अक्सर गोल-मोल और अधिक वजन वाले बच्चे के पैदा होने पर उसे हेल्दी मान लेते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। 4 किलो से ज्यादा वजन का बच्चा पैदा होना, जिसे मेडिकल भाषा में 'मैक्रोसोमिया' (Macrosomia) कहा जाता है, यह मां और बच्चे दोनों के लिए बहुत सी समस्याओं का कारण हो सकता है। बच्चे का अधिक वजन होने के कारण महिलाओं को डिलीवरी के दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, साथ ही, इसके कारण बच्चों को भी कुछ परेशानियां हो सकती हैं। आइए जयपुर में स्थित ए 70 लाइफट्रोन्स क्लिनिक की निदेशक और एसडीएम अस्पताल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की एचओडी डॉ निशि गुप्ता से जानें जन्म के समय बच्चे का अधिक वजन होने पर मां और बच्चों दोनों को किन परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है?
मैक्रोसोमिया के कारण मां को होने वाली परेशानियां - Mother's Problems Due To Macrosomia In Hindi
डिलीवरी में अधिक समस्या होना
बच्चे का अधिक वजन होने के कारण महिला को डिलीवरी के समय अधिक दर्द होने और प्रेग्नेंसी से जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसके कारण सिजेरियन या सी-सेक्शन डिलीवरी की जरूरत बढ़ जाती है, साथ ही, महिलाओं को सिजेरियन डिलीवरी के दौरान अधिक टांके आने जैसी परेशानी भी हो सकती है।
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सीवियर वेजाइनल टियर्स
डिलीवरी के दौरान महिलाओं का अधिक वजन होने या मैक्रोसोमिया की समस्या होने पर महिलाओं को सीवियर वेजाइनल टियर्स या पेरिनियल टियर्स का खतरा बढ़ता है, जिसके कारण महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
डिलीवरी के बाद ब्लीडिंग की समस्या
जन्म के समय बच्चे का वजन अधिक होने के कारण महिलाओं को डिलीवरी के बाद अधिक ब्लीडिंग होने का खतरा बढ़ता है, जो महिलाओं के लिए कई परेशानियों का कारण बन सकता है।
ब्लड शुगर का खतरा
जन्म के समय बच्चे का अधिक वजन होने या मैक्रोसोमिया की समस्या अधिक होने पर महिलाओं को आगे चलकर ब्लड शुगर जैसी बीमारी का खतरा बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसान हो सकता है।
मैक्रोसोमिया के कारण बच्चों को होने वाली परेशानियां - Children's Problems Due To Macrosomia In Hindi
जन्म के समय चोट लगना
बच्चे का वजन अधिक होने के कारण बच्चे को बर्थ इंजरी या जन्म के समय चोट लगने की समस्या हो सकती है। इस दौरान बच्चे को हड्डियों में फ्रैक्चर या तंत्रिकाओं से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
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शोल्डर डिस्टोसिया होना
अधिक वजन होने के कारण बच्चे का शोल्डर डिस्टोसिया की समस्या का खतरा बढ़ता है। बता दें, शोल्डर डिस्टोसिया की स्थिति में जन्म के समय बच्चे का कंधा फंस सकता है, जिसके कारण बच्चे को चोट लगने का खतरा बढ़ता है।
ब्लड शुगर का स्तर कम होना
अधिक वजन होने के कारण जन्म के बाद बच्चे के ब्लड शुगर के स्तर के कम होने की समस्या होती है, जिसके कारण बच्चों को स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य समस्याओं का खतरा बढ़ता है।
मोटापे और हाई ब्लड शुगर का स्तर बढ़ना
जन्म के समय अधिक वजन होना के कारण बच्चे को आगे चलकर मोटापे की समस्या होने या ब्लड शुगर के स्तर बढ़ने की समस्या हो सकती है, जिसके कारण बच्चे को अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
सांस लेने में परेशानी
डिलीवरी के समय बच्चे का वजन अधिक होने या मैक्रोसोमिया की समस्या के कारण बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो सकती है, जो बच्चे के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है।
मैक्रोसोमिया की समस्या के कारण - Causes of The Problem of Macrosomia In Hindi
प्रेग्नेंसी के दौरान अधिक वजन बढ़ने, मां को हाई ब्लड शुगर या जेस्टेशनल डायबिटीज की समस्या और ड्यू डेट के बाद डिलीवरी के कारण भी मैक्रोसोमिया जैसी समस्या का खतरा बढ़ता है।
निष्कर्ष
जन्म के दौरान बच्चे का अधिक वजन होने के कारण मां और बच्चे दोनों को स्वास्थ्य से जुड़ी कई गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ता है। ऐसे में इससे बचने के लिए प्रेग्नेंसी के दौरान डॉक्टर की सलाह अनुसार अपने स्वास्थ्य और खानपान का ध्यान रखें।
ध्यान रहें, प्रेग्नेंसी के दौरान नियमित रूप से ब्लड शुगर टेस्ट कराएं और डॉक्टर से चेकअप कराएं।