Eagle syndrome: ईगल सिंड्रोम एक दुर्लभ किस्म की बीमारी है। सामान्यतः लोगों को इस बीमारी के पता नहीं होता है। बहुत कम लोग ही इस तरह की बीमारी की चपेट में आते हैं। इसके बावजूद, आपको पता होना चाहिए कि आखिर ईगल सिंड्रोम क्या है? यह बीमारी होने पर सिर या गर्दन में एब्नॉर्मल संरचनाओं के कारण चेहरे या गर्दन के हिस्से में दर्द का कारण बन सकती है। आखिर ऐसा क्यों होता है? इस बीमारी के लक्षण क्या हैं? आइए जानते हैं आगे लेख में।
क्या है ईगल सिंड्रोम?- What Is Eagle syndrome In Hindi
मुंबई स्थित अपोलो स्पेक्ट्रा में Internal Medicine Expert डॉ. छाया वाजा कहती हैं, "ईगल सिंड्रोम के लिए एक लम्बी स्टाइलॉयड प्रक्रिया (आपके कान के नीचे की हड्डी) या एक सख्त स्टाइलोहाइड लिगामेंट (आपके स्टाइलॉयड प्रक्रिया और जबड़े के बीच ऊतक का बैंड) जिम्मेदार होते है। अगर किसी वजह से इनके आसपास की नसों पर दबाव बनने लगता है, तो व्यक्ति को दर्द का अहसास होता है।" डॉ. छाया वाजा आगे कहती हैं, "स्टाइलॉयड प्रक्रिया दोनों कान के नीचे एक छोटी सुई जैसी हड्डी होती है। ज्यादातर लिगामेंट लचीली होती है। ईगल सिंड्रोम में तब होता है, जब यह कठोर हो जाती है। इसके अलावा, जब हड्डी या सख्त लिगामेंट आस-पास की नसों या ब्लड वेसल्स पर दबाव बनाने लगती है, तो भी दर्द का अहसास होता है।"
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ईगल सिंड्रोम के लक्षण- Symptoms Of Eagle Syndrome In Hindi
ईगल सिंड्रोम के लक्षण उसके मुख्य कारण पर निर्भर करता है। इसका मतलब है कि मरीज की कौन-सी नसें या ब्लड वेसल्स पर दबाव बन रहा है, उसी से तय होता है कि उसके लक्षण किस तरह के हो सकते हैं-
- चबाने, उबासी लेने, बात करने और सिर घुमाने के दौरान चेहरे, गर्दन और गाल में दर्द का अहसास होना।
- हर समय ऐसा लगना जैसे गले में कुछ फंसा हुआ है पर निकल नहीं रहा है।
- कुछ भी खाने-पीने और निगलने में तकलीफ होना।
- कानों में सीटी जैसी आवाज आना।
- तीव्र सिरदर्द होना, जिसके कारण का पता न चलना।
- चक्कर आना और ऐसा महसूस होना जैसे कमजोरी के कारण ऐसा हो रहा है।
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ईगल सिंड्रोम का कारण- Causes Of Eagle Syndrome In Hindi
डॉ. छाया वाजा कहती हैं कि जैसा कि हमने पहले ही जिक्र किया है कि जब एक लम्बी स्टाइलॉयड प्रोसेस या छोटी स्टाइलोहाइड लिगामेंट सिर और गर्दन में मौजूदा सेंसिटिव नसों और ब्लड वेसल्स पर दबाव बनाती हैं, तब यह समस्या होती है।
ईगल सिंड्रोम का इलाज- Treatment Of Eagle Syndrome In Hindi
डॉ. छाया वाजा बताती हैं, "ईगल सिंड्रोम से छुटकारा पाने के लिए लोग अक्सर सर्जरी का सहारा लेते हैं। हालांकि, कोई भी सर्जरी रिस्क फ्री नहीं होती है। इसलिए, कई लोग सर्जरी के बजाय, इसके लक्षणों को मैनेज करने की कोशिश करते हैं। जैसे ईगल सिंड्रोम होने पर कान, गाल और चेहरे पर दर्द होता है। वहीं, मरीज इन दर्द को मैनेज करने की कोशिश करता है। इसके लिए डॉक्टर की सलाह पर मेडिसिन लेते हैं। वहीं, कुछ लोग स्टेरॉएड इंजेक्शन प्रीफर करते हैं। जबकि डॉक्टर द्वारा सुझाए गए अन्य विकल्पों को चुनते हैं।"
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