Can We Do Shirshasana After Eating Or Drinking Something In Hindi: अच्छे से स्वास्थ्य के लिए अक्सर लोगों को योग और एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है। इन्हीं में एक है शीर्षासन, जिसको हेडस्टैंड के नाम से भी जाना जाता है। इसको करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं। इससे शरीर में ब्लड फ्लो को बेहतर करने, मन को शांत करने, पाचन को दुरुस्त करने और कंधों को मजबूती देने में मदद मिलती है। लेकिन क्या इसको कुछ खाने पीने के बाद किया जा सकता है? आइए दिल्ली में स्थित वेदांत योग फाउंडेशन के फाउंडर, योग गुरु ओम प्रकाश (Yoga Guru Om Prakash, Founder of Vedanta Yoga Foundation, Delhi) से जानें क्या कुछ खाने-पीने के बाद शीर्षासन को किया जा सकता है या नहीं?
क्या खाने-पीने के बाद शीर्षासन कर सकते हैं? - Can We Do Shirshasana After Eating And Drinking?
योग गुरु ओम प्रकाश के अनुसार, कुछ खाने-पीने के बाद शीर्षासन को नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, भी कुछ खाने पीने के बाद किसी भी उल्टे योगासन करने से बचना चाहिए। इसके कारण लोगों को परेशानियां हो सकती हैं। ऐसा करने से बचना चाहिए।
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खाने के बाद शीर्षासन क्यों नहीं करना चाहिए? - Why Should One Not Do Shirshasana After Eating?
पाचन से जुड़ी समस्या
कुछ खाने के बाद शीर्षासन करने से पाचन प्रक्रिया बाधित हो सकता है। खाना खाने के बाद पेट में इसको पचाने की प्रक्रिया शुरु हो जाती है। ऐसे में खाने के बाद शीर्षासन को करने से पेट के एसिड के गलत दिशा में जाने से एसिड रिफ्लक्स, अपच, मतली और खाना पचाने में परेशानी होने जैसी समस्या हो सकती हैं।
उल्टी आने की समस्या
खाना खाने और पेट के भरा होने के बाद शीर्षासन को करने शरीर के आंतरिंग अंगों पर दबाव पड़ता है। जिसके कारण लोगों को उल्टी होने, बेचैनी होने और ऐंठन होने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, पाचन प्रक्रिया के धीमा होने के कारण चक्कर आने, थकान होने और कमजोरी आने की समस्या हो सकती है।
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खाने के बाद कितनी देर का अंतर रखें? - How Long Should The Gap Be After Eating?
- भोजन करने के बाद शीर्षासन या अन्य योगासनों के बीच 3 से 4 घंटों का अंतर जरूर रखें। इससे स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या से बचा जा सकता है।
- पानी पीने के आधे से 1 घंटे बाद ही शीर्षासन को किया जा सकता है। इसके अभ्यास से पहले थोड़ा सा घूंट भर पानी पीना ठीक है, लेकिन अधिक मात्रा में पानी पीने से बचें।
कैसे करें शीर्षासन? - How To Do Shirshasana?
- इसके लिए दीवार के पास मैट रखें और वज्रासन में बैठ जाएं।
- अब आगे की ओर झुककर दोनों हाथों की कोहनियों को जमीन पर टिकाकर उगलियों को पकड़ लें।
- अब पीठ के निचले हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं और त्रिकोण बना लें।
- अब सिर को हाथों के बीच में रखते हुए घुटनों को उठाते हुए धीरे-धीरे पैरों को सीधा करें।
- अब शरीर में बैलेंस बनाए रखते हुए पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं और शरीर को सीधा रखें। इस स्थिति में 10-30 सेकंड तक रूकें।
- इसके बाद धीरे-धीरे पैरों को नीचे की ओर लाएं।
शीर्षासन करते समय इन बातों का रखें ध्यान - Keep These Things In Mind While Doing Shirshasana In Hindi
शीर्षासन को करने से पहले किसी भी तरह की चोट से बचने के लिए इसको प्रशिक्षक की निगरानी में ही करें। इसके अलावा, पहले वार्म-अप के लिए अधो मुख श्वानासन, मार्जरी आसन और डॉल्फिन पोज़ को किया जा सकता सकता है। ध्यान रहे, शुरुआत में 10-30 सेकंड तक किया जा सकता है। इसके बाद धीरे-धीरे इसको 1-2 मिनट तक किया जा सकता है।
निष्कर्ष
कुछ खाने-पीने के बाद शीर्षासन को करने से बचना चाहिए। इसके कारण पाचन प्रक्रिया के बाधित होने, एसिड रिफ्लक्स की समस्या होने, अपच, मतली या उल्टी आने जैसी समस्या हो सकती है। इसके अलावा, पेट के भरा रहने के कारण आंतरिक अंगों पर भी प्रेशर पड़ता है। खाना खाने के कम से कम 4 घंटे के बाद ही शीर्षासन को किया जा सकता है। ध्यान रहे, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट से जुड़ी समस्या, चक्कर आने, सिर दर्द होने, गर्दन या रीढ़ की हड्डी में चोट लगने पर शीर्षासन को करने से बचना चाहिए।
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FAQ
शीर्षासन कब नहीं करना चाहिए?
हाई ब्लड प्रेशर, सिर दर्द, चक्कर आने, आंखों से जुड़ी समस्या, प्रेग्नेंसी के दौरान, पीरियड्स के दौरान, हार्ट से जुड़ी समस्या होने, रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्या या चोट या गर्दन में दर्द होने जैसी समस्याओं में शीर्षासन को करने से बचना चाहिए। इन समस्याओं में इसका सेवन करने से लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं।शीर्षासन करने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
शीर्षासन को सुबह के समय करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा, इसको शाम के समय भी किया जा सकता है। इसको नियमित रूप से करने से स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं, लेकिन ध्यान रहे, शीर्षासन को प्रशिक्षक की निगरानी में ही करें, ताकि किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सके।शीर्षासन करने से क्या होता है?
शीर्षासन को सही तरीके से करने से शरीर में ब्लड फ्लो को बढ़ावा देने में मदद मिलती है, खासकर सिर की तरफ। इसको करने से ब्रेन को रिलैक्स करने, ब्रेन के कार्यों को बेहतर करने, स्ट्रेस को कम करने, हार्मोन्स को बैलेंस करने, पाचन को दुरुस्त करने, पॉश्चर में सुधार करने और कंधों को मजबूती देने में मदद मिलती है।