समस्या में डिलीवरी से जुड़ी समस्या हो सकती हैं। यूटीआई में यूरिन का रंग पीला होना और बार-बार यूरिन आने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, यूरिन में खून आना व पेट के निचले हिस्से में दर्द को भी महसूस किया जाता है।
हेयट्यूरिया (Hematuria)
हेमट्यूरिया में यूरिन में रक्त आने लगता है। प्रेग्नेंसी में शरीर के एक्सट्रा रेड ब्लड सेल्स को समाप्त करने की आवश्यकता होती है, यह सेल्स यूरिन के माध्यम से बाहर निकल जाते हैं। इस दौरान यूरिन गहरे पीले या लाल रंग का हो सकता है।
डिहाइड्रेशन
प्रेग्नेंसी में महिलाएं किसी मात्रा में पानी पीती हैं, यह भी उनके यूरिन के रंग को प्रभावित करता है। कुछ महिलाएं प्रेग्नेंसी में पानी कम मात्रा में पीती हैं, जिससे उनको डिहाइड्रेशन का खतरा अधिक होता है। इस समय हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम के दौरान महिलाओं को ज्यादा उल्टी होने या वजन घटने की समस्या हो सकती है। ऐसे में डिहाइड्रेशन की वजह से महिलाओं की यूरिन के रंग में बदलाव होने लगता है।
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प्रेग्नेंसी में लंबे समय से यूरिन के रंग में बदलाव महसूस हो रहा है, तो ऐसे में इसे नजरअंदाज न करें। यूरिन के रंग में बदलाव होने की वजह से आपको कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।