जब भी हम अपने स्वास्थ्य की बात करते हैं, तो अक्सर ब्लड टेस्ट, वजन या ब्लड प्रेशर पर ध्यान देते हैं, लेकिन यूरिन यानी पेशाब का रंग भी हमारे शरीर की स्थिति को बताने वाला एक अहम संकेत होता है। आमतौर पर यूरिन का रंग हल्का पीला या लगभग पारदर्शी होता है, लेकिन जब यह बहुत ज्यादा पीला या गहरा पीला हो जाए, तो इसे नजरअंदाज करना सही नहीं होता। यह संकेत हो सकता है कि आपका शरीर डिहाइड्रेट हो गया है या कोई आंतरिक समस्या जैसे लिवर, किडनी या यूरिनरी ट्रैक्ट से जुड़ी परेशानी शुरू हो रही है। कई बार विटामिन सप्लीमेंट, दवाएं या आहार के कारण भी इसका रंग बदलता है। हालांकि, लगातार डार्क यूरिन रहना इस बात की चेतावनी हो सकती है कि शरीर में कुछ ठीक नहीं चल रहा। इस लेख में हम जानेंगे कि यूरिन का रंग क्यों बदलता है, इसके पीछे कौन-कौन से कारण हो सकते हैं और कब आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ में डॉ राम मनोहर लोहिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के असिसटेंट प्रोफेसर और यूरोलॉजिस्ट डॉ संजीत कुमार सिंह से बात की।
1. शरीर में पानी की कमी- Dehydration
जब आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, तो शरीर यूरिन के जरिए कम मात्रा में पानी बाहर निकालता है और यूरिन का रंग गहरा हो जाता है। डार्क यूरिन डिहाइड्रेशन का शुरुआती संकेत है।
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2. विटामिन्स और दवाओं का असर- Effect of Vitamins and Medications
बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन या मल्टीविटामिन लेने से यूरिन का रंग गहरा पीला हो सकता है। इसके अलावा कुछ एंटीबायोटिक्स, कीमोथेरेपी दवाएं और ड्यूरेटिक (Diuretics) भी यूरिन के रंग को प्रभावित कर सकते हैं।
3. लिवर से जुड़ी समस्याएं- Liver Related Issues
अगर यूरिन बहुत गहरा, लगभग भूरे रंग का हो, तो यह लिवर की बीमारी जैसे हेपेटाइटिस या लिवर डैमेज का संकेत हो सकता है। लिवर से निकलने वाला बिलीरुबिन जब पेशाब में आ जाता है, तब इसका रंग बदलता है।
4. खानपान और सप्लीमेंट्स- Diet and Supplements
चुकंदर, गाजर, रेड ड्रैगन फ्रूट जैसे कुछ खाद्य पदार्थ यूरिन का रंग बदल सकते हैं। इसके अलावा, ज्यादा प्रोटीन या कुछ आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स भी यूरिन को गहरा कर सकते हैं।
5. यूरिनरी इंफेक्शन या ब्लैडर की समस्या- Urinary Infections or Bladder Problems
अगर डार्क यूरिन के साथ जलन, बदबू या बार-बार पेशाब आने की दिक्कत है, तो यह यूटीआई (UTI) यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन हो सकता है। इसमें यूरिन का रंग बदल सकता है।
डॉक्टर के पास कब जाएं?- When to Consult a Doctor
अगर यूरिन का रंग लगातार गहरा हो, उसमें झाग या बदबू हो, जलन महसूस हो, या पेशाब की आवृत्ति में बदलाव आए, तो यह खतरे की घंटी है। साथ ही, थकान, बुखार या पेट दर्द के लक्षण भी दिखें, तो तुरंत जांच करानी चाहिए।
डार्क यूरिन को हल्के में लेना ठीक नहीं। यह शरीर की सेहत का इशारा है जिसे समय रहते समझना और जरूरत होने पर डॉक्टर से मिलना बेहद जरूरी है। साफ पानी पीना, बैलेंस्ड डाइट लेना और नियमित हेल्थ चेकअप करवाना इन समस्याओं से बचाव में मदद करता है।
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FAQ
गहरे पीले रंग के मूत्र का क्या कारण होता है?
गहरे पीले रंग का यूरिन, आमतौर पर शरीर में पानी की कमी का संकेत होता है। यह मल्टीविटामिन्स या बी-कॉम्प्लेक्स सप्लीमेंट लेने से भी हो सकता है। इसके लिए पर्याप्त पानी पीना फायदेमंद होता है।क्या पीले पेशाब का मतलब लिवर की समस्या है?
हल्का पीला पेशाब सामान्य होता है, लेकिन अगर रंग बहुत गहरा हो और साथ में बदबू या झाग हो, तो यह लिवर या यूरिनरी सिस्टम की समस्या का संकेत हो सकता है। डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है।पेशाब का कौन सा रंग हानिकारक है?
भूरा, लाल या नारंगी रंग का पेशाब हानिकारक हो सकता है। यह ब्लड, लिवर प्रॉब्लम या दवाओं के साइड इफेक्ट का संकेत दे सकता है। इसके लिए डॉक्टर से तुरंत सलाह लें।