Obese Person Be Malnourished: आज कुपोषण की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। तो वहीं कई लोगों को यह एक आम गलतफहमी होती है कि सिर्फ दुबले-पतले लोग ही कुपोषण का शिकार हो सकते हैं। जबकि ऐसा नहीं है। सच्चाई यह है कि मोटा व्यक्ति भी कुपोषण का शिकार हो सकता है। कुपोषण का मतलब है कि शरीर को जरूरी पोषक तत्व जैसे विटामिन, मिनरल, प्रोटीन और फाइबर पर्याप्त मात्रा में न मिलना। जबकि मोटापे का संबंध शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा होना है। हालांकि, कुपोषित होने की क्या वजह है और मोटे व्यक्ति क्यों कुपोषण का शिकार हो जाते हैं? इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने दिल्ली के गंगा राम हॉस्पिटल एंडोक्राइनोलॉजी और मेटाबॉलिज्म के डॉ. सेतु गुप्ता (Dr. Setu Gupta, Consultant, Endocrinology & Metabolism, Sir Gangaram Hospital, Delhi) से विस्तार में बात की। उन्हीं से जानते हैं सब कुछ।
कुपोषित और मोटे व्यक्ति के बीच संबंध-connection between malnutrition and obesity
आधुनिक जीवनशैली में ज्यादातर लोग तली भुनी चीजें जैसे समोसे, कचौड़ी और कोल्ड ड्रिंक अधिक खाते हैं, जिससे उनका वजन बढ़ जाता है, लेकिन इन चीजों में पोषक तत्व बहुत कम या न के बराबर होते हैं। ऐसे भोजन में सिर्फ कैलोरी और अनहेल्दी फैट होता है, लेकिन जरूरी विटामिन, मिनरल, प्रोटीन और फाइबर नहीं मिलते। इसी कारण मोटे व्यक्ति के शरीर में भी जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जिसको कुपोषण कहा जाता है। इसके अलावा कुछ मेडिकल कंडीशन के कारण या खराब पाचन के कारण शरीर ठीक से पोषक तत्वों को अवशोषित नहीं कर पाता। यह भी कारण कुपोषण के हो सकते हैं।
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कुपोषण के लक्षण-symptoms of malnutrition
कुपोषित व्यक्ति मोटा हो या पतला, इससे फर्क नहीं पड़ता। अब जानते हैं कि कुपोषण के लक्षण क्या होते हैं?
- थकना
- रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी
- बाल झड़ना
- कमजोरी होना
- घाव भरने में देरी
सिर्फ वजन देखकर कुपोषण का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है, मोटा व्यक्ति भी कुपोषण का शिकार हो सकता है। इसलिए जरूरी पोषक तत्व सबको लेने की जरूरत है।
कुपोषण का शिकार होने के कारण-reasons why people are malnutrition
कुपोषण लोगों में जरूरी पोषक तत्वों की कमी होती है, हालांकि ऐसा क्यों होता है, आइए जानते हैं।
1. प्रोसेस्ड फूड खाना
प्रोसेस्ड खाना शरीर के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं होता। बहुत से लोगों को प्रोसेस्ड फूड खाने से वजन बढ़ जाता है। उन लोगों को कई तरह की बीमारियां भी हो जाती हैं, क्योंकि प्रोसेस्ड फूड जैसे पनीर, टोफू और दही आदि यह सब पैकेट में आता है, जिसमें जरूरी पोषक तत्व नहीं होते और लोग कुपोषण का शिकार हो जाते हैं।
2. सप्लीमेंट लेना
कई लोग विटामिन या पोषक तत्वों की कमी पूरी करने के लिए जरूरी सप्लीमेंट लेना शुरू कर देते हैं, जबकि यह सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। दरअसल, स्वस्थ भोजन में जरूरी पोषक तत्व होते हैं, इसलिए पोषक तत्वों की कमी पूरी करने के लिए सप्लीमेंट की जगह स्वस्थ आहार लें।
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3. अगर आपको फाइबर नहीं मिल रहा
फाइबर शरीर के लिए बहुत जरूरी पोषक तत्व है। यह ऊर्जा के लिए जरूरी है। इसलिए उन सब्जियों और फलों को अपनी डाइट में शामिल करें जिनमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है। बता दें कि एक दिन में तकरीबन 14 ग्राम फाइबर लेना चाहिए।
निष्कर्ष
दरअसल, कुपोषण का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि सिर्फ दुबले-पतले लोग ही कुपोषित हो सकते हैं। दरअसल, मोटे व्यक्ति भी कुपोषण का शिकार हो सकते हैं, क्योंकि कोई भी व्यक्ति जिसको जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते, वह सभी लोग कुपोषण का शिकार हो सकते हैं। कुपोषण के लक्षण जैसे थकना, कमजोरी होना या बाल झड़ना हैं। इसलिए जरूरी है कि अपनी सेहत का ध्यान रखें और अपनी डाइट में वही आहार शामिल करें जिसमें विटामिन, मिनरल्स और फाइबर हों। साथ ही डॉक्टर की सलाह लें।
FAQ
कुपोषण से होने वाले दो रोगों के नाम क्या हैं?
बता दें कि कुपोषण से स्त्रियों में घेंघा और बच्चों में सूखा रोग हो जाता है।कुपोषण होने के क्या कारण हैं?
कुपोषण होने के कारण जरूरी पोषक तत्वों का न मिल पाना है। दरअसल, लोग बाहर का खाना ज्यादा खाते हैं, जिससे उन्हें जरूरी पोषण नहीं मिल पाता। हालांकि कई कारण जैसे पाचन क्रिया खराब होना या फिर कोई अन्य मेडिकल कंडीशन भी हो सकती है।कुपोषण से बचने के क्या उपाय हैं?
कुपोषण को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि अपनी डाइट में वही आहार शामिल करें जिसमें विटामिन, फाइबर और मिनरल्स हों। इससे आपके शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलेंगे और आप कुपोषण से बच जाएंगे।