हमारे शरीर के अन्य अंगों की तरह ही किडनी का भी विशेष महत्व है। यह शरीर के टॉक्सिन को बाहर करने का कार्य करती है। इसके अलावा पानी को फिल्टर करने में किडनी का अहम रोल होता है। बिना किडनी के व्यक्ति स्वस्थ जीवन की कल्पना नहीं कर सकता है। इस वजह से किडनी को स्वस्थ रखना बेहद आवश्यक होता है। एक्यूट किडनी इंजरी में किडनी अचानक काम करना बंद कर सकती है। इसमें किडनी पर मामूली व पूरी तरह से नुकसान हो सकता है। इस तरह की समस्या सामान्यतः अधिक आयु के लोगों को होती है। इसके अलावा जिन लोगों को पहले से ही किसी तरह का रोग होते हैं, उन्हें एक्यूट किडनी इंजरी होने की संभावना अधिक होती है। यदि समय रहते इस रोग की पहचान की जाए, तो इसका इलाज किया जा सकता है। इस लेख में मुबंई के मणिपाल अस्पताल के नैफ्रोलॉजिस्ट डॉ. तरुण जिकोला ने बताया कि एक्यूट किडनी इंजरी के क्या कारण होते हैं और इसका इलाज कैसे किया जाता है।
एक्यूट किडनी इंजरी (AKI) क्या है?
एक्यूट किडनी इंजरी (AKI) को एक्यूट रेनल फेलियर (ARF) के नाम से भी जाना जाता है। यह समस्या कुछ सप्ताह और कुछ माह में उभर सकती है। जब व्यक्ति के रक्त में टॉक्सिन की मात्रा बढ़ने लगती है और किडनी को शरीर के तरल पदार्थों को बैलेंस करने में परेशानी होती है, तो ऐसे में व्यक्ति को एक्यूट किडनी इंजरी हो सकती है। इस समस्या की वजह से व्यक्ति का ब्रेन, हार्ट व लंग्स भी प्रभावित होते हैं।
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एक्यूट किडनी इंजरी के क्या कारण होते हैं? Causes Of Acute Kidney Injury In Hindi
रक्त का फ्लो धीमा होना
व्यक्ति को कुछ बीमारियां के कारण किडनी में रक्त का फ्लो धीमा हो जाता है। इसकी वजह से व्यक्ति को एक्यूट किडनी इंजरी की समस्या हो सकती है। बीपी लो होना, बार-बार दस्त होना, हार्ट फेलियर, हार्ट अटैक, गंभीर एलर्जी रिएक्शन या किसी सर्जरी के बाद एक्यूट किडनी इंजरी का जोखिम बढ़ जाता है।
किडनी को डैमेज करने वाली कारक
कुछ संक्रमण व रोग भी एक्यूट किडनी इंजरी की समस्या को उत्पन्न कर सकते हैं। इसमें "सेप्सिस" संक्रमण, मल्टीपल मायलोमा (एक तरह का कैंसर), नसों में सूजन, नसे कठोर व कमजोर होना, इसके अलावा दवाओं से एलर्जी को इसमें शामिल किया जाता है।
पेशाब की नली में परेशान
पेशाब की नली में होने वाली समस्याओं की वजह से भी एक्यूट किडनी इंजरी का खतरा हो सकता है। इसमें प्रोस्टेट, ब्लेडर और सर्वाइकल कैंसर, नसों की समस्या के कारण ब्लेडर और यूरिनरी ट्रैक्ट में परेशानी, किडनी स्टोन व यूरिनरी ट्रैक्ट में खून का थक्का जमना आदि रोगों को शामिल किया जाता है।
एक्यूट किडनी इंजरी के क्या लक्षण महसूस होते हैं? Symptoms Of Acute Kidney Injury In Hindi
- हमेशा थकान महसूस करना,
- कमजोरी होना,
- सांस लेने में परेशानी होना,
- पैरों व आंखों के पास सूजन होना,
- जी-मिचलाना,
- कोमा व दौरे पड़ना,
- सीने में तेज दर्द व दबाव महसूस होना, आदि।
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एक्यूट किडनी इंजरी का इलाज कैसे किया जाता है? Treatment Of Acute Kidney Injury In Hindi
एक्यूट किडनी इंजरी का इलाज में व्यक्ति को कुछ दिनों के लिए अस्पताल में रहना पड़ता है। जबकि, कई केस में व्यक्ति पहले से ही किसी रोग के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होते हैं। एक्यूट किडनी इंजरी का प्रभाव कितना है, इस आधार पर मरीज का इलाज किया जाता है। कुछ गंभीर स्थितियों में डॉक्टर डायलिसिस को चुन सकते हैं। डॉक्टर इस रोग के इलाज में उसके कारण को कम करने का प्रयास करते हैं। इस समस्या में व्यक्ति को जीवन भर किडनी से जुड़ी अन्य समस्या का खतरा बना रह सकता है।
किडनी से जुड़े किसी भी रोग को आप नजरअंदाज न करें। यदि किडनी में तेज दर्द हो रहा है तो ऐसे में आप तुरंत नजदीकी डॉक्टर से मिलें। इसके अलावा साफ व स्वच्छ पानी पिएं।