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पर्सनल हाइजीन के लिए क्या-क्या जरूरी है? डॉक्टर से जानें

बीमारियों और इंफेक्शन से बचे रहने के लिए जरूरी है कि पर्सनल हाइजीन को मेंटेन करके रखा जाए। इसके लिए जरूरी है कि लोगों को इस बात की जानकारी हो कि पर्सनल हाइजीन के लिए क्या-क्या जरूरी है।
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पर्सनल हाइजीन के लिए क्या-क्या जरूरी है? डॉक्टर से जानें

पर्सनल हाइजीन हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। यह न केवल हमें बीमारियों और इंफेक्शन से सुरक्षित रखने में मदद करती है, बल्कि हमारे आत्मविश्वास और लाइफस्टाइल पर भी पॉजिटिव प्रभाव डालती है। दूषित वातावरण, भीड़भाड़ वाले स्थान और बदलते मौसम के चलते इंफेक्शन का खतरा लगातार बना रहता है। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि हम अपने डेली रूटीन में पर्सनल हाइजीन को खास महत्व दें। पर्सनल हाइजीन का मतलब केवल रोज नहाना या साफ कपड़े पहनना ही नहीं है, बल्कि इसमें शरीर के हर हिस्से की सफाई, सही खान-पान, मानसिक स्वच्छता और आसपास के वातावरण की स्वच्छता भी शामिल होती है। इसके अलावा, पर्सनल हाइजीन के बारे में जागरूकता फैलाना भी उतना ही जरूरी है। इस लेख में नारायणा अस्पताल जयपुर के इंटरनल मेडिसिन के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. बृज वल्लभ शर्मा (Dr. Brij Vallabh Sharma, Senior consultant- Internal Medicine, Narayana Hospital Jaipur) से जानिए, पर्सनल हाइजीन के लिए क्या-क्या जरूरी है?

पर्सनल हाइजीन के लिए क्या-क्या जरूरी है? - What Is Essential For Personal Hygiene

पर्सनल हाइजीन न सिर्फ शरीर को हेल्दी बनाए रखने के लिए जरूरी है, बल्कि यह आत्मविश्वास और सामाजिक जीवन को बेहतर बनाने में भी मदद करती है। आज की तेज रफ्तार जिंदगी में जहां रोग और इंफेक्शन आसानी से फैल सकते हैं, वहां व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखना पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गया है।

1. रोजाना नहाएं

हर दिन स्नान करना यानी नहाना पर्सनल हाइजीन की सबसे बुनियादी और जरूरी आदत है। इससे शरीर की गंदगी, पसीना, धूल-मिट्टी और बैक्टीरिया दूर होते हैं, जो स्किन इंफेक्शन या बदबू का कारण बन सकते हैं। गर्मियों में दिन में एक बार से ज्यादा स्नान करना फायदेमंद होता है। साबुन या बॉडी वॉश का प्रयोग करते समय शरीर के मुख्य हिस्सों जैसे बगल, गर्दन, पीठ और पैर की अच्छी तरह सफाई करनी चाहिए।

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2. हाथ धोना

हाथ धोना एक सामान्य लेकिन बेहद प्रभावी उपाय है, जो कई बीमारियों को फैलने से रोकता है। खाना खाने से पहले, टॉयलेट के बाद, बाहर से आने के बाद और किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने पर हाथ धोना जरूरी है। साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोने से ज्यादातर बैक्टीरिया और वायरस खत्म हो जाते हैं। यदि साबुन और पानी उपलब्ध नहीं है, तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।

What Is Essential For Personal Hygiene

3. ओरल हाइजीन

हेल्दी दांत और मुंह केवल सुंदर मुस्कान नहीं, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य का प्रतीक होते हैं। रोजाना सुबह और रात को सोने से पहले ब्रश करना, मुंह की दुर्गंध, दांतों में कीड़े, मसूड़ों की सूजन और पायरिया जैसी समस्याओं से बचाता है। हर 6 महीने में एक बार डेंटल चेकअप कराना और जरूरत पड़ने पर डेंटल फ्लॉस या माउथवॉश का उपयोग करना ओरल हाइजीन को बेहतर बनाता है।

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4. साफ कपड़े पहनना

साफ और धुले हुए कपड़े पहनना भी पर्सनल हाइजीन का हिस्सा है। पसीने से भीगे या गंदे कपड़े स्किन डिजीज, फंगल इंफेक्शन और बदबू का कारण बन सकते हैं। अंडरगारमेंट्स और मोजे रोजाना बदलने चाहिए। गर्मियों में सूती कपड़े पहनना और सर्दियों में कपड़ों को धूप में सुखाना लाभदायक होता है।

5. बाल और नाखूनों की देखभाल

बालों को सप्ताह में कम से कम दो बार शैंपू से धोना चाहिए। धूल और पसीने से बालों में डैंड्रफ, फंगल इंफेक्शन और जूं जैसी समस्याएं हो सकती हैं। नाखूनों को नियमित रूप से काटना और साफ रखना भी जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि गंदे नाखूनों में बैक्टीरिया जमा होते हैं, जो खाने के साथ शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।

निष्कर्ष

पर्सनल हाइजीन एक हेल्दी जीवन की नींव है। यह न केवल हमें बीमारियों से बचाता है, बल्कि आत्मविश्वास, सामाजिक व्यवहार और जीवन की क्वालिटी को भी बेहतर बनाता है। छोटी-छोटी स्वच्छता की आदतें बड़े फायदे देती हैं। इसलिए हर व्यक्ति को स्वच्छता के इन नियमों को न केवल खुद अपनाना चाहिए, बल्कि अपने परिवार और समाज में भी जागरूकता फैलानी चाहिए।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • हाइजीन में क्या-क्या आता है?

    हाइजीन में वह सभी आदतें और उपाय शामिल होते हैं जो शरीर, कपड़े और आसपास के वातावरण को साफ-सुथरा और हेल्दी बनाए रखने के लिए जरूरी होते हैं। इसमें व्यक्तिगत स्वच्छता जैसे नियमित नहाना, हाथ-पैर धोना, दांत साफ करना, नाखून काटना, बालों की देखभाल, साफ कपड़े पहनना, मासिक धर्म के दौरान सफाई रखना आदि शामिल हैं।
  • हाथ धोना क्यों आवश्यक है?

    हाथ धोना व्यक्तिगत स्वच्छता का एक जरूरी हिस्सा है, जो हमें कई प्रकार की बीमारियों और इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है। हमारे हाथ दिनभर कई सतहों को छूते हैं, जिससे बैक्टीरिया, वायरस और गंदगी हमारे हाथों पर जमा हो जाती है। यदि हम बिना हाथ धोए खाना खाएं या चेहरे को छुएं, तो ये कीटाणु हमारे शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और दस्त, सर्दी-जुकाम, फ्लू जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
  • हाइजीन की कमी से क्या होता है?

    हाइजीन की कमी से शरीर पर हानिकारक कीटाणु और बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों का कारण बन सकते हैं। जैसे स्किन इंफेक्शन, फंगल इंफेक्शन, पेट की समस्याएं, दस्त, उल्टी, आंख और कान के इंफेक्शन, सांस से जुड़ी बीमारियां आदि। इसके अलावा, खराब सांस, शरीर से दुर्गंध आना और सामाजिक असहजता भी स्वच्छता की कमी से हो सकती है। लंबे समय तक साफ-सफाई का ध्यान न रखने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

 

 

 

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