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क्या प्रेग्नेंसी में डायबिटीज होने से बढ़ता है मैक्रोसोमिया का खतरा? डॉक्टर से जानें

कई बार अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण बहुत सी महिलाओं को ब्लड शुगर की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में प्रेग्नेंसी के दौरान इन महिलाओं को कई समस्याओं सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में सवाल उठता है क्या प्रेग्नेंसी में डायबिटीज होने से बढ़ता है मैक्रोसोमिया का खतरा? आइए लेख में जानें -
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क्या प्रेग्नेंसी में डायबिटीज होने से बढ़ता है मैक्रोसोमिया का खतरा? डॉक्टर से जानें

Is High Blood Sugar Increase The Risk Of Macrosomia In Hindi: आज के समय में अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत खानपान के कारण महिलाओं को ब्लड शुगर जैसी बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। इसके कारण महिलाओं को स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियां हो सकती हैं, जिनमें से एक है मैक्रोसोमिया की समस्या। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के हाई ब्लड शुगर की समस्या से पीड़ित होने के कारण मैक्रोसोमिया की समस्या का खतरा बढ़ सकता है? बता दें, अक्सर लोग मोटे और गोलू-मोलू बच्चों को हेल्दी मानते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। अधिक वजन (4 किलो से ज्यादा) के बच्चे के पैदा होने को मेडिकल की भाषा में 'मैक्रोसोमिया' कहा जाता है। ऐसे में आइए जयपुर में स्थित माहेश्वरी चिकित्सालय की वरिष्ठ सलाहकार प्रसूति एवं स्त्री रोग डॉ. वंदना भराड़िया से जानें क्या डायबिटीज यानी ब्लड शुगर का स्तर हाई होने के कारण मैक्रोसोमिया का खतरा बढ़ता है?

क्या प्रेग्नेंसी में डायबिटीज होने के कारण मैक्रोसोमिया का खतरा हो सकता है? - Can Having Diabetes During Pregnancy Increase The Risk Of Macrosomia?

डॉ. वंदना के अनुसार, हां, प्रेग्नेंसी के दौरान हाई ब्लड शुगर की समस्या होने के कारण मैक्रोसोमिया का खतरा बढ़ जाता है। बता दें, प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज, जिसे गर्भावधि मधुमेह (gestational diabetes) भी कहा जाता है। इसमें मां के ब्लड में शुगर (glucose) का स्तर ज्यादा होता है, जो प्लेसेंटा से होकर बच्चे तक पहुंचता है। इस दौरान बच्चे की पैंक्रियाज (pancreas) इंसुलिन का उत्पादन तेजी से करती हैं, जिसके कारण बच्चा वजन तेजी सा बढ़ाने लगता है और मैक्रोसोमिया का खतरा बढ़ता है। वहीं, नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अध्ययन के अनुसार, गर्भावधि मधुमेह के कारण बच्चे का वजन बढ़ने या मैक्रोसोमिया का खतरा बढ़ जाता है, साथ ही, इसके कारण बच्चे को भी ब्लड शुगर होने का खतरा बढ़ता है, जो चिंता का विषय है।

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मैक्रोसोमिया के लक्षण - Symptoms Of Macrosomia In Hindi

मैक्रोसोमिया के कारण मां और बच्चे को कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में बता दें, इसमें कुछ लक्षण दिख सकते हैं।

प्रसव के दौरान समस्याएं होना

मैक्रोसोमिया के कारण महिलाओं को प्रसव के दौरान सिजेरियन यानी सी-सेक्शन का खतरा बढ़ने और कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, साथ ही, महिलाओं को अधिक दर्द होने की समस्या भी हो सकती है। 

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बच्चे को सांस लेने में परेशानी होना

मैक्रोसोमिया की समस्या में बच्चे को सांस लेने में परेशानी की समस्या हो सकती है। बता दें, बच्चे का अधिक वजन होने के कारण बच्चे के लंग्स पर दबाव पड़ता है, जिसके कारण बच्चे को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

बच्चे का वजन बढ़ने की समस्या

मैक्रोसोमिया का मुख्य लक्षण है बच्चे का 4 किलो से अधिक वजन होना, जिसके कारण मां और बच्चे दोनों को इंफेक्शन होने स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके कारण भ्रूण की अचानक मृत्यु होने जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती है। 

मैक्रोसोमिया से बचने के लिए प्रेग्नेंसी में कैसे करें देखभाल? - How To Take Care During Pregnancy To Avoid Macrosomia?

ब्लड शुगर का ध्यान रखें

प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने की कोशिश करें और नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच करें। इससे प्रेग्नेंसी के दौरान स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव करने में मदद मिलती है।

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एक्सरसाइज करें

मैक्रोसोमिया जैसी समस्या से बचने के लिए नियमित रूप से डॉक्टर की सलाह अनुसार एक्सरसाइज करें। ऐसा करने से शरीर में एनर्जी बनाए रखने और स्वास्थ्य को हेल्दी रखने में मदद मिलती है।

रेगुलर अल्ट्रासाउंड और फिटल मॉनिटरिंग

मैक्रोसोमिया या प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी समस्या से बचने के लिए डॉक्टर की सलाह के साथ रेगुलर अल्ट्रासाउंड और फिटल मॉनिटरिंग जरूर कराएं। इससे बच्चे के स्वास्थ्य पर नजर बनाए रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा, माँ को भ्रूण की गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए और बार-बार डॉपलर सोनोग्राफी द्वारा भ्रूण की निगरानी करनी चाहिए।

निष्कर्ष

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को डायबिटीज होने के कारण बच्चे के वजन बढ़ने और मैक्रोसोमिया के खतरे के बढ़ने की समस्या हो सकती है। जिसके कारण मां और बच्चे दोनों को स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली समस्याओं से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करें और डॉक्टर की बताई गई टिप्स को फॉलो करें। जिससे मैक्रोसोमिया से भी बचाव करने में मदद मिलती है। ध्यान रहे, प्रेग्नेंसी से जुड़ी कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर से तुरंत सलाह लें और नियमित रूप से चेकअप कराती रहें। 

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