
Can Smoking Cause Diabetes In Hindi: स्मोकिंग यानी धूम्रपान करना सेहत के लिए बिल्कुल सही नहीं है। तमाम विशेषज्ञों की मानें, तो धूम्रपान करने से कैंसर, हार्ट प्रॉब्लम, स्ट्रोक और ब्लड सर्कुलेशन में परेशानी जैसे कई हेल्थ इश्यूज हो सकते हैं। यहां तक कि प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए यह और भी खतरनाक होता है, क्योंकि गर्भावस्था में स्मोकिंग करने से गर्भ में पल रहे भ्रूण का विकास बाधित होता है। कुल मिलाकर, आप कह सकते हैं कि जो लोग नियमित रूप से स्मोकिंग करते हैं, उन्हें कई तरह की बीमारियों का जोखिम रहता है। यहां यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या स्मोकिंग करने की वजह से डायबिटीज भी हो सकता है? आइए, जानते हैं कि इस बारे में यशोदा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉ.एसपी सिंह का क्या कहना है।
क्या स्मोकिंग करने की वजह से डायबिटीज हो सकता है?- How Does Smoking Lead To Diabetes In Hindi

जैसा कि हम सब यह जानते हैं कि स्मोकिंग करने की वजह से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इसी क्रम में यह जान लेना भी आवश्यक है कि क्या स्मोकिंग की वजह से डायबिटीज होता है या नहीं? इस बारे में डॉक्टर का कहना है कि स्मोकिंग की वजह से डायबिटीज हो सकता है। सवाल है, कैसे? सीडीसी में प्रकाशित लेख की मानें, "जो लोग स्मोकिंग करते हैं, उन्हें डायबिटीज होने का जोखिम स्मोकिंग न करने वालों की तुलना में 30-40 फीसदी अधिक होता है। असल में, जब कोई नियमित रूप से समोकिंग के जरिए टोबेको लेता है, तो इससे शरीर में ब्लड स्पाइक कर जाता है। वैसे भी सिगरेट में ऐसे केमिकल्स होते हैं, जो हमारी बॉडी के सेल्स को डैमेज कर सकते हैं और उनमें सूजन का कारण बन सकते हैं। ऐसे में बॉडी में मौजूद इंसुलित उतना प्रभावशाली तरीके से काम नहीं करता है, जितना कि उसे करना चाहिए।" डॉक्टर आगे समझाते हैं, "स्मोकिंग करने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम भी बढ़ता है। दरअसल, स्मोकिंग करने की वजह से बेली फैट बढ़ जाता है। बेली फैट बढ़ने से टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क बढ़ने लगता है। वहीं, इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि बॉडी में जो निकोटिन पहुंच जाता है, वह सेल्स को भी सही तरह से काम करने नहीं देता है।" कुल मिलाकर कह सकते हैं कि स्मोकिंग डायबिटीज के जोखिम को बढ़ा सकता है।
इसे भी पढ़ें : सर्दियों में ऐसे कौन से 10 आहार हैं, जो डायबिटीज के मरीज रोजाना खाएं तो मिलेगा फायदा? बता रही हैं डायटीशियन
डायबिटीज के मरीजों में स्मोकिंग करने के जोखिम
स्मोकिंग करने से न सिर्फ डायबिटीज होने का जोखिम बढ़ता है। इसके साथ ही, स्मोकिंग करने से डायबिटीज के मरीजों की कंडीशन और भी बिगड़ सकती है। यही नहीं, स्मोकिंग करने की वजह से डायबिटीज के मरीजों में अन्य जोखिम भी बढ़ते हैं, जैसे-
- स्मोकिंग के कारण डायबिटीज के रोगियों में हार्ट से जुड़े रोग होने का जोखिम बढ़ जाता है।
- स्मोकिंग की वजह से डायबिटीज के रोगियों में किडनी डिजीज होने का रिस्क बढ़ जाता है।
- डायबिटीज के मरीज अगर लगाना स्मोकिंग करते हैं, तो उनके पैरों में ब्लड फ्लो बाधित होता है। ऐसे में उन्हें पैरों में अल्सर और इंफेक्शन का खतरा भी बना रहता है।
- डायबिटीज के रोगियों में स्मोकिंग करने की वजह से रेटिनोपैथी का रिस्क भी बढ़ जाता है। रेटिनोपैथी आंखों से संबंधित बीमारी है, जिसकी वजह से ब्लाइंडनेस हो सकती है।
All Image Credit: Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version