How Menopause Can Affect Your Oral Health: मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। इस स्थिति में महिलाएं हॉट फ्लैश से लेकर बहुत ज्यादा पसीना आने की समस्या तक, कई अलग-अलग तरह की परेशानियों का सामना करती हैं। इस दौरान महिलाओं की फिजिकल और मेंटल दोनों हेल्थ में बदलाव आते हैं। अगर मेनोपॉज के लक्षणों के बारे में बात की जाए, तो महिलाओं को बेचैनी महसूस होना, चिड़चिड़ापन, निराश महसूस करना, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, भूलने की समस्या और मूड स्विंग्स हो सकते हैं। यह मेनोपॉज के आम लक्षण हैं, जिनके बारे में लोग धीरे-धीरे जानने लगे हैं, लेकिन क्या आपने कभी मेनोपॉज के दौरान मुंह में होने वाले बदलावों पर ध्यान दिया है? अगर नहीं, तो आइए फेलिक्स अस्पताल की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. चारु यादव (Dr. Charu Yadav Gynecologist) से जानते हैं कि मेनोपॉज की वजह से महिलाओं को मुंह से जुड़ी किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है?
मेनोपॉज का मुंह की सेहत पर कैसा होता है असर?- How Does Menopause Affect Oral Health
आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को मौखिक-दंत संबंधी जटिलताओं (Oral-Dental Complications) का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, हार्मोन के स्तर में कमी से समग्र अस्थि घनत्व (Bone Density) पर बुरा असर होता है। ऐसे में महिलाओं के दांतों के आस-पास की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। ऐसे में मसूड़ों से ब्लीडिंग हो सकती है। इसके साथ ही, ढीले दांत और कैविटी जैसी अन्य ओरल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को मुंह की किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है?
मेनोपॉज के दौरान मुंह की कौन-सी समस्याएं हो सकती हैं?- What Oral Problems can Occur During Menopause
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को मुंह से जुड़ी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए इन परेशानियों के बारे में जानते हैं :
बर्निंग माउथ सिंड्रोम की समस्या
जी हां, मेनोपॉज के कारण बर्निंग माउथ सिंड्रोम (बीएमएस) की समस्या बढ़ सकती है। बर्निंग माउथ सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है, जिसमें मुंह में जलन, दर्द और सूजन हो सकती है। आइए जानते हैं कि यह समस्या किन कारणों से हो सकती है?
- हार्मोनल परिवर्तन: मेनोपॉज के दौरान शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होते हैं, इससे बर्निंग माउथ सिंड्रोम की समस्या हो सकती है।
- एस्ट्रोजन की कमी: मेनोपॉज के दौरान व्यक्ति को एस्ट्रोजन के कम लेवल का सामना करना पड़ता है। इससे मसूड़ों में सूजन, मुंह का सूखना, और दांतों की सड़न महसूस हो सकती है।
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ओरल थ्रश की समस्या
बता दें कि मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को ओरल थ्रश की समस्या का सामना भी करना पड़ता है। यह एक फंगल संक्रमण है, जो कैंडिडा एल्बिकैंस के बढ़ने की वजह से हो सकता है। यह फंगस नेचुरली शरीर और स्किन की सतह पर पाई जाती है। बता दें कि हार्मोन के लेवल में उतार-चढ़ाव मौजूद कैंडिडा अल्बिकन्स के स्तर को प्रभावित कर सकता है। इस स्थिति में मुंह के अंदर, खास तौर पर जीभ और गालों पर सफेद धब्बे दिखाई देते हैं।
इस स्थिति में नजर आने वाले लक्षण
- जलन या गले में खराश
- निगलने में कठिनाई
- मुंह के अंदर और आस-पास लालिमा
- मुंह के कोनों में दरार
- स्वाद का न आना
ड्राई माउथ की समस्या
मेनोपॉज के दौरान ड्राई माउथ की समस्या भी हो सकती है। ऐसा तब होता है, जब आपका शरीर पर्याप्त लार नहीं बना पाता है। ड्राई माउथ की वजह से व्यक्ति चिपचिपा या झुनझुनी जैसा महसूस कर सकता है। इस स्थिति में व्यक्ति को लगता है कि उसका मुंह जल रहा हो। इस स्थिति में महिलाएं मुंह से दुर्गंध, होंठ फटने या मुंह में छाले की समस्या का सामना कर सकती हैं। अगर इस समस्या का सही तरह से इलाज न किया जाए, तो ड्राई मुंह के कारण महिलाओं को चबाने, निगलने और यहां तक कि बात करने में भी परेशानी हो सकती है।
मुंह का स्वाद बदलने की समस्या
मेनोपॉज के दौरान कई महिलाओं को स्वाद का पता लगाने में परेशानी हो सकती है। दरअसल, उम्र बढ़ने के साथ स्वाद में बदलाव हो सकता है, लेकिन मेनोपॉज से संबंधित लक्षण, जैसे कि लार में कमी और मुंह के टिशू का सूखना, स्वाद की अनुभूति को बदल या कम कर देता है। इस स्थिति में कुछ महिलाओं को लगता है कि उनके मुंह में धातु जैसा, कड़वा या नमकीन स्वाद आ रहा है।
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मेनोपॉज की वजह से महिलाओं को दांतों में दर्द और मसूड़ों से खून आने जैसी मुंह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। कुल मिलाकर, मेनोपॉज की स्थिति महिलाओं की ओरल हेल्थ पर बुरा असर डालती हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी समस्या हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर को दिखा सकती हैं।
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