Who Should Avoid Shirshasana: एक स्वस्थ शरीर पाने के लिए आपको लग्न के साथ हर रोज एक्सराइज और योग करने की सलाह दी जाती है। साथ ही, पर्याप्त नींद, स्ट्रेस से दूरी बनाना और पौष्टिक आहार लेने से आप तेजी से स्वस्थ हो सकते हैं। सेहतमंद रहने के लिए बाहर घंटों जिम में पसीना बहाने की आवश्यकता नहीं है। आप घर पर भी योग आसन के माध्यम से शरीर को रोग मुक्त बना सकते हैं। लेकिन, योगा एक्सपर्ट्स बताते हैं कि व्यक्ति को बिना किसी की सलाह लिए किसी भी तरह के आसन को करने से बचना चाहिए। क्योंकि कुछ तरह के आसन व्यक्ति को फायदा देने की बजाय नुकसान पहुंचा सकते हैं। फिलहाल इस लेख में एएस फिटनेस सेंटर के कोच और योग ट्रेनर साईं श्रीवास्तव से जानते हैं कि किन लोगों को शीर्षासन करने से बचना चाहिए।
शीर्षासन क्या है?
शीर्षासन में शरीर को सिर के बल संतुलित किया जाता है और पैरों को ऊपर की ओर सीधा रखा जाता है। यह एक उन्नत योगासन है, जिसे करने के लिए संतुलन, ताकत और ध्यान की आवश्यकता होती है। इसे करने से मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बढ़ता है जिससे एनर्जी और अलर्टनेस में सुधार होता है। लेकिन सभी योगासन हर व्यक्ति के लिए नहीं होते और शीर्षासन भी उन्हीं में से एक है।
शीर्षासन किसे नहीं करना चाहिए? - Who Should Avoid Shirshasana In Hindi
हाई ब्लड प्रेशर वाले व्यक्ति
यदि आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो शीर्षासन बिल्कुल न करें। इस आसन में सिर की ओर रक्त का प्रवाह बहुत अधिक होता है, जिससे रक्तचाप और भी ज्यादा बढ़ सकता है और ब्रेन हेमरेज या चक्कर आने का खतरा बढ़ जाता है।
गर्दन, पीठ या रीढ़ की हड्डी की समस्या
शीर्षासन में पूरा शरीर गर्दन और सिर पर टिकता है। यदि किसी व्यक्ति को सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस, स्लिप डिस्क, कमर दर्द या रीढ़ की हड्डी में कोई समस्या हो, तो यह आसन उनकी हालत को और बिगाड़ सकता है।
आंखों की गंभीर समस्या
शीर्षासन करने से आंखों की रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ता है, जिससे आंखों में प्रेशर बढ़ जाता है। ग्लूकोमा (Glaucoma) या रेटिना की समस्या वाले लोगों को इस आसन से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इससे अंधेपन का खतरा बढ़ सकता है।
गर्भवती महिलाएं
गर्भावस्था के दौरान शरीर में हार्मोनल और शारीरिक परिवर्तन होते हैं। इस समय शीर्षासन करने से शरीर का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे गिरने और गर्भस्थ शिशु को नुकसान पहुंचने की आशंका रहती है।
हार्ट से जुड़ी समस्याओं में
हृदय संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों को इस प्रकार के उल्टे आसनों से बचना चाहिए। शीर्षासन हृदय पर अचानक दबाव डाल सकता है, जिससे धड़कन अनियमित हो सकती है या हार्ट अटैक जैसी स्थिति बन सकती है।
शीर्षासन के विकल्प के रूप में क्या करें?
यदि आप शीर्षासन नहीं कर सकते, तो उसके स्थान पर आगे बताए योगासन कर सकते हैं:
- विपरीतकरणी मुद्रा (Viparita Karani)
- बालासन (Balasana)
- शवासन (Shavasana)
- ताड़ासन (Tadasana)
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शीर्षासन एक शक्तिशाली और लाभकारी योगासन है, लेकिन यह हर व्यक्ति के लिए नहीं है। यदि आपको कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है या ऊपर बताए गए किसी भी स्थिति से गुजर रहे हैं, तो इस योगासन को टालना ही बेहतर है। योग का मूल उद्देश्य स्वास्थ्य लाभ और आत्म-संतुलन है, न कि शरीर पर अनावश्यक दबाव डालना।
FAQ
क्या बच्चे शीर्षासन कर सकते हैं?
हां, लेकिन केवल योग शिक्षक की निगरानी में और शरीर की ग्रोथ के बाद ही वह इस आसान को कर सकते हैं।क्या शीर्षासन करने से बालों का झड़ना रुकता है?
यह दावा पूर्ण रूप से वैज्ञानिक नहीं है, लेकिन इससे सिर में रक्त प्रवाह बढ़ता है जो बालों को पोषण दे सकता है।शीर्षासन कितनी देर करना चाहिए?
शुरुआती लोग 10–15 सेकंड से शुरुआत करें। अभ्यास बढ़ने पर 2–3 मिनट तक किया जा सकता है।