Can Gallstones Affect Your Pee: जब पित्ताशय की थैली में पथरी हो जाती है, तो उसे गॉलस्टोन के नाम से जाना जाता है। ये पथरी कोलेस्ट्रॉल या बिलीरुबिन से बनी होती हैं। आपको बता दें कि पित्ताशय एक सा छोटा सा अंग है, जो लिवर के नीचे स्थित होता है। पित्ताशय का मुख्य काम लिवर द्वारा प्रोड्यूस होने वाले बाइल को स्टोर और कंसंट्रेट करना और छोटी आंत में उन्हें रिलीज करना। इससे पाचन क्षमता में सुधार होता है और फैट को अवशोषण में भी मदद मिलती हैं बहरहाल, पित्ताशय में पथरी होने पर न सिर्फ इसकी कार्यप्रणाली प्रभावित होती है, बल्कि कई अन्य लक्षण भी दिखते हैं। पित्ताशय में पथरी होने पर पेट के ऊपरी और मध्य हिस्से में दर्द होना। यह दर्द बढ़ते हुए पीठ के निचले हिस्से तक पहुंच सकता है। इसके अलावा, उल्टी, मतली, अपच जैसे कुछ अन्य संकेत भी दिख सकते हैं। बहरहाल, यह भी माना जाता है कि पित्ताशय में पथरी होने पर पेशाब का रंग बदल जाता है। सवाल है, क्या यह वाकई सच है? या यह महज एक मिथक है? आइए, ग्रेटर नोएडा स्थित यथार्थ सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में Senior Consultant Department of Renal Sciences Robotic Surgery (Urology) डॉ. देवेन्द्र के. बब्बर से जानते हैं कि इस बात में कितनी सच्चाई है।
क्या वाकई पित्ताशय की पथरी की वजह से पेशाब का रंग बदल जाता है?- Do Gallstones Change Urine Color
हां, यह पूरी तरह सच है कि पित्ताशय में पथरी होने की वजह से पेशाब का रंग बदल सकता है। पित्ताशय में पथरी के कारण पेशाब का रंग डार्क हो जाता है। डॉ. देवेन्द्र के. बब्बर की मानें, "पित्ताशय में पथरी होने पर मरीज के पेशाब का रंग बदलकर ऑरेंज या ब्राउन हो जाता है। यहां तक कि मल के रंग में भी बदलाव नोटिस किया जा सकता है।" यहां यह जानना आवश्यक हो जाता है कि ऐसा क्यों होता है? इसको स्पष्ट करते हुए डॉ. देवेन्द्र के. बब्बर बताते हैं, "पित्ताशय में पथरी पित्त नली को अवरुद्ध कर देती है, जिससे बाइल आंतों तक नहीं पहुंच पाता है। ऐसे में बिलिरुबिन हमारे ब्लड में जमा होने लगता है। अतिरिक्त अतिरिक्त बिलीरुबिन को किडनी फिल्टर करके पेशाब के माध्यम से बाहर निकालने का प्रयत्न करता है, जिससे पेशाब का रंग बदल जाता है।"
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पित्ताशय की पथरी के लिए कब जाएं डॉक्टर के पास
पित्ताशय की पथरी की वजह से पेशाब का रंग बदलने लगे, तो समझ जाएं कि यह संकेत सही नहीं है। यह लक्षण इस बात की ओर इशारा करता है कि पित्ताशय की पथरी काफी बढ़ गई है और इसकी वजह से आपको कई अन्य लक्षण नजर आने लग सकते हैं। ऐसे में यह सवाल जरूर उठता है कि पित्ताशय की पथरी होने पर डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए? इस पर डॉक्टर की सलाह मानना बहुत जरूरी है, जैसे-
जॉन्डिसः डॉ. देवेन्द्र के. बब्बर बताते हैं, अगर आप नोटिस करें कि पित्ताशय की पथरी की वजह त्वचा का रंग पीला पड़ रहा है और आंखों भी पीली हो गई हैं, तो इसकी अनदेखी न करें। यह जॉन्डिस होने की ओर इशारा करता है। इसका मतलब है कि आपको डॉक्टर के पास तुरंत जाना चाहिए।
पेट के ऊपरी हिस्से में दर्दः पित्ताशय की पथरी के कारण न सिर्फ आपके पेशाब का रंग बदलता है, बल्कि पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द भी शुरू हो जाता है। समय के साथ-साथ दर्द बढ़ता चला जाता है, तो यह संकेत भी बहुत खतरनाक है। इसमें भी एक्सपर्ट को संपर्क करने में देरी न करें।
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निष्कर्ष
कुल मिलाकर, कहने का मतलब यह है कि पित्ताशय की पथरी कोई सामान्य समस्या नहीं है। कई बार यह समस्या सिर्फ दवा की मदद से ठीक भी नहीं होती है। कई मामलों में पित्ताशय की पथरी निकालने के लिए सर्जरी के जरिए पूरा का पूरा गॉलब्लैडर निकालना पड़ जाता है। वहीं, अगर पित्ताशय की पथरी के कारण आपके पेशाब का रंग बदल रहा है, ता इसे संकेत को हल्के में न लें और जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
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