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क्या एसिडिटी बढ़ने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा होता है? डॉक्टर से जानें

आज के समय में बदलती लाइफस्टाइल, अनियमित खान-पान और बढ़ता तनाव न केवल पाचन तंत्र को प्रभावित कर रहा है बल्कि कई बीमारियों का कारण भी बन रहा है। यहां जानिए, क्या एसिडिटी बढ़ने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा होता है?
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क्या एसिडिटी बढ़ने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा होता है? डॉक्टर से जानें

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, असमय भोजन, तली-भुनी चीजों का ज्यादा सेवन और लगातार बढ़ता मानसिक तनाव हमारी सेहत पर गहरा असर डाल रहा है। सबसे आम समस्याओं में से एक है एसिडिटी, जो लगभग हर उम्र के व्यक्ति को समय-समय पर परेशान करती है। पेट में जलन, खट्टी डकारें, सीने में दर्द और भूख न लगना जैसे लक्षण अक्सर लोगों के डेली रूटीन को प्रभावित करते हैं। वहीं दूसरी ओर, हाई ब्लड प्रेशर भी आज एक साइलेंट किलर बन चुका है। यह समस्या उम्रदराज लोगों तक सीमित नहीं रही, अब युवा वर्ग भी इसकी चपेट में आने लगा है। हाई ब्लड प्रेशर दिल, मस्तिष्क और किडनी जैसे जरूरी अंगों पर असर डालता है और समय पर इलाज न मिले तो यह घातक भी हो सकता है। अब चूंकि ये दोनों समस्याएं आम होती जा रही हैं, तो लोगों के मन में यह सवाल आना स्वाभाविक है कि क्या एसिडिटी और हाई ब्लड प्रेशर के बीच कोई संबंध है? क्या बार-बार एसिडिटी की शिकायत ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकती है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, दिल्ली के निदेशक - कार्डियोलॉजी डॉ. प्रदीप कुमार नायक (Dr. Pradeep Kumar Nayak, Director - Cardiology, Dharamshila Narayana Superspeciality Hospital, Delhi) से बात की-

एसिडिटी क्या है? - What Is Acidity

एसिडिटी तब होती है जब हमारे पेट में मौजूद एसिड जरूरत से ज्यादा बनने लगता है या वह भोजन नली में ऊपर की ओर चला जाता है। यह स्थिति गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) के रूप में भी जानी जाती है। इसके लक्षणों में सीने में जलन, खट्टी डकार, गले में खराश, अपच, पेट फूलना, और भूख न लगना शामिल हैं।

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हाई ब्लड प्रेशर क्या है? - What Is High Blood Pressure

हाई ब्लड प्रेशर तब होता है जब धमनियों में ब्लड का दबाव लगातार सामान्य से ज्यादा बना रहता है। यह स्थिति धीरे-धीरे दिल, किडनी और मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकती है। यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह स्ट्रोक, हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है।

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Can Acidity Cause High Blood Pressure

क्या गैस एसिडिटी से ब्लड प्रेशर बढ़ता है? - Can Acidity Cause High Blood Pressure

एसिडिटी सीधे तौर पर हाई ब्लड प्रेशर का कारण नहीं मानी जाती, लेकिन दोनों स्थितियों के बीच कुछ अप्रत्यक्ष संबंध देखे गए हैं। दरअसल, एसिडिटी से उत्पन्न होने वाला असहज अनुभव, बार-बार होने वाला सीने में दर्द और तनाव, शरीर के अंदर तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) के लेवल को बढ़ा सकते हैं। यह तनाव ब्लड प्रेशर को अस्थायी या स्थायी रूप से बढ़ा सकता है। इसलिए एसिडिटी, खासकर जब वह बार-बार होती है, तो वह ब्लड प्रेशर को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित कर सकती है। जब कोई व्यक्ति एसिडिटी से परेशान होता है और उसे सीने में जलन या बेचैनी होती है, तो यह मानसिक रूप से भी असहज कर देता है। यह मानसिक तनाव शरीर में रेस्पॉन्स को एक्टिव करता है, जिससे दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है।

क्या करना चाहिए?

1. ज्यादा मिर्च-मसाले और तली चीजें न खाएं और समय से भोजन करें।
2. भोजन के तुरंत बाद न लेटें और कम से कम 30 मिनट का अंतर रखें।
3. तनाव कम करें और इसके लिए रोजाना योग, प्राणायाम, ध्यान का अभ्यास करें और अच्छी नींद लें।
4. रोजाना 30 मिनट की वॉक भी फायदेमंद होती है।
5. कैफीन और शराब से परहेज करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि ये दोनों ही एसिडिटी और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं।
6. डॉक्टर से नियमित जांच कराएं, खासकर अगर आप बार-बार एसिडिटी की दवाएं ले रहे हैं।

निष्कर्ष

एसिडिटी और हाई ब्लड प्रेशर दोनों ही आम स्वास्थ्य समस्याएं हैं।हालांकि एसिडिटी सीधे तौर पर हाई ब्लड प्रेशर का कारण नहीं बनती, लेकिन तनाव, दवाओं का प्रभाव और लाइफस्टाइल की गलतियां इन दोनों समस्याओं को जोड़ सकती हैं। इसलिए यदि आप अक्सर एसिडिटी से परेशान रहते हैं और साथ ही ब्लड प्रेशर भी बढ़ा हुआ है, तो इसे हल्के में न लें।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • एसिडिटी होने से शरीर में क्या होता है?

    जब शरीर में एसिडिटी होती है, तो इससे सीने में जलन, खट्टी डकारें, गले में खराश, मुंह का स्वाद बिगड़ना और पेट में भारीपन महसूस होता है। कुछ लोगों को मतली, सिर दर्द और थकावट भी हो सकती है। एसिडिटी लंबे समय तक बनी रहे तो यह गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) जैसी स्थिति पैदा कर सकती है, जिससे पाचन तंत्र पर नकारात्मक असर पड़ता है।
  • हाई बीपी में क्या दिक्कत होती है?

    हाई बीपी में धमनियों में ब्लड का दबाव सामान्य से ज्यादा हो जाता है, जिससे हार्ट को खून पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसके शुरुआती लक्षण अक्सर स्पष्ट नहीं होते, लेकिन सिरदर्द, चक्कर आना, घबराहट, सीने में दबाव और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक अनियंत्रित हाई बीपी से दिल का दौरा, स्ट्रोक, किडनी फेलियर और आंखों की रोशनी कम होने जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए हाई बीपी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कैसे कम करें?

    अगर अचानक हाई ब्लड प्रेशर बढ़ जाए तो उसे तुरंत कम करने के लिए कुछ प्राथमिक उपाय अपनाए जा सकते हैं। सबसे पहले शांत और गहरी सांसें लें, इससे तनाव कम होता है और ब्लड प्रेशर थोड़ा कंट्रोल होता है। नमक का सेवन तुरंत बंद करें और कैफीन और शराब से दूर रहें। ठंडे पानी से चेहरा धोएं या हाथ-पैर धोना भी राहत दिला सकता है। अगर ब्लड प्रेशर बहुत अधिक हो रहा हो और लक्षण जैसे सिरदर्द, घबराहट या चक्कर महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

 

 

 

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