Doctor Verified

सांस लेने में परेशानी है डायफ्राम पैरालिसिस का पहला संकेत, जानें क्यों होती है ये बीमारी और अन्य लक्षण

हमारे शरीर के फेफड़े और पेट के बीच के हिस्से को डायफ्राम कहा जाता है। कई कारणों के चलते डायफ्राम की मांसपेशियों में पैरालिसिस हो सकता है। आगे जानते हैं इसके कारण और लक्षण के बारे में।
  • SHARE
  • FOLLOW
सांस लेने में परेशानी है डायफ्राम पैरालिसिस का पहला संकेत, जानें क्यों होती है ये बीमारी और अन्य लक्षण


Diaphragm Paralysis In Hindi: कुछ लोगों को सांस लेने में परेशानी का अनुभव होता है। सामान्यतः यह समस्या फेफड़ों से जुड़ी होती है, जिसकी वजह से आपको सांस लेने में दिक्कत होती है। लेकिन, कई बार यह लक्षण किसी अन्य बीमारी का भी संकेत हो सकता है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि सांस लेने में परेशानी डायफ्राम पैरालिस की ओर इशारा कर सकती है। डायफ्राम पैरालिसिस (Diaphragm Paralysis) एक गंभीर स्थिति है, जिसमें डायफ्राम (फेफड़ों और पेट के बीच की प्रमुख पेशी) अपनी सामान्य कार्यक्षमता खो देता है। यह स्थिति रेस्पिरेटरी प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है और इससे व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। इस लेख में सर्वोदय अस्पताल, फरीदाबाद के डायरेक्टर एंड एचओडी न्यूरोलॉजी डॉक्टर रितू झा (Dr. Ritu Jha, Director & HOD - Neurology, Sarvodaya Hospital, Faridabad) से जानेंगे कि डायफ्राम पैरालिसिस के कारण और लक्षण क्या हो सकते हैं?  

डायफ्राम पैरालिसिस के कारण - Causes Of Diaphragm Paralysis In Hindi 

डायफ्राम पैरालिसिस के कई संभावित कारण हो सकती हैं, जो आमतौर पर नर्वस सिस्टम डैमेज, इंफेक्शन, या किसी अन्य मेडिकल कंडिशन से जुड़े होते हैं। आगे जानते हैं इनके बारे में। 

फ्रेनिक नर्व डैमेज (Phrenic Nerve Damage)

फ्रेनिक नर्व वह मुख्य नर्व होती है जो डायफ्राम की गतिविधि को नियंत्रित करती है। यदि यह नर्व डैमेज हो जाती है, तो डायफ्राम पैरालिसिस हो सकता है। कई मामलों में हार्ट, लंग्स और गर्दन की सर्जरी, ट्यूमर, या किसी तरह की चोट की वजह से फ्रेनिक नसे डैमेज या प्रभावित हो सकती है।

diaphragm-paralysis-causes-symptoms-in 

न्यूरोलॉजिकल रोग होना

डॉक्टर्स की मानें तो कुछ न्यूरोलॉजिक समस्याएं जैसे कि गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (Guillain-Barré Syndrome),  एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस (ALS) और  मल्टीपल स्क्लेरोसिस (MS) की वजह से नसों का कार्य प्रभावित हो सकता है। इसमें ऑटोइम्यून सिस्टम नर्वस सिस्टम को डैमेज करने, मांसपेशियों को कमजोर करने और डायफ्राम को नियंत्रित करने वाली नसों को प्रभावित करने में जिम्मेदार हो सकता है। 

मायस्थेनिया ग्रेविस (Myasthenia Gravis)

यह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, जिसमें मांसपेशियों और नसों के बीच का संचार कमजोर हो जाता है, जिससे डायफ्राम की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है।

स्पाइनल कॉर्ड इंजरी (Spinal Cord Injury)

यदि गर्दन के ऊपरी भाग में रीढ़ की हड्डी को चोट लगती है, तो यह डायफ्राम को नियंत्रित करने वाली नसों पर प्रभाव डाल सकती है, जिससे पैरालिसिस हो सकता है।

वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण

कुछ संक्रमण भी डायफ्राम पैरालिसिस का कारण बन सकते हैं। इन संक्रमणों में पोलीओमाइलाइटिस (Poliomyelitis) और लाइम डिजीज (Lyme Disease) को शामिल किया जाता है। यह वायरस सांस लेने में परेशानी पैदा कर सकते हैं। 

डायफ्राम पैरालिसिस के लक्षण - Symptoms Of Diaphragm Paralysis In Hindi

  • सांस लेने में कठिनाई (विशेषकर लेटते समय)
  • थकान और कमजोरी
  • लगातार हिचकी आना
  • छाती में जकड़न और असहजता
  • नींद के दौरान सांस रुकने की समस्या (स्लीप एपनिया)

इसे भी पढ़ें: क्या नेक मसाजर पैरालाइसिस का कारण बन सकता है? डॉक्टर से समझें

इस समस्या की पहचान के लिए डॉक्टर रोगी को एक्स रे, एमआरआई, सीटी स्कैन, लंग्स की जांच के लिए स्पाइरोमेट्री (Spirometry) और इलेक्ट्रोमायोग्राफी (EMG) करने की सलाह दे सकते हैं। डायफ्राम पैरालिसिस एक गंभीर स्थिति हो सकती है, जो सांस लेने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है। इस स्थिति का सही समय पर पहचान और उचित उपचार आवश्यक है ताकि मरीज की समस्या को समय रहते ठीक किया जा सके। 

Read Next

दोपहर में अक्‍सर थकान महसूस होती है? डॉक्‍टर से जानें इसका कारण और इलाज

Disclaimer