बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) कई समस्याओं का कारण बनता है, जैसे- हार्ट अटैक (Heart Attack), स्ट्रोक (Stroke) और हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) आदि। कोलेस्ट्रॉल के धमनियों में जमा हो जाने पर ये सारी समस्याएं होने लगती हैं। यही कारण है कि कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर इसे कंट्रोल (Cholesterol Control) करना बहुत जरूरी है। कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल के लिए अक्सर चिकित्सक कई दवाएं देते हैं। लेकिन कोलेस्ट्रॉल बहुत हद तक खानपान की गड़बड़ी के कारण बढ़ता है। ऐसे में एक सवाल यह उठता है कि क्या बिना दवा के सिर्फ डाइट के सहारे कोलेस्ट्ऱॉल को कम किया जा सकता है या नहीं? इस सवाल का जवाब जानने के लिए ओनलीमायहेल्थ ने बात की सिद्धार्थनगर के Cardiac Care Clicic के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रकाश नांबियार से। आइए जानते हैं कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में डाइट कितनी मददगार हो सकती है। इससे पहले समझते हैं कि कोलेस्ट्रॉल है क्या और क्या वाकई कोलेस्ट्रॉल सेहत के लिए बुरा ही होता है।
कोलेस्ट्रॉल क्या है? | What is Cholesterol in Hindi
कोलेस्ट्रॉल खून में मौजूद एक चिपचिपा पदार्थ होता है, जो कई तरह के बॉडी फंक्शन्स में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कोलेस्ट्रॉल की मदद से ही शरीर विटामिन D बनाता है। इसके अलावा ये कोलेस्ट्रॉल कई तरह के हार्मोन्स और सेल मेम्ब्रेन्स (कोशिकाओं की झिल्ली) बनाने में मदद करता है। तो वहीं कोलेस्ट्रॉल ही हार्ट और ब्रेन से जुड़ी कई बीमारियों का कारण भी बनता है। अब आप सोच रहे होंगे कि एक ही कोलेस्ट्रॉल सेहत के लिए अच्छा और बुरा, दोनों कैसे हो सकता है। दरअसल बात ये है कि शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल मौजूद होते हैं। एक तरह के कोलेस्ट्रॉल को हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन्स (High-Density Lipoproteins) या HDL कहते हैं। अपने गुणों के कारण ये गुड कोलेस्ट्रॉल (Good Cholesterol) भी कहलाते हैं। वहीं दूसरे प्रकार के कोलेस्ट्रॉल को लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन्स (Low-Density Lipoproteins) या LDL कहते हैं। इन्हें बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) भी कहा जाता है। ये LDL या Bad Cholesterol ही है, जो सेहत को नुकसान पहुंचाता है और कार्डियोवस्कुलर बीमारियों (Cardiovasuclar Diseases) का कारण बनता है।
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क्या डाइट के जरिए कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल किया जा सकता है? | Can We Control Cholesterol With the Diet
डॉ. नांबियार बताते हैं कि दवाओं के साथ आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज की ही सलाह दी जाती है। अगर मरीज का कोलेस्ट्रॉल बहुत अधिक बढ़ा हुआ है (280-300 mg/dl से ज्यादा), तो उसे दवाएं दी जाती हैं क्योंकि ऐसे व्यक्ति को कार्डियक समस्याएं होने का खतरा ज्यादा होता है। लेकिन अगर कोलेस्ट्रॉल लेवल थोड़ा बढ़ा हुआ है (200-250 mg/dl), तो इसे काफी हद तक बैलेंस डाइट और लाइफस्टाइल के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है। कोलेस्ट्रॉल की समस्या आमतौर पर ऐसे लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है, जो बहुत ज्यादा फैटी फूड्स खाते हैं, जिनका वजन बहुत ज्यादा है या जिनके पेट के आसपास काफी चर्बी जमा हो गई है। ये तीनों ही समस्याएं कहीं न कहीं हेल्दी डाइट से कंट्रोल की जा सकती हैं। इसलिए अच्छी डाइट को फॉलो करके और रोज थोड़ी एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटीज करके कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है।
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कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए डाइट में क्या बदलाव करें? | Diet Changes to Control Cholesterol in Hindi
इस सवाल का जवाब देते हुए डॉ नांबियार कहते हैं कि, "सबसे पहले यह जान लें कि हाई कोलेस्ट्रॉल में क्या नहीं खाना चाहिए (What Foods to Avoid in High Cholesterol?)। कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को सबसे पहले रिफाइंड ऑयल्स का इस्तेमाल कम कर देना चाहिए। बाहर मिलने वाले फास्ट फूड्स, जंक फूड्स और पैकेटंबद फूड्स ज्यादातर रिफाइंड तेलों में ही बनाए जाते हैं। इनमें भी पाम ऑयल सेहत के लिए बहुत बुरा है, ऐसा कई स्टडीज में सामने आ चुका है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर सबसे पहले तो बाहर का खाना और पैकेटबंद स्नैक्स बंद करना बहुत जरूरी है, ताकि शरीर में अनहेल्दी फैट्स के इनटेक को रोका जा सके। फैट्स के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल के मरीज को मैदा, चीनी, ज्यादा नमक आदि से भी परहेज करना चाहिए क्योंकि ये चीजें कोलेस्ट्रॉल के कारण होने वाली दूसरी समस्याओं को तेजी से बढ़ा सकती हैं। ये तो हुई बात कि डाइट में किन चीजों को नहीं शामिल करना चाहिए। इसके बाद बात आती है कि हाई कोलेस्ट्रॉल में क्या-क्या खाना चाहिए (What Foods to Eat in High Cholesterol)? कोलेस्ट्रॉल के मरीज घर पर बना सादा खाना, जिसमें दाल, रोटी, चावल, सब्जी, फल, सलाद आदि खा सकते हैं। खाना बनाने के लिए कच्ची घानी तेलों का इस्तेमाल अच्छा है, खासकर सरसों या तिल के तेल में बना खाना खाने से मरीज को फायदा हो सकता है। लेकिन यह ध्यान रखना है कि खाने में तेल का इस्तेमाल बहुत ज्यादा न हो।"
कुल मिलाकर डॉक्टर का यही कहना है कि कोलेस्ट्रॉल लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है, इसलिए लाइफस्टाइल में बदलाव करके इसे कंट्रोल किया जा सकता है। हालांकि अगर आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है, तो आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए, ताकि वो सभी रिस्क फैक्टर्स को ध्यान में रखकर आपको कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने का सही तरीका बता सकें। अगर आपको ये लेख पसंद आया, तो इसे अपने परिचितों के साथ जरूर शेयर करें।