क्या मिल्क प्रोडक्ट्स एसिडिटी का कारण बन सकते हैं? जानें एक्सपर्ट से

Can Milk Products Cause Acidity?-  दूध में मौजूद लैक्टोज के कारण ब्लोटिंग और एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है। 
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क्या मिल्क प्रोडक्ट्स एसिडिटी का कारण बन सकते हैं? जानें एक्सपर्ट से


Can Milk Products Cause Acidity?- एसिडिटी और ब्लोटिंग पेट से जुड़ी ऐसी समस्या है, जो अनहेल्दी लाइफस्टाइल, गलत खान-पान जैसे कारणों से हो सकती है। बच्चे से लेकर बुजुर्ग सभी लोग एसिडिटी से परेशान रहते हैं। कई लोगों का मानना है कि गैस या ब्लोटिंग की समस्या दूध पीने या दूध से बनी चीजों को खाने से बढ़ सकता है। इसलिए एसिडिटी या ब्लोटिंग से परेशान लोगों को दूध नहीं पीने की सलाह दी जाती हैं। लेकिन क्या सच में दूध या डेयरी उत्पाद के सेवन से एसिडिटी और ब्लोटिंग की समस्या बढ़ सकती हैं? न्यूट्रिशनिस्ट अंजलि मुर्खजी ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर इस बारे में बताया है। 

क्या दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स से ब्लोटिंग और एसिडिटी होती है? - Can Milk Products Cause Acidity And Bloating in Hindi?

न्यूट्रिशनिस्ट अंजलि मुखर्जी का कहना है, “दूध और दूध से बने उत्पाद का सेवन कुछ व्यक्तियों में ब्लोटिंग और पेट दर्द का कारण बन सकते हैं। हर व्यक्ति में इसके लक्षण अलग-अलग नजर आ सकते हैं, जैसे कुछ व्यक्तियों के पेट में हल्की झुंझलाहट हो सकती है, जबकि कुछ लोगों में ब्लोटिंग, एसिडिटी जैसी पेट से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसलिए जो खाद्य पदार्थ पेट में सबसे ज्यादा गैस और ब्लोटिंग बनाने का कारण बनते हैं, वो डेयरी प्रोडक्ट्स होते हैं।” 

न्यूट्रिशनिस्ट अंजलि मुखर्जी ने दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से एसिडिटी और ब्लोटिंग होने का कारण बताते हुए कहा, “कम से कम 60%-70% आबादी, लेक्टोज इनटोलरेंस है। लैक्टोज एक प्रकार की चीनी है, जो दूध में मौजूद होती है और दूध में मौजूद लैक्टोज को पचाने में सक्षम होने के लिए आपको एंजाइम लैक्टेज की जरूरत होती है। उम्र बढ़ने के साथ शरीर में लैक्टेज की मात्रा कम होती जाती है। इसलिए 50 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति लैक्टोज इनटोलरेंट हो जाते हैं, जिससे दूध या डेयरी उत्पाद का सेवन करने से एसिडिटी और ब्लोटिंग की समस्या बढ़ जाती है।” 

आगे जानकारी देते हुए न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया कि, “दूध पीने के तुरंत बाद आपको ब्लोटिंग या गैस की समस्या हो ये जरूरी नहीं है। कई लोगों को अगले दिन या कुछ घंटों बाद भी गैस और ब्लोटिंग हो सकती है। कम उम्र में ही कई लोगों में लैक्टेज एंजाइम की कमी होती है, जिस कार वे लैक्टोज इनटोलरेंट होते हैं। इसलिए दूध या दूध से बनें उत्पाद का सेवन करने से उन्हें पेट से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। अगर आपको ब्लोटिंग या एसिडिटी की समस्या है, तो पनीर, चीज, दही, दूध, मिल्कशेक जैसी चीजों को खाने से परहेज करें। 

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ब्लोटिंग और एसिडिटी से बचाव के उपाय - Tips To Reduce Bloating Naturally in Hindi 

  • आसानी से पचने वाली चीजों का सेवन करें। 
  • डाइट में लीन प्रोटीन, उबली हुई सब्जियां और साबुत अनाज जैसे खाद्य पदार्थ शामिल करें। 
  • सोते समय एसिड रिफ्लक्स रोकने के लिए मसालेदार और तली हुई चीजें खाने से परहेज करें। 
  • सोने से 3 घंटे पहले खाना खाएं। 
  • डिनर करने के तुरंत बाद लेटने से परहेज करें। 

 

 

 

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अगर आपको भी बहुत ज्यादा ब्लोटिंग या एसिडिटी की समस्या होती है, तो दूध या डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से बचें और ज्यादा समस्या बढ़ने पर अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 

Image Credit: Freepik 

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