जब बात कैंसर जैसी घातक बीमारी की आती है तो लोग महंगी दवाओं के बजाए कुछ घरेलू उपचार का सहारा लेते हैं ताकि वह अपनी जान बचा सकें। हालांकि कुछ प्रकार के घरेलू उपचार अन्य बीमारियों में कारगर होते हैं लेकिन कुछ काम नहीं करते। एक शोध में खुलासा हुआ है कि 30 फीसदी कैंसर के मरीजों ने इन घरेलू उपचार का प्रयोग किया और उन्हें इसका कोई फायदा नहीं मिला। वेबएमडी के मुताबिक, यह न केवल समय की बर्बादी है बल्कि इन सब चीजों में पैसा भी खराब होता है। और तो और यह घरेलू उपचार आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी साबित हो सकते हैं और कैंसर के अन्य उपचार को प्रभावित भी कर सकते हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि ऐसे कौन से घरेलू उपचार हैं, जो कैंसर से बचाव में फायदेमंद नहीं है तो हम आपको ऐसे 5 उपचारों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आपको आज से ही बंद कर देना चाहिए।
कैंसर के उपचार में बेअसर ये 5 घरेलू उपचार
एल्कालाइन डाइट (Alkaline Diets)
कुछ लैब स्टडीज में बताया गया है कि कैंसर सेल लो एसिड या फिर एल्कालाइन माहौल में जिंदा नहीं रह सकते। थेयोरी बताती है कि कुछ विशेष प्रकार के खाद्य पदार्थ खाने और अन्य चीजों से दूर रहने पर आपकी बॉडी का एसिड लेवल कम हो जाता है और कैंसर सेल को बढ़ने से रोकता है। लेकिन आप जो खाते हैं इसे कोई प्रभाव नहीं पड़ता बल्कि फर्क इससे पड़ता है कि आपका ब्लड कितना एसिडिक है। यह संतुलन आपकी बॉडी नियंत्रित करती है।
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भांग का तेल (Cannabis Oil)
भांग के पौधों से बना इस तेल को गांजा या मारिजुआना तेल भी कहा जाता है। कुछ लोगों को लगता है कि यह कैंसर के ट्यूमर को खत्म कर सकता है या सिकोड़ सकता है, लेकिन कोई भी विज्ञान इस बात का समर्थन नहीं करता है। हालांकि भांग कैंसर के कुछ उपचारों के दुष्प्रभावों को कम कर सकता है, जैसे कि मतली और भूख न लगना। इसलिए इसका प्रयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें। भांग में कुछ यौगिकों का असर कैंसर की कुछ दवाओं के काम को प्रभावित कर सकता है। यह याददाश्त और ध्यान हानि जैसे दुष्प्रभाव भी पैदा कर सकता है।
हर्बल दवाएं (Herbal Remedies)
कोई भी हर्बल उत्पाद कैंसर के इलाज या रोकथाम में प्रभावी नहीं है लेकिन ये कीमोथेरेपी और विकिरण चिकित्सा को काम करने से रोक सकता है। हालांकि शोध से पता चलता है कि कुछ जड़ी-बूटियां साइड इफेक्ट को कम करने में मदद कर सकती हैं। उदाहरण के लिए अदरक, उल्टी और मतली को कम करने में मददगार है।
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विटामिन सी का अधिक प्रयोग (Megadoses of Vitamin C)
कैंसर के उपचार में विटामिन सी का अधिक प्रयोग का विचार 1970 की शुरुआत में आया था। यह एक शोध पर आधारित था, जिसमें कहा गया था कि यह पोषक तत्व कैंसर सेल के लिए जहर है। लेकिन अध्ययनों से पता चला कि विटामिन सी का कैप्सूल या दवा के रूप में अधिक प्रयोग कैंसर के मरीजों के लिए कुछ नहीं कर सकता है। हालांकि यह कीमोथेरेपी की दवाओं के कार्य को जरूर प्रभावित कर सकता है। शोधकर्ता हालांकि ये जांचने की कोशिश कर रहे हैं कि विटामिन सी के शॉट कैंसर के उपचार में मदद कर सकते हैं या नहीं।
एसेंशियल ऑयल (Essential Oils)
ये लैवेंडर और टी ट्री जैसे पौधों से बने अर्क हैं । आप आमतौर पर इन्हें अपनी त्वचा पर लगाते हैं। इन तेलों के प्रशंसकों का कहना है कि इनमें ऐसे गुण हैं जो कैंसर से लड़ सकते हैं, लेकिन विज्ञान कहता है कि ऐसा नहीं है। ये चिंता, मतली और अवसाद सहित कैंसर के उपचार के कुछ दुष्प्रभावों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
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