Home Remedies To Avoid Morning Sickness: अक्सर प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में शरीर में हार्मोन्स के बदलाव के कारण महिलाओं को कई बार मार्निंग सिकनेस की समस्या होती हैं। इस दौरान सुबह उठते पर महिलाओं को मलती, उल्टी, चक्कर आने, सिर दर्द होने, कमजोरी और थकान जैसा महसूस होता है। यह समस्या महिलाओं को आमतौर पर गर्भावस्था के पहले तिमाही में होती है, लेकिन कई मामलों में यह समस्या पूरी गर्भावस्था के दौरान बनी रहती है। इसके अलावा, कई बार अन्य लोगों को भी मार्निंग सिकने की समस्या हो सकती है। ऐसे में मार्निंग सिकनेस की समस्या से राहत के लिए कुछ घरेलू उपायों को अपनाया जा सकता है। आइए जयपुर में स्थित ए 70 लाइफट्रोन्स क्लिनिक की निदेशक और एसडीएम अस्पताल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की एचओडी डॉ निशि गुप्ता से जानें मार्निंग सिकनेस की समस्या से राहत के लिए क्या करें?
मार्निंग सिकनेस से बचने के उपाय - Ways To Avoid Morning Sickness In Hindi
थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाएं - Eat Small Amounts
मार्निंग सिकनेस की समस्या होने पर महिलाओं को एक समय अधिक खाना खाने से बचें और थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाना चाहिए। इसके अलावा, ज्यादा तले-भुने, मसालेदार खाना खाने से बचें और सुबह उठने पर खाएं। इससे मलती और उल्टी जैसे मार्निंग सिकनेस के लक्षण को कम करने में मदद मिलती है।
अदरक का सेवन करें - Eat Ginger
अदरक में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल के गुण, विटामिन्स और मिनरल्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। मार्निंग सिकनेस की समस्या से राहत के लिए कच्ची अदरक का सेवन किया जा सकता है। इससे इम्यूनिटी को बूस्ट करने में भी मदद मिलती है।
इसे भी पढ़ें: गर्भावस्था में 'मॉर्निंग सिकनेस' से हैं परेशान, तो आजमाएं ये 5 प्राकृतिक नुस्खे
विटामिन-बी6 लें - Take Vitamin B6
विटामिन-बी6 मार्निंग सिकनेस की समस्या में फायदेमंद है। इसके लिए डाइट में विटामिन-बी6 से युक्त साबुत अनाज, दूध, केले, एवोकाडो, अंडे, दालें और मछली जैसे फूड्स या डॉक्टर की सलाह पर विटामिन-बी6 के सप्लीमेंट्स का सेवन भी किया जा सकता है। विटामिन-बी6 को डाइट में शामिल करने से मार्निंग सिकनेस के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।
फ्लूइड डाइट लें - Take Fluid Diet
फ्लूइड डाइट यानी लिक्विड डाइट लेना मार्निंग सिकनेस की समस्या में फायदेमंद है। फ्लूइड डाइट लेने से शरीर को हाइड्रेट रखने और मार्निंग सिकनेस के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए नारियल पानी या सूप का सेवन किया जा सकता है।
स्क्रीन का इस्तेमाल सीमित करें - Limit Screen Use
मार्निंग सिकनेस की समस्या से राहत के लिए लैपटॉप, कंप्यूटर और फोन के अधिक इस्तेमाल से बचें और इनका इस्तेमाल सीमित करें, इसके बजाएं आराम करें और दिन की शुरुआत धीरे-धीरे करें। ऐसा करने से मार्निंग सिकनेस के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।
इसे भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस होने पर लाइफस्टाइल में करे ये जरूरी बदलाव, मिलेगा जल्द आराम
डॉक्टर से सलाह लें - Consult A Doctor
मार्निंग सिकनेस की समस्या के कारण परेशानी बढ़ने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें और डॉक्टर की सलाह अनुसार दवा लें। ऐसा करने से इसके कारण होने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है।
मार्निंग सिकनेस के लक्षण - Symptoms of morning sickness In Hindi
मार्निंग सिकनेस की समस्या होने पर महिलाओं को उल्टी महसूस होना, थकान होना, चक्कर आना, मतली जैसा महसूस होना, कमजोरी महसूस होना, सिर दर्द होना, पेट दर्द होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
निष्कर्ष
मार्निंग सिकनेस प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली एक आम समस्या है। इस समस्या से राहत के लिए थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाएं, स्क्रीन से बचें, नींबू सूंघ लें, विटामिन-बी6, फ्लूइड डाइट और अदरक का सेवन किया जा सकता है। ध्यान रहे, मार्निंग सिकनेस की समस्या अधिक होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।