
गर्भावस्था के दौरान 'मॉर्निंग सिकनेस' यानी सुबह उठने के बाद उल्टी, जी मिचलाने, चक्कर आने जैसी समस्याएं आम हैं। ये समस्याएं प्रेग्नेंसी के 6 से 12वें सप्ताह में ज्यादा परेशान करती हैं। 'मॉर्निंग सिकनेस' के लक्षण कई बार ज्यादा हो जाते हैं और बार-बार
गर्भावस्था के दौरान 'मॉर्निंग सिकनेस' यानी सुबह उठने के बाद उल्टी, जी मिचलाने, चक्कर आने जैसी समस्याएं आम हैं। ये समस्याएं प्रेग्नेंसी के 6 से 12वें सप्ताह में ज्यादा परेशान करती हैं। 'मॉर्निंग सिकनेस' के लक्षण कई बार ज्यादा हो जाते हैं और बार-बार उल्टी, तेज सिरदर्द, चक्कर आने लगते हैं। मगर ये कोई बड़ी समस्या नहीं है। हालांकि इस दौरान शरीर में पानी की कमी न होने दें। आमतौर पर इस तरह की समस्याओं का कारण शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव होते हैं। लेकिन कुछ आसान प्राकृतिक उपायों से आप 'मॉर्निंग सिकनेस' की समस्या से छुटकारा पा सकती हैं।
ठंडा पानी पिएं
चक्कर आने या मतली होने पर ठंडा पानी पिएं। आप चाहें तो इसमें नींबू का रस भी मिला सकती हैं। इसके अलावा अदरक की चाय पीना भी 'मॉर्निंग सिकनेस' में फायदेमंद है।
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सुबह उठते ही करें ये काम
'मॉर्निंग सिकनेस' से बचाव के लिए सुबह उठने के बाद ही सबसे पहले थोड़े समय पैदल चलने की आदत डालिए। अगर आप सुबह उठकर कोई काम करने लगेंगी, तो 'मॉर्निंग सिकनेस' की परेशानी हो सकती है, इसलिए थोड़ा टहलें। इसके अलावा कुछ लाइट एक्सरसाइज करना भी आपके लिए फायदेमंद होगा। योगासन, पिलेट्स जैसी कुछ एक्सरसाइज आप अपने डॉक्टर से पूछकर सुबह कर सकती हैं। टहलना आपके और शिशु दोनों की सेहत के लिए फायदेमंद है।
पेट पर करें खास तेल की मालिश
'मॉर्निंग सिकनेस' से बचाव के लिए पेट पर खास तेल की मालिश करना फायदेमंद होता है। इसके लिए आप 3 बूंद कैमोमाइल तेल में एक बूंद पिपरमिंट ऑयल (पुदीने का तेल) मिलाएं और पेट पर मलें। पिपरमिंट ऑयल को एक बूंद से ज्यादा न मिलाएं क्योंकि इसकी खुश्बू बहुत तेज होती है।
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आराम करें
अगर सुबह उठते ही आपको चक्कर आते हैं या मतली होती है, तो जागने के बाद तुरंत कुछ भी करने से पहले थोड़ी देर लेटकर आराम करें। अगर आप 'मॉर्निंग सिकनेस' के बावजूद काम करने लगती हैं, तो ये आपके होने वाले शिशु के लिए अच्छा नहीं है।
सिम्पल चीजें खाएं
अगर आप बाहर का खाना खाने की शौकीन हैं, तो थोड़े दिन अपनी इस आदत को लगाम दें। रेस्टोरेंट्स और बाहर के खाने में टेस्ट बढ़ाने के लिए कई तरह के केमिकल्स, मसालों और खुश्बूदार चीजों को डाला जाता है। इनसे 'मॉर्निंग सिकनेस' की समस्या और बढ़ सकती है। इसलिए प्रेग्नेंसी में आप घर में बने सादे भोजन ही खाएं। अपने खाने में फैट्स, क्रीम और मसालों की मात्रा कम रखें।
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