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क्या मैग्नीशियम लेने से डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी मानसिक समस्याएं दूर हो जाती हैं? जानें एक्सपर्ट की राय

शरीर में पोषष तत्वों की कमी से मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। आगे जानते हैं कि क्या मैग्नीशियम की कमी से चिंता बढ़ सकती है।   
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क्या मैग्नीशियम लेने से डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी मानसिक समस्याएं दूर हो जाती हैं? जानें एक्सपर्ट की राय


आज के समय में लोगों को काम, नौकरी, सफलता, घर, सैलरी आदि कई तरह की चिंताएं सताने लगती हैं। कुछ मामले तो इनका बढ़ जाते हैं कि लोगों को डिप्रेशन व तनाव का शिकार होना पड़ता है। दरअसल, यह एक मानसिक समस्या है, जिसका असर आपकी सेहत के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। डायटीशियन शिवाली गुप्ता के अनुसार मैग्नीशियम और एंग्जायटी के बीच संबंध होता है। उनका मानना है कि शरीर में मैग्नीशियम की कमी से चिंता और एंग्जायटी होने की संभावना काफी हद तक बढ़ सकती हैं। ऐसे में यदि आप डाइट में मैग्निशियम को शामिल करते हैं तो इससे मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है और आपको एंग्जायटी और चिंता में कमी हो सकती है। 

मैग्नीशियम और एंग्जायटी (चिंता) के बीच के संबंध - Connection Between Magnesium And Anxiety In Hindi

मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण मिनरल्स है जो शरीर के भीतर 300 से अधिक जैव रासायनिक प्रतिक्रियाओं में शामिल होता है। यह तंत्रिका कार्य, मांसपेशियों के नियंत्रण और ऊर्जा उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब आप मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करते हैं, तो इससे व्यक्ति को एंग्जायटी और चिंता हो सकती है। 

न्यूरोट्रांसमीटर नियंत्रित करना

माना जाता है कि मैग्नीशियम मस्तिष्क में रासायनिक संदेशवाहक, न्यूरोट्रांसमीटर को निंयत्रित करने में भूमिका निभाता है। सेरोटोनिन और गामा-एमिनोब्यूट्रिक एसिड (जीएबीए) जैसे न्यूरोट्रांसमीटर में असंतुलन अक्सर मूड के डिसऑर्डर से संबंधित होता है। इन न्यूरोट्रांसमीटरों को व्यवस्थित करने में मैग्नीशियम आवश्यक होता है। साथ ही इससे चिंता का स्तर कम होने लगता है। 

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सूजन आना

शरीर की पुरानी सूजन को चिंता और एंग्जायटी सहित मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों के विकास से जोड़ा जा सकता है। मैग्नीशियम में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसलिए एक्पर्ट सूजन को कम करने के लिए मैग्नीशियम को डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं। 

तनाव होना 

मैग्नीशियम शरीर के तनाव चिंता व एंग्जायटी को प्रभावित करने के लिए जाना जाता है। लंबे समय से तनाव मैग्नीशियम के स्तर को कम कर सकता है, जिससे एक दुष्चक्र बन सकता है जहां कम मैग्नीशियम तनाव को बढ़ा देता है, जिससे चिंता और एंग्जायटी में संभावित वृद्धि हो सकती है। मैग्नीशियम के सप्लीमेंट्स लेने से आप इस चक्र को तोड़ने और स्वस्थ तनाव प्रतिक्रिया का समर्थन करने में मदद कर सकती है।

मैग्नीशियम की कमी को कैसे पूरा करें - How To Get Rid Of Low Magnesium Deficiency In Hindi 

मैग्नीशियम के सोर्स 

अपने आहार में मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना मैग्नीशियम के स्तर को बढ़ाने का एक शानदार तरीका है। पत्तेदार हरी सब्जियां, मेवे, बीज, साबुत अनाज और फलियां जैसे खाद्य पदार्थ स्वाभाविक रूप से मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं। अपने भोजन में इन विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को शामिल करने से मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है। 

सप्लीमेंट्स 

बाजार में आज कई तरह के सप्लीमेंट्स मौजूद है। आप एंग्जायटी और चिंता को दूर करने के लिए मैग्नीशियम के सप्लीमेंट्स का सेवन भी कर सकते हैं। 

नमक से स्नान

नमक या मैग्नीशियम सल्फेट, त्वचा के माध्यम से अवशोषित किया जा सकता है। नमक के पानी से स्नान करना मैग्नीशियम के स्तर को बढ़ाने का एक सरल तरीका हो सकता है। 

योग का अभ्यास

योग और मेडिटेशन से शरीर के रोगों को दूर करने में मदद मिलती है। साथ ही शरीर मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। जिससे व्यक्ति की चिंता और एंग्जायटी कम होने लगती है। 

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चिंता और एंग्जाटी को दूर करने के लिए आप योग कर सकते हैं। इसके अलावा आप मैग्नीशियम युक्त आहार का सेवन कर सकते हैं। इससे शरीर के पौष्टिक  तत्वों की कमी को पूरा किया जा सकता है। साथ ही, आपको कई तरह से बीमारियों से बचाया जा सकता है। 

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