Can Gestational Diabetes Cause Stillbirth In Hindi: जेस्टेशनल डायबिटीज का मतलब है प्रेग्नेंसी में डायबिटीज होना। वैसे तो कई महिलाओं को यह समस्या हो जाती है और डिलीवरी के बाद अपने-आप ठीक भी हो जाती है। लेकिन, प्रेग्नेंसी के दौरान मधुमेह होना जोखिम भरा हो सकता है। इस दौरान, महिलाओं को काफी ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है। साथ ही, डॉक्टर की ट्रीटमेंट को भी फॉलो करना आवश्यक होता है। ऐसा न किए जाने पर कई अन्य समस्याएं भी हो सकती है। यह भी कहा जाता है कि प्रेग्नेंसी में डायबिटीज के कारण गर्भ में शिशु की मृत्यु हो सकती है। सवाल है, क्या वाकई ऐसा सच में होता है? या फिर यह महज एक मिथक है। आइए, इस बारे में वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से जानते हैं।
क्या प्रेग्नेंसी में डायबिटीज के कारण गर्भ में शिशु की मृत्यु हो सकती है?- Can Gestational Diabetes Cause Stillbirth In Hindi
प्रेग्नेंसी में डायबिटीज होना कोई नई बात नहीं है। कई महिलाओं के साथ ऐसी समस्या होती है। सही तरह से मैनेज किया जाए, तो प्रेग्नेंसी और डिलीवरी में किसी तरह की समस्या नहीं होती है। वहीं, अगर प्रेग्नेंसी में डायबिटीज को हल्के में लिया जाए, तो कई तरह परेशानियां भी खड़ी हो सकती हैं। जहां तक सवाल इस बात का है कि क्या वाकई प्रेग्नेंसी में डायबिटीज के कारण गर्भ में शिशु की मृत्यु हो सकती है? इस बारे में स्टेनफॉर्ड मेडिसिन चिल्ड्रन हेल्थ में प्रकाशित लेख के अनुसार, प्रेग्नेंसी में डायबिटीज के कारण स्टिलबर्थ यानी गर्भ में शिशु की मृत्यु का जोखिम बढ़ सकता है। खासकर, 36 से 39 सप्ताह की प्रेग्नेंसी में इसके होने का रिस्क अधिक होता है। असल में, प्रेग्नेंसी में डायबिटीज के कारण गर्भ में शिशु की मृत्यु होने के पीछे कई तरह के कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। इस बारे में हम आगे विस्तार से जानेंगे।
जेस्टेशनल डायबिटीज में स्टिलबर्थ होने के कारण
- भ्रूण का असामान्य विकासः जेस्टेशनल डायबिटीज यानी गर्भकालीन मधुमेह होने पर भ्रूण के विकासदर पर नकारात्मक असर पड़ता है। इससे भ्रूण का विकास असामान्य तरीके से होता है। विशेषज्ञों की मानें, तो भ्रूण की विकासदर न धीमी होनी चाहिए और न ही तेज। दोनों ही स्थिति में गर्भ में पल रहे शिशु की मृत्यु हो सकती है।
- प्लेसेंटा असामान्यता हो सकती हैः जिन महिलाओं को जेस्टेशनल डायबिटीज होता है, उनमें प्लेसेंटा से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। प्लेसेंटा वह ऑर्गन होता है, जिसके जरिए भ्रूण को ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं। इसमें दिक्कत आने पर शिशु को ऑक्सीजन की कमी हो सकती है। ऐसे में उसकी गर्भ में मृत्यु तक हो सकती है।
- ब्लड सर्कुलेशन सही न होनाः प्रेग्नेंसी में डायबिटीज के कारण ब्लड शुगर का स्तर प्रभावित होता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन पर बुरा असर पड़ता है। इस स्थिति में भ्रूण का विकासदर धीमा हो जाता है, जिससे गर्भ में उसकी मृत्यु हो सकती है।